खबर फिली – Oscar 2025 के लिए ‘लापता लेडीज’ नहीं, ‘ऑल वी इमैजिन इज लाइट’ हो सकती थी बेहतर फिल्म? ये है जानकारों का कहना – #iNA @INA

फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) के जूरी पैनल ने 29 फिल्मों में से किरण राव की फिल्म ‘लापता लेडीज’ को ऑस्कर 2025 के लिए चुना है. ये फिल्म ऑस्कर के लिए इंडिया की ऑफिशियल एंट्री होगी. ‘लापता लेडीज’ का ऑस्कर के लिए चयन होने पर ज्यादातर लोग खुश हैं, लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि लापता लेडीज नहीं बल्कि कान फेस्टिवल में अपना कमाल दिखाने वाली पायल कपाड़िया की ‘ऑल वी इमेजिन इज लाइट’ ऑस्कर 2025 के लिए सही फिल्म थी. इस बारे में हमने फिल्म के जानकारों से कुछ सवाल पूछे, तो आइए जानते हैं इस पूरे मामले पर वो क्या सोचते हैं.

एक सीनियर जर्नलिस्ट ने ‘लापता लेडीज’ और ‘ऑल वी इमेजिन इज लाइट’, इन दोनों फिल्मो के बारे में बात करते हुए कहा,”दोनों फिल्में अच्छी हैं. लेकिन पायल कपाड़िया की फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन इज लाइट’ को इंटरनेशनल मार्केट की समझ है. ये फिल्म पहले ही कान में इंटरनेशनल ऑडियंस को प्रभावित कर चुकी है. इंडियन फिल्म में दिखाए गए फेमिनिज्म की वेस्टर्न मार्केट में हमेशा से तारीफ हुई है, इसलिए ‘ऑल वी इमेजिन इज लाइट’ ऑस्कर के लिए सही फिल्म थी.”

खुद से कर सकते हैं ऑस्कर के लिए अप्लाई

क्रिटिक आरती सक्सेना का कहना है कि ‘ऑल वी इमेजिन इज लाइट’ एक बेहतरीन फिल्म है. लेकिन ये एक इंडो-फ्रेंच फिल्म है. इस साल जूरी पैनल ने जो पैरामीटर सेट किए थे, उसमें सबसे अहम बात थी फिल्म की ‘भारतीयता’, जो लापता लेडीज में नजर आती है. लेकिन ‘ऑल वी इमेजिन इज लाइट’ में वो बात नजर नहीं आती. एक तरफ जहां ‘लापता लेडीज’ जैसी फिल्म कोई भी देख सकता है, वहां ‘ऑल वी इमेजिन इज लाइट’ को पसंद करने वाली एक अलग ऑडियंस हैं, ये सभी को पसंद नहीं आएगी.

अगर ‘ऑल वी इमेजिन इज लाइट’ के मेकर्स को लगता है कि उनकी फिल्म ऑस्कर जीत सकती है, तो पायल कपाड़िया और उनकी टीम ऑस्कर 2025 के लिए खुद से कोशिश कर सकती है. ‘ऑल वी इमेजिन इज लाइट’ को बतौर इंडिपेंडेंट नॉमिनेशन ऑस्कर के लिए सबमिट किया जा सकता है, इससे पहले 12th फेल और आरआरआर ने भी ये कोशिश की थी.

अनफेयर फैसला

‘ऑल वी इमेजिन इज लाइट’ जैसी फिल्म होते हुए ‘लापता लेडीज’ का ऑस्कर 2025 के लिए चुना जाना इस बात का सबूत है कि FFI की जूरी हिंदी सिनेमा या फिर कमर्शियल सिनेमा के आगे कुछ सोच ही नहीं सकती. साल 2023 में ‘जोन ऑफ इंटरेस्ट’ ने ‘बेस्ट इंटरनेशनल फीचर’ कैटेगरी में ऑस्कर जीता था, लेकिन ऑस्कर जीतने से पहले उन्होंने कान में ग्रैंड पिक्स जीता था, ये वही पुरस्कार है, जो हाल ही में पायल कपाड़िया और उनकी टीम को ‘ऑल वी इमेजिन इज लाइट’ के लिए मिला है. आज पूरी दुनियाभर का सिनेमा इंटरनेशनल को-प्रोडक्शन पर निर्भर है, आपकी फिल्म कौन प्रोड्यूस कर रहा है इससे फर्क नहीं पड़ना चाहिए.


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