सेहत – तेज बुखार और चमकते बालों के लिए चमकती है ये दवा! कुछ ही जगहों पर है कीमत, जानें कीमत

गिरजाघर: हिमालयी क्षेत्र में कई हेल्थ बूटियां पाई जाती हैं, जिन्का का उपयोग आयुर्वेद में कई दवाओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। इन्ही में से एक है जटामांसी (नारडोस्टैचिस जटामांसी)। जो अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। लेकिन धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे हो रही हो रही लैब्स के इंस्टीट्यूट्स की कीमतें बढ़ रही हैं। इसे संकटग्रस्त अधिकृत में भी शामिल किया गया है। लेकिन इस दवा के फायदे इतने हैं कि आप चौंक जाएंगे।

जटामांसी औषधि के फायदे कर हैरान कर देने वाले
गढ़वाल विश्वविद्यालय के वनस्पति विभाग के वैज्ञानिक डॉ. अनंत कुमार बताते हैं कि जटामांसी एक छोटे आकार का पौधा है, इसके अवशेष में कई औषधीय गुण होते हैं। इस उपाय का उपयोग उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्र में रहने वाले लोग और आयुर्वेद में भी किया जाता है। जटामांसी की जड़ का उपयोग तेज बुखार, चक्कर आना, दिमाग से संबंधित बीमारियों के उपचार में होता है। इसका उपयोग आयुर्वेदिक औषधियों में भी किया जाता है।

जटामांसी में संकटग्रस्त नामांकित अधिकारी
आईयूसीएन (इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर) द्वारा जटामांसी को संकटग्रस्त नामांकित श्रेणी में रखा गया है। जटामांसी का अत्यधिक दोहन हो रहा है। यह पौधा अब वॅपटी की विविधता पर है. हिमाचली क्षेत्र में संख्या में तेजी से कमी आ रही है। जटामांसी में सबसे अधिक संख्या उत्तराखंड, इसके जम्मू-कश्मीर और झारखंड में पाई जाती है और यहां तक ​​के स्थानीय लोग औषधीय उपयोग करते हैं।

जटामांसी की कीमत
पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोग जटामांसी उपचार के बारे में मेम अच्छे से जानते हैं। प्रयोग भी होते देखा होगा. इसी कीमत की बात करें तो 3 हजार रुपये में आपको एक बच्चा मिल जाएगा। डॉ. ने बताया कि जटामांसी केवल हिमालयी क्षेत्र, चीन और तिब्बत में पाई जाती है। यह एक बेहद उपयोगी पौधा है.

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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