खबर फिली – अगर मैं भजन की तरह बोलूंगा तो… Stree 2 के आइटम सॉन्ग ‘आज की रात’ पर बोले अमर कौशिक – #iNA @INA

श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव स्टारर ‘स्त्री 2’ ने रिलीज होते ही बॉक्स ऑफिस पर कमाल कर दिखाया. ये ब्लॉकबस्टर फिल्म अभी भी थिएटर्स में लगी हुई है और अच्छी कमाई कर रही है. फिल्म ने लोगों से खूब वाहवाही बटोरी. इसका गाना ‘आज की रात’ काफी वायरल हुआ था. अब हाल ही में अमर कौशिक ने इस गाने को लेकर बात की है और बताया है कि लोगों को लगता है आइटम नंबर है तो गंदे बोल ही होना चाहिए, जबकि ऐसा नहीं है.

डायरेक्टर अमर कौशिक ने ‘स्त्री 2’ के सॉन्ग ‘आज की रात’ को लेकर कहा कि आइटम सॉन्ग फिल्म के मेसैज को और भी बेहतर बना सकता है. उन्होंने कहा कि अक्सर आइटम नंबरों में फीमेल को ऑब्जेक्टिफाई करने के लिए क्रिटिसाइज किया जाता है, लेकिन उन्हें लगता है कि अगर सही तरीके से गाने को पेश किया जाए तो वो फिल्म को एक नई ऊंचाई तक पहुंचा सकते हैं.

फिल्म का मैसेज क्लियर होना जरूरी

कौशिक ने हाल ही में मीडिया से बातचीत के दौरान अपने विजन के बारे में बताया. डायरेक्टर ने कहा, “एक आइटम सॉन्ग वाली मसाला फिल्म’ भी एक अच्छे कॉन्टेंट को बनाए रखती है. जब आप एक बड़े बजट की फिल्म बनाते हैं, तो आपको एक पूरा पैकेज देने की जरूरत होती है, जिसमें फिल्म में दिए मैसेज के बारे में क्लियर होना बहुत जरूरी है. ”

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उन्होंने कहा, “हर डायरेक्टर को ये पता होना चाहिए कि वो फिल्म में क्या कहना चाहता है और क्या दिखाना चाहता है. लोगों को आइटम सॉन्ग पसंद आते हैं, लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो फिल्म की कहानी में फिट हों. हालांकि, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि लोग आइटम सॉन्ग देखने के लिए भी थिएटर्स में आते हैं.”

“लोगों को लगता है आइटम सॉन्ग है तो गलत लिरिक्स हों”

हालांकि, मैंने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि कहानी को क्वालिटी और सम्मान से कोई कॉम्प्रोमाइज किए बिना लोगों के सामने पेश करूं. ज्यादातर लोगों को लगता है आइटम सॉन्ग है तो गंदे बोल ही होने चाहिए, लेकिन मैं चाहता था कि गाना एंटरटेनिंग और फिल्म के हिसाब से फिट होना चाहिए, लेकिन गाने के लिरिक्स मीनिंगफुल होने चाहिए.

अब मैं इसे भजन की तरह तो नहीं बोलूंगा

कौशिक बोले, “मेरा मानना था कि गाना चीप नहीं होना चाहिए, क्योंकि फिल्म वैसी नहीं है. आप बोलो आप जो बोलना चाहते हो और अदाएं भी होनी चाहिए, लेकिन जब आप लिरिक्स सुनोगे तो लगना चाहिए कि ये तो बड़ी बात बोल दी. मैं अगर इसे भजन की तरह बोलूंगा तो इसे कोई सुनना पसंद नहीं करेगा. जिसको समझना है वो समझता है, जिसको नहीं समझना है उसको आप समझा नहीं सकते.


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