Crime- पति-पत्नी को किडैनप किया, जंगल ले जाकर बेरहमी से पीटा, प्यास लगी तो पेशाब पिलाई… ‘नाता विवाह’ करने की सजा
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में नाता विवाह को लेकर एक दंपति को किडनैप कर लिया. आरोपियों ने उन्हें जंगल में बंधक बनाकर मारपीट की. जब उन्हें प्यास लगी तो पेशाब पिलाया गया. पति-पत्नी की हालत बिगड़ने पर आरोपी उन्हें बेगू छोड़ गए. बदमाशों की पिटाई से पति गंभीर रूप से घायल हो गया. उसके सिर पर गहरी चोट आई और शरीर पर भी घाव थे. पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है.
मारपीट में मक्खनपुरा, पारसोली निवासी 25 वर्षीय रामलाल घायल हो गया. पारसोली पुलिस ने उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया. उसके शरीर पर अंदरुनी चोटे आई और पूरी पीठ पर नील जम गई. रामलाल ने बताया कि पहले पुलिस को भी जानकारी दी गई लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया. बाद में उनके साथ यह वारदात हो गई.
10-12 लोगों ने किया किडनैप
पीड़ित रामलाल ने बताया कि घटना 25 सितंबर की है. उसने नर्मदा नाम की महिला से नाता विवाह किया था. उसके बाद से उसके पहले के ससुराल पक्ष के लोग नाता विवाह की राशि मांग रहे थे. आरोप है कि घटना से 2 दिन पहले 23 सितंबर को आरोपी उसके भाई कमलेश को उठा ले गए तथा भदेसर इलाके में बंधक बनाकर रखा. लेकिन जब बात नहीं बनी तो उसे छोड़ दिया. वह किसी प्रकार की अनहोनी की आशंका मे पारसोली पुलिस थाने पहुंचा. लेकिन पुलिस ने कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की. 25 सितंबर को 10-11 लोग सुबह बिछोर में अपनी बहन के घर आए. बाद में वह सभी उसे और उसकी पत्नी नर्मदा को जबरन उठा ले गए.
पुलिस ने नहीं की थी कोई कार्रवाई
रामलाल के अनुसार, घटना के बाद उसकी बहन थाने पहुंची लेकिन उसकी भी नहीं सुनी गई. आरोपियों ने उसे कन्नौज के जंगलों में भील गटी गांव के पास एक पेड़ से बांध दिया और बंधक बनाकर रखा. इस दौरान उसे जमकर मारा पीटा. उसकी पूरी पीठ काली पड़ गई और सिर पर भी गंभीर चोटे आई. मानवता की हद पार करते हुए पानी के स्थान पर उसे पेशाब पिलाया गया. जब हालत खराब हो गई तो वे लोग दोनों ही पति-पत्नी को बेगू छोड़ गए. जहां पुलिस के पास पहुंचे तो पारसोली इलाके का मामला बताते हुए उन्हें पारसोली रिपोर्ट देने को कहा.
थाना प्रभारी प्रेम सिंह ने बताया कि उसकी हालत गंभीर थी ऐसे में उसे चित्तौड़गढ़ चिकित्सालय भर्ती कराया. हालांकि, इस संबंध में उनके पास अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं आई है. लेकिन घटना हुई है, उसके आधार पर आरोपियों का पता लगाया जा रहा है.
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