खबर फिली – 6 साल की उम्र में शुरू की एक्टिंग, इस इंडियन स्पोर्ट्स यूनियन का है प्रेसीडेंट…मिलिए उस एक्टर से जो कर चुका है करीना-प्रियंका के साथ काम – #iNA @INA
कहा जाता है कि एक बार में एक ही काम करना चाहिए. ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि अक्सर एक काम में माहिर होने के साथ जब इंसान किसी दूसरी चीज में दिमाग लगाता है तो उसे दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, लेकिन सिनेमा का चलन जरा अलग है. यहां ऐसे कई सितारों की कहानी आपको देखने सुनने को मिल जाएगी जिन्होंने एक साथ न जाने कितनी चीजें की और माशाल्लाह कामयाब रहे. एक ऐसा ही उदाहरण हैं वो कलाकार जिन्होंने मल्लिका शेरावत से लेकर प्रियंका चोपड़ा और करीना कपूर जैसी अदाकाराओं के साथ स्क्रीन शेयर की और इसके अलावा रग्बी में भी बड़ा योगदान दिया.
बॉलीवुड का ये एक्टर कोई और नहीं बल्कि राहुल बोस हैं. उनको बतौर एक्टर कई लोग जानते हैं, लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि वह इंटरनेशनल रग्बी खिलाड़ी भी रह चुके हैं. एक्टिंग की दुनिया में राहुल का पहला कदम छह साल की उम्र में रखा था जब स्कूल के नाटक टॉम, द पाइपर्स सन में मुख्य किरदार निभाया था. रग्बी प्लेयर और एक्टर के साथ-साथ राहुल डायरेक्टर, स्क्रिप्ट राइटर, सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं.
फुल-टाइम एक्टर बनने के लिए छोड़ दी थी नौकरी
राहुल ने 1994 में अपनी पहली फिल्म ‘इंग्लिश, अगस्त’ की रिलीज के बाद फुल-टाइम एक्टर बनने के लिए नौकरी छोड़ दी थी. इस फिल्म ने उन्हें काफी पहचान भी दिलाई. फिल्म में उन्होंने अगस्त्य सेन की भूमिका निभाई. करियर की सफल शुरुआत होने की वजह से राहुल के पास कई फिल्मों के ऑफर आने लगे. इसके बाद उन्होंने ‘स्प्लिट वाइड ओपन’, ‘मिस्टर एंड मिसेज अय्यर’, ‘झंकार बीट्स’, ‘चमेली’, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ’15 पार्क एवेन्यू’, ‘प्यार के साइड इफेक्ट्स’, ‘मान गए मुगल-ए-आजम’, ‘चैन कुली की मैन कुली’, ‘दिल धड़कने दो’, ‘बुलबुल’ और कई अन्य फिल्में कीं. राहुल एक्टिंग में आने से पहले ऐड कंपनी रेडिफ्यूजन में काम किया करते थे.
कई फिल्मों को किया है डायरेक्ट
राहुल को प्रतिष्ठित टाइम मैग्जीन ने ‘इंग्लिश, अगस्त’ और ‘मिस्टर एंड मिसेज अय्यर’ जैसी फिल्मों में काम करने की वजह से द सुपरस्टार ऑफ इंडियन आर्टहाउस सिनेमा करार दिया था. इसके अलावा उन्होंने ‘बॉम्बे बेगम्स’,’ताज’, ‘इटरनल कन्फ्यूज्ड’ और ‘ईगर फॉर लव’ जैसी वेब-सीरीज में भी काम किया है. हाल ही में उन्हें जी 5 की ‘बर्लिन’ सीरीज में देखा गया था. एक्टिंग के अलावा राहुल ने ‘एवरीबडी सेज आई एम फाइन!’, ‘द व्हिस्परर्स’ और ‘पूर्णा: करेज हैज नो लिमिट’ जैसी फिल्मों की कहानी लिखी और डायरेक्ट भी किया.
पहली फिल्म के सेट पर नहीं मिली थी कुर्सी
हाल ही में राहुल ने लल्लनटॉप को इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें पहली फिल्म के सेट पर कोई कुर्सी नहीं दी गई थी. एक्टर ने कहा, “ये छोटी सी बात है, लेकिन मैं लीड रोल में था. मुझे वहां कुर्सी नहीं दी जाती थी. इस वजह से मैं कभी सड़क के डिवाइडर पर बैठ जाता था तो कभी जमीन में. मुझे लगता था कि ठीक है कोई बात नहीं. हालांकि बाकियों को कुर्सियां दी जाती थी प्रोड्यूसर, उसकी बहन, उसके चाचा. बस मुझे नहीं मिलती थी”.
रह चुके हैं इंटरनेशनल रग्बी प्लेयर
एक्टर और डायरेक्टर होने के साथ-साथ राहुल एक शानदार रग्बी प्लेयर भी हैं. रग्बी में राहुल ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. राहुल ने आठ साल तक एशियन यूनियन रग्बी चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया. एक्टर ने अपना आखिरी इंटरनेशनल रग्बी मैच पाकिस्तान के खिलाफ और पहला 1998 में सिंगापुर के खिलाफ खेला था. राहुल जब रग्बी खेला करते थे, तब भी वह फिल्मों में काम करते थे. हालांकि उनके लिए फिल्मों से ज्यादा देश के लिए खेलना जरूरी होता था.
23 नवंबर 2018 को इंडिया वेस्ट नाम की वेबसाइट ने राहुल के एक इंटरव्यू के हवाले से लिखा, “जब मैं भारत के लिए खेला करता था तब मैं अपने रग्बी कैलेंडर को देखा करता था और टूर्नामेंट्स को देखकर फिल्में लेता था कि खेल की तारीखों से टकराएं नहीं क्योंकि मेरे लिए फिल्मों में एक्टिंग करने से ज्यादा जरूरी भारत के लिए खेलना था.” हालांकि उन्होंने 2008 में इस खेल को अलविदा कहकर संन्यास ले लिया. संन्यास लेने के बाद उन्होंने रग्बी के प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक राहुल ने संन्यास लेने के पीछे कुछ कारण बताए थे. उन्होंने कहा था, “इंटरनेशनल रग्बी की तैयारी के लिए आपको कम से कम दो महीने चाहिए होते हैं. जो मेरे पास नहीं हैं. इसके अलावा पैसा और उम्र इसे छोड़ने की वजह है. रग्बी ज्यादा पैसा देता नहीं है और मैं अब 40 साल का हो गया हूं. इसलिए मुझे ऐसा लगता है कि रग्बी छोड़ देना चाहिए.” फिल्मों और खेल के अलावा राहुल समाज सेवा से भी काफी जुड़े रहे हैं.
सुर्खियों में रह चुके हैं राहुल
राहुल बोस ने निर्भया बलात्कार मामले पर एक बयान दिया था, जिसके बाद उनकी काफी आलोचना हुई थी. एक्टर ने कहा था कि बलात्कारियों को ‘सुधरने’ का मौका दिया जाना चाहिए, अगर वे अपने काम के लिए सच में पश्चाताप करना चाहते हैं. राहुल के इस बयान की मीडिया में बहुत आलोचना हुई थी, लेकिन इसके बावजूद बोस ने अपने कमेंट के लिए माफी मांगने से इनकार कर दिया था.
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