खबर फिली – मैं चेक करती थी, सांस चल रही है या नहीं…अस्पताल में भर्ती थीं मां, आम्रपाली दुबे को सताता था ये डर – #iNA @INA
कोरोना काल के खौफनाक मंज़र कई दिलों में आज भी जिंदा हैं. इस बीमारी ने हजारों घर उजाड़ दिए. किसी घर में बच्चों के सिर से मां-बाप का साया उठ गया तो कहीं मां-बाप ने अपने नौनिहालों को अपनी आंखों के सामने मौत के मुंह में जाते देखा. इस महामारी ने दुनियाभर में लोगों को कभी न भूलने वाली दर्दनाक यादें दी हैं. इस बीमारी ने आम लोगों के साथ-साथ फिल्मी सेलिब्रिटी को भी अपना निशाना बनाया. भोजपुरी फिल्मों को मशहूर अभिनेत्री आम्रपाली दुबे उनमें से ही एक थीं. आम्रपाली को तो कोरोना संक्रमण हुआ ही था, साथ में उनके माता-पिता दोनों ही इस बीमारी की चपेट में आ गए थे. आम्रपाली दुबे ने खुद एक पॉडकास्ट में कोरोना काल के दौर को याद किया है.
आम्रपाली दुबे ने अपनी बहन आकांक्षा दुबे को एक इंटरव्यू दिया है. उनके पॉडकास्ट शो में आम्रापाली ने बताया, “जब मुझे और मम्मी-पापा को कोविड हुआ, हम मुंबई पहुंचे, टेस्ट हुआ, पता चला की कोविड पॉजिटिव हैं. तो हम सीधा हॉस्पिटलाइज हो गए थे.” आम्रपाली ने बताया कि वो प्रयागराज से शूटिंग कर के मुंबई आई थीं. उनके साथ उनके माता-पिता भी थे. मुंबई पहुंचते ही उन्हें पता चला कि वो सभी कोविड पॉजिटिव हैं.
मां ऊषा दुबेकी हालत बिगड़ गई थी
आम्रपाली कहती हैं, “कई लोगों को नहीं पता होगा, मेरी मम्मी की हालत बहुत बिगड़ गई थी. उनका सीटी स्कोर 30 था. वो लगातार खांसती रहती थीं. डॉक्टर और अस्पताल के स्टाफ का हाव भाव देखकर लगता था कि उन्होंने धीरे-धीरे हार मान ली है. उस वक्त 24 घंटे में मैं 1 या डेढ़ घंटे सोया करती थी. हर वक्त जागती थी और मम्मी का पेट देखती रहती थी कि सांस ऊपर नीचे हो रही है या नहीं. हमने कहां कहां से ढूंढ के रेमडिसिवर इंजेक्शन मंगवाया था और लगवाए थे.”
इस बात का लगा रहता था डर
बहन के साथ इंटरव्यू में आम्रपाली ने कहा, “हर वक्त मेरे दिमाग में सिर्फ एक चीज़ चलती थी, भगवान न करे, मम्मी पापा को कुछ हो जाए. अगर किसी भी एक को कुछ हो गया तो आंचल दीदी जीवनभर बोलेंगी कि तेरे शूट पर मम्मी-पापा गए थे और वहां से वापस घर नहीं लौटे. हमेशा मुझे इस चीज़ के लिए जिम्मेदार ठहराएगी. भले ही मेरे मुंह पर नहीं बोलेंगी, लेकिन मन में ऐसा सोचेंगी. तो में लगातार दुआ करती रहती थी कि मम्मी-पापा दोनों को बाहर लेकर चली जाऊं मैं. दीदी मिल ले, बस काम खत्म मेरा.”
आम्रपाली ने कहा कि मम्मी और पापा वॉरियर थे. वो मजबूत थे इसलिए वापस आए. उन्होंने कहा कि एक बार रेमेडिसिवर इंजेक्शन लगाने की वजह से उनकी मां को एलर्जी हो गई थी. इसके बाद उनकी मां की हालत बिगड़ गई थी. उन्होंने नर्स को बुलाया और उसने जब एंटी एलर्जिक दवाई लगाई तब उनकी हालत सुधरी थी. इस दौरान आम्रपाली ने ये भी कहा कि वो कई दिनों क अस्पताल में रहीं. हालांकि फिर तीनों लोग ठीक होकर बाहर आ गए.
निरहुआ संग डेब्यू
आम्रपाली दुबे भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का जाना माना नाम हैं. उन्होंने साल 2014 में फिल्म निरहुआ हिंदुस्तानी से भोजपुरी सिनेमा की दुनिया में कदम रखा था. इसके बाद से अब तक वो दर्जनों फिल्मों में काम कर चुकी हैं. आम्रपाली और दिनेश लाल यादव यानी निरहुआ की जोड़ी को खूब पसंद किया जाता है.
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