Crime- नवादा फायरिंग केस: कौन है भू-माफिया नंदू पासवान, जिसके एक इशारे पर राख हो गए दलित परिवारों के 80 घर
बिहार के नवादा में दलित परिवारों के 80 घरों को निशाना बनाया गया. 100 दबंगों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर 80 घरों को जला डाला. इस कारण न जाने कितने परिवार बेघर हो गए. मामले में एक्शन लेते हुए पुलिस ने मुख्यारोपी नंदू पासवान सहित 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अन्य की तलाश जारी है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार मुख्यारोपी का नाम नंदू पासवान है.
नंदू पासवान प्राणपुर का निवासी है. वह इलाके का भू-माफिया है. पुलिस फिलहाल इन सभी से पूछताछ कर रही है. जांच में पता चला है मामला जमीन विवाद से जुड़ा है. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कृष्णा नगर गांव में यह घटना घटी है. इस गांव को मांझी टोला भी कहते हैं. यहां मांझी परिवारों को घर बने हुए हैं. जिस पक्ष ने इन घरों में आग लगाई, उनका दावा है कि यह जमीन उनकी है. लेकिन हकीकत में यह जमीन बिहार सरकार की है. फिलहाल पुलिस हर पहलू से इस केस की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, नदी किनारे बसी इस बस्ती पर भू-माफिया नंदू पासवान की नजर लंबे वक्त से थी. ग्रामीणों का कहना है कि नवंबर 2023 में भी यहां गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि तब पुलिस ने मामले में कोई ध्यान नहीं दिया था. इसकी FIR भी दर्ज करवाई गई थी. लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया. अब बुधवार को दबंगों ने पूरी बस्ती का नामोनिशान मिटा दिया है.
#WATCH | Nawada, Bihar | Around 20-25 houses were set on fire by some miscreants in Krishnanagar under the Mufassil Police Station area. No casualties reported. Prima facie it seems to be a land issue: SDPO, Sadar Nawada, Sunil Kumar pic.twitter.com/aXET2wdH7m
— ANI (@ANI) September 19, 2024
सरकार से मांगी मदद
जिस मांझी टोले में आग लगाई गई है, वहां के निवासी मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालते हैं. अब उनके घर नष्ट कर दिए गए हैं. ऐसे में परिवार कहां रहेंगे और क्या करेंगे. लोग सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. इस घटना में गोरेलाल, झपसी मांझी, संजय मांझी, नितय मांझी, रामचंद्र मांझी, भोला मांझी, तारा मांझी, ललिता देवी, अवधेश मांझी, मनोज मांझी, डोमा मांझी, डोमा रविदास, गेंदो मांझी, सुरेश मांझी, विजय रविदास, शोभा देवी, सरिता देवी, सुरुप मांझी, नवल मांझी और निलेश मांझी समेत कई अन्य के घर जलकर खाक हो गए हैं.
मामले में शुरू हुई राजनीति
वहीं, इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा- महा जंगलराज, महा दानव राज, महा राक्षसराज. नवादा में दलितों के सौ से अधिक घरों में लगाई गई आग. नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के राज में बिहार में आग ही आग. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफ्रिक, एनडीए के सहयोगी दल बेखबर! गरीब जले, मरें, इन्हें क्या? दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा.
दूसरी तरफ बिहार सरकार के अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग के मंत्री जनक राम ने कहा- नवादा की घटना की जानकारी हमें मिली है. जिसमें अनुसूचित जाति के लोगों के घरों को दबंगों ने आग के हवाले कर दिया. यह दुखद घटना है. इसकी जितना निंदा की जाए कम है. दबंग कोई भी हों उनके खिलाफ सरकार एक्शन जरूर लेगी. इस एनडीए की सरकार ने सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में कमजोर वर्ग दलित और महादलित परिवार के लोग सुरक्षित हैं. जो इन पर दबंगई दिखाएगा, सरकार उन्हें बख्शेगी नहीं.