Crime- नवादा: दलित बस्ती की जमीन का मालिक कौन? सामने आया शमसुल मियां का नाम

नवादा: दलित बस्ती की जमीन का मालिक कौन? सामने आया शमसुल मियां का नाम

बिहार के नवादा जिले के गांव कृष्णा नगर की जिस बस्ती में आग लगाई गई है, उसका कारण जमीनी विवाद बताया जा रहा है. दलित बस्ती को आग लगाने वाले पड़ोसी गांव के दबंग लोग हैं. पीड़ितों का आरोप है कि आरोपियों की नजर बस्ती की जमीन पर है. यह जमीन न तो यहां रहने वाले लोगों की है और न ही बस्ती उजाड़ने वाले दबंगों की. पहले बताया गया कि बस्ती सरकारी जमीन पर बनी हुई है, लेकिन अब इसमें नया मोड़ आ गया है.

नदी किनारे बसी दलित बस्ती की जमीन मुस्लिम शख्स शमसुल मियां की बताई जा रही है. इसका खुलासा नवादा एसडीएम अखिलेश प्रसाद ने किया है. उन्होंने बताया है कि प्रशासन की जांच में जमीन के कागजात शमसुल मियां के नाम दर्ज हैं. एसडीएम ने बताया कि बस्ती शमसुल मियां की रैयाती जमीन पर बसी हुई है. बस्ती अवैध रूप से बसी हुई है. उनका कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.

दलित बस्ती में लगाई आग

बुधवार की रात नवादा के गांव कृष्णा नगर की दलित बस्ती में दबंगों की भीड़ ने आग लगाकर जला डाला. बस्ती के करीब 30 मकान जलकर खाक हो गए. बस्ती पर हमला करने वाली भीड़ की संख्या 100 के करीब थी. पीड़ितों ने बताया कि बस्ती पर हमला करने वाली भीड़ हथियारों से लैस थी. उन्होंने 50 राउंड फायर कर दहशत फैला दी. बस्ती में अफरा-तफरी मच गई. पीड़ितों का कहना है कि हमलावर भीड़ साथ में पेट्रोल और डीजल लेकर आई थी. उन्होंने मकानों पर पेट्रोल डीजल डाल आग लगा दी.

करीब 80 घर हुए जलकर खाक

दबंगों की भीड़ आग लगाकर चली गई. घटना में गोरेलाल, झपसी मांझी, संजय मांझी, नितय मांझी, रामचंद्र मांझी, भोला मांझी, तारा मांझी, विजय रविदास, शोभा देवी, सरिता देवी, सुरुप मांझी, ललिता देवी, अवधेश मांझी, मनोज मांझी, डोमा मांझी, डोमा रविदास, गेंदो मांझी, सुरेश मांझी, नवल मांझी और निलेश मांझी समेत कई अन्य के घर जलकर खाक हो गए हैं. बस्ती में सिर्फ जले हुए घर दिखाई दे रहे हैं. पीड़ितों का कहना है कि आग में उनके घरों में रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया.

मुख्य सरगना किया गिरफ्तार

पुलिस ने घटना के मुख्य आरोपी नंदू पासवान सहित 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पीड़ितों का आरोप है कि नंदू की इस जमीन पर पहले से नजर थी. उसने साल 2023 में भी गोलीबारी की थी. पुलिस से शिकायत की गई लेकिन समाधान नहीं निकाला. मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने घटना को लेकर उच्चाधिकारियों को सख्त आदेश दिए हैं. घटनास्थल पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को भेजा गया है. दोषियों को हर हाल में गिरफ्तार कर उन्हें सख्त सजा के निर्देश दिए गए हैं.


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