खबर फिली – यूनाइटेड किंगडम ने हिंदी फिल्म ‘संतोष’ को ऑस्कर्स में भेजा, क्या है इसकी कहानी? – #iNA @INA

ब्रिटिश एकेडमी ने यूनाइटेड किंगडम (UK) की ओर से संध्या सुरी के निर्देशन में बनी हिंदी फिल्म ‘संतोष’ को ऑस्कर्स में भेजने का फैसला किया है. ऑस्कर्स की इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटगरी में ‘संतोष’ यूके की ओर से आधिकारिक एंट्री होगी. ये एक क्राइम थ्रिलर फिल्म है. इसकी चर्चा तब खूब हुई थी, जब कान्स के अन-सर्टेन रिगार्ड कंप्टीशन में इसकी स्क्रीनिंग हुई थी.

संध्या सुरी ब्रिटिश-इंडियन फिल्मकार हैं. उन्होंने संतोष के डायरेक्शन के साथ-साथ इसका लेखन भी किया है. इस फिल्म में शहाना गोस्वामी लीड रोल में नज़र आई हैं. संध्य इससे पहले साल 2005 में आई अपनी डॉक्यूमेंट्री ‘आई फोर इंडिया’ और 2018 में आई ‘अराउंड इंडिया विद अ मूवी कैमरा’ के लिए तारीफें हासिल कर चुकी हैं. फिल्म को भले ही यूके की ओर से भेजा गया हो, लेकिन ये भारतीय ही है. इसकी कहानी उत्तर भारत के एक गांव की है.

क्या है फिल्म की कहानी?

‘संतोष’ इस फिल्म की लीड एक्ट्रेस का ही नाम है. संतोष की शादी होती है और कुछ ही वक्त में उसके पति का निधन हो जाता है. इसके बाद उसे अपने पति के बदले नौकरी मिलती है और वो पुलिस कॉन्सटेबल बन जाती है. पर तभी वंचित समाद की एक छोटी बच्ची की हत्या हो जाती है और फिर संतोष को इस मामले की जांच में शामिल कर लिया जाता है. संतोष का किरदार शहाना गोस्वामी ने निभाया है. फिल्म में सुनीता पंवार भी हैं.

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इस फिल्म में लुइसा गर्सटेन ने संगीत दिया है. लेननेर्ट हिलेग इसके सिनेमाटोग्राफर हैं. इस फिल्म को जेम्स बोशर, बलथजार डी गनै, माइक गुडरिज और ऐलन मकैलेक्स ने मिलकर प्रोड्यूस किया है. संध्या ने कान्स फिल्म फेस्टिवल की वेबसाइट से इस फिल्म के बारे में बात की थी.

फिल्म बनाने की वजह के बारे में उन्होंने तब कहा था, “काफी अरसे से मैं ऐसा कोई तरीका ढूंढ रही थी, जिससे मैं महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा पर बात कर सकूं. मैं भारत में थी. एनजीओ के साथ काम कर रही थी और रीसर्च कर रही थी तभी मेरी नजर एक तस्वीर पर पड़ी.” संध्या ने बताया था कि ये तस्वीर निर्भया गैंगरेप केस के दौरान प्रोटेस्ट कर रहीं महिलाओं की थी. इसके बाद उन्होंने महिला पुलिसवालों पर रीसर्च की और उन्हें यहां से ही फिल्म बनाने का आइडिया आया.


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