अश्लील आडियो मामले में दोनो शिक्षक निलंबित, खबर का असर

🔵खंण्ड शिक्षा अधिकारी कसया के रिपोर्ट पर हुई कार्रवाई, कप्तानगंज व दुदही खंण्ड शिक्षा अधिकारी प्रकरण की करेगें विस्तृत जांच

🔴 बीते दिनो महिला और पुरुष शिक्षक के बीच अश्लील बातचीत का वायरल हुआ था आडियो

🔵 संजय चाणक्य 

कुशीनगर । महिला व पुरुष शिक्षक बीच अश्लीलता की सारी हदे पार कर देने वाला वायरल आडियो मामले में बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट पर दोनो शिक्षको को प्रथम दृष्टियाँ दोषी करार देते हुए निलंबित कर दिया है। विभाग-ए-शहंशाह ने यह कार्रवाई मीडिया द्वारा प्रमुखता से उठाये जाने के बाद की गई है। ऐसी चर्चा है कि निलंबित दोनो शिक्षको को बचाने के लिए विभाग के जिम्मेदार तरकीब ढूढ रहे है ताकि मीडिया को गुमराह कर दोनो शिक्षको को निलंबन के आगे की कार्रवाई से बचाया जा सके।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डाॅ. राम जियावन मौर्य द्वारा जारी आदेश मे कहा गया है कि खण्ड शिक्षा अधिकारी, कसयां की आख्या एवं संस्तुति के आधार पर कसया विकास खण्ड क्षेत्र के माधोपुर मठिया स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक साजिद अली और उसी गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापिका शीला यादव को तथाकथित प्रसारित आडियो संवाद के स्तर की निग्नता को लांघने तथा उ०प्र० बेसिक शिक्षा परिषद कर्मचारी सेवा नियमावली 1973 के नियम 3.1 व 02 नियम 3 (क) नियम 4 का उल्लंघन करने, अपने पदीय कर्तव्यों के प्रति उदासीनता एवं लापरवाही बरतने, विभागीय कार्यों का निवर्हन नहीं करने तथा विद्यालय में नामांकित छात्र/छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने व कार्यस्थल पर बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाये जाने तथा उ०प्र० सरकारी कर्मचारी आचरण कर्मचारी सेवा नियमावली एवं टाईम एण्ड मोशन फॉर स्टडी का उल्लंघन करने के मामले मे दोषी पाये जाने पर तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया जाता है। आदेश में यह भी कहा गया है कि निलंबित प्रधानाध्यापक साजिद अली को उच्च प्राथमिक विद्यालय भैसहां-एक, व निलंबित प्रधानाध्यापिका शीला यादव को प्राथमिक विद्यालय खरदर गोगापट्टी, विकास खण्ड कसया पर सम्बद्ध किया जाता है। निलम्बन अवधि में  साजिद अली व शीला यादव को वित्तीय हस्तपुस्तिका खण्ड-2 के प्रस्तर-4 में अंकित प्राविधानों के अनुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा, परन्तु उन्हें इस आशय का प्रमाण पत्र देना होगा कि वह कहीं भी व्यवसाय में नहीं लगे हैं। 

🔴 नामित किये गये जांच अधिकारी 

विद्यालय में मोबाइल के जरिए अश्लीलता की प्रकाष्ठा लाघने वाले निलंबित प्रधानाध्यापक साजिद अली व प्राथमिक विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापक शीला यादव के खिलाफ बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी कप्तानगंज  रीता गुप्ता,  एंव खण्ड शिक्षा अधिकारी दुदही प्रभात कुमार राय, को संयुक्त रुप से जांच अधिकारी नामित करते हुये निर्देशित किया है कि निलम्बित प्रधानाध्यापको को पृथक से आरोप पत्र निर्गत कर शासनादेशानुसार निर्धारित अवधि के भीतर प्रकरण की जांच कर स्पष्ट अभिमत के साथ साक्ष्य सहित आख्या प्रस्तुत करें।

🔴 क्या है मामला

जिले के कसया क्षेत्र के माधोपुर मठिया स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक साजिद अली व प्राथमिक विद्यालय माधोपुरमठिया की प्रधानाध्यापिका शीला यादव की अश्लील बातचीत का आडियो सबसे पहले विभागीय वाट्सएप ग्रुप मे प्रसारित हुआ था जिसमे तमाम शिक्षक व विभाग के जिम्मेदार लोग उस वाट्सएप ग्रुप से जुड़े है। इसके बाद वह अश्लील आडियो इस ग्रुप से तमाम वाट्सएप ग्रुप व सोशल मीडिया मंच पर प्रसारित हुआ था। इन दोनो शिक्षको के बीच वायरल हुए अश्लील बातचीत के बाद बच्चों पर पडने वाले दुष्प्रभाव को लेकर सवाल उठने लगे। यहां बताना जरूरी है कि प्रधानाध्यापक साजिद अली व महिला शिक्षिका शीला यादव के बीच अश्लील बाचचीत का 28 आडियो विभागीय वाट्सएप ग्रुप में प्रसारित हुआ था जो एक घंटा से अधिक समय का है। इन अध्यापकों के बातो से ऐसा प्रतीत हो रहा है यह बातचीत बच्चों के पढाई के दौरान स्कूल मे हो रहा है। आडियो मे महिला शिक्षक शीला पुरुष शिक्षक साजिद से कह रही है कि खिडकी के पास आइये, उधर से पुरुष शिक्षक खिडकी मे पर्दा लगाने व सेफ जोन आलमारी के पास है ऐसा कहते हुए सुना जा रहा है। दुसरे आडियो मे महिला शिक्षका बोल रही है कि जब स्कूल खोली तो आप ही को देख रहे थे तभी ब्रेंच से चोट लग गया( महिला कहारते हुए चोट वाले स्थान को बता रही है। लेकिन हमारी कुछ मर्यादा है इस लिए हम उस अश्लील शब्द  लिख नही सकते है) इधर से जबाब देते हुए साजिद कह रहे है कि लगबो कइल त प्राइ#@… फिर साजिद आगे बोल रहे है कि करबले के पास रुके है तो महिला शिक्षक कह रही है क्या करने के लिए वहां रुके है। आगे की बातचीत मे इन शिक्षको ने अश्लीलता की सारी हदे पार कर दी है, जिसे हम लिख नही सकते है। वायरल आडियो मे अश्लीलता कि प्रकाष्ठा का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता कि तमाम आडियो घर अथवा सार्वजनिक स्थान पर बिना ईयरफोन लगाये नही सुना जा सकता है।

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