खबर फिली – Kantara Chapter 1: ऋषभ शेट्टी ने बना डाली पूरी अलग दुनिया, पहले कभी नहीं देखी होगी ऐसी कहानी – #iNA @INA

फिल्म निर्देशक ऋषभ शेट्टी की फिल्म कांतारा ने लोगों को एक ऐसा एक्सपीरियंस दिया है जो उनको हमेशा याद रहेगा. कांतारा एक काफी छोटे बजट की फिल्म थी लेकिन ऋषभ की मेहनत और जबरदस्त कहानी ने इस फिल्म को एक कभी ना भूला पाने वाला एक्पीरियंस बना दिया. साल 2022 में रिलीज हुई इस फिल्म ने रिलीज होने के बाद सफलता का मतलब ही बदल दिया. अब लोग बड़ी बेसब्री फिल्म के अगले पार्ट का वेट कर रहे हैं जिसके नाम का खुलासा भी हो गया है.

‘कांतारा’ की सफलता के बाद अब उसके प्रीक्वल ‘कांतारा: चैप्टर 1’ का ऐलान हो चुका है और ये काफी चर्चा में भी है. ‘कांतारा’ में हमने कर्नाटक के मशहूर ‘भूत कोला’ उत्सव की कहानी देखी थी, वहीं अब ‘कंतारा: चैप्टर 1’ कदंब काल को एक्सप्लोर करेगी. कदंब पीरियड को भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग माना जाता है, जो अपनी आकर्षक समृद्धि और ऐतिहासिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. अब ‘कांतारा: चैप्टर 1’ में हमें इसी पीरियड की कहानी देखने को मिलेगी.

कदंब एम्पायर को जिंदा करने की कोशिश

क्योंकि एक पीरियोडिक फिल्म की खासियत उसके सेट पीसेस होते हैं ताकी कहानी को उस सदी का दिखाया जा सके. लोगों को ये फील दिलाना जरूरी है ताकी वो कहानी के किरदारों से कनेक्ट कर सकें और फील कर सके कि ये कहानी नहीं बल्कि सच्चाई है. ऋषभ ने लोगों को अपनी फिल्म से वो फील देने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. उन्होंने, होम्बले फिल्म्स के साथ मिलकर एक ऐसा सेट तैयार किया है जो लोगों को उस दौर में ले जाएगा. इस सेट पर काफी बारीकी से काम किया गया है जो कदंब एम्पायर को आज के दौर में जिंदा कर देगा.

कदंब कालखंड में सेट है कहानी

ये फिल्म कर्नाटक के कदंब कालखंड में सेट है. कदंब उस समय के महत्वपूर्ण शासक थे, जो कर्नाटक के कुछ हिस्सों पर राज करते थे और उन्होंने वहां के आर्किटेक्चर और संस्कृति को आकार देने में बड़ी भूमिका निभायी थी. इस पीरियड को बड़े पर्दे पर दिखाने के लिए, मेकर्स होम्बले फिल्म्स और एक्टर ऋषभ शेट्टी ने कुंडापुर में कदंब एम्पायर को रीक्रिएट किया है.

कई एकड़ में फैला है नया सेट

इस कहानी को असली एहसास देने के लिए मेकर्स खूब पसीना बहा रहे हैं. यहां तक कि फिल्म के लिए एक नया स्टूडियो भी बनाया गया है. पहले उन्होंने 80 फीट ऊंचाई का एक बड़ा सेट खोजने की कोशिश की थी, जहां एलाबोरेट सेटिंग बनाई जा सके, लेकिन वो वैसा कुछ नहीं ढूंढ पाए, इसलिए एक कदम और बढ़कर उन्होंने खुद का स्टूडियो खड़ा कर दिया. ये पूरा सेट कई एकड़ में फैला है और काफी खूबसूरत भी है.

कंताराः चैप्टर 1 इसी समय के दौरान सेट है, जब भारत में सब कुछ भव्य और अद्भुत था. फिल्म एक प्रीक्वल के रूप में कंतारा से पहले की घटनाओं को दिखाएगी, और ये बताएगी कि क्या हुआ जो सब कुछ ऐसा बन गया? मेकर्स इस युग को पूरी तरह से रीक्रिएट करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे और हर चुनौती का सामना कर रहे हैं.


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