सेहत – व्याख्याकार: मांकी पॉक्स क्या है, कहां से आया, इसका खतरा और लक्षण क्या हैं? हर प्रश्न के उत्तर जानें

भारत में मंकी पॉक्स या एम्पॉक्स का संदिग्ध मामला है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि विदेश से एक ट्रेडमार्क में एमपॉक्स के लक्षण पाए गए हैं। उसे एक अस्पताल के वार्ड में रखा गया है। मिनिस्ट्री ने कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग भी शुरू कर दी है। पता चल रहा है कि मरीज के संपर्क में कौन-कौन लोग आए थे। उसके एल्बम भी जारी किये जा रहे हैं।

नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) भी पूरे मामले पर नजर रख रही है। WHO ने 14 अगस्त को मानकी पॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य घोषित कर दिया था। मंकी पॉक्स कहां से आया, कितनी लंबी बीमारी है? जानिए हर सवाल का जवाब

प्रश्न: मंकी पॉक्स क्या है? (Mpox का मंकीपॉक्स क्या है)
उत्तर: मंकी पॉक्स एक वायरल डिजीज है, जो एम्पॉक्स वायरस के जरिए पकड़ा गया है। बायोलॉजिकल मेडिकल रिसर्च के लिए डॉक्युमेंट्री एयरलाइंस और बीआर कॉम सेंटर प्रो. सुनैत सिंह hindi.news18.com से कहते हैं कि मैंकी पॉक्स वायरस, स्मॉल पॉक्स (चेचक) की फैमिली या उस जैसे वायरस ग्रुप का सदस्य है। लेकिन ये चेचक से कम बिकता है.

प्रश्न: कहाँ से आया मंकी पॉक्स?
उत्तर: मैन्की पॉक्स पहली बार 1970 में अफ्रीका के कांगो में सामने आया था। 90 के दशक के बाद उनकी मुलाकात अफ्रीका के देशों में हुई। साल 2022 में तो इस वायरस ने यूरोप से लेकर अमेरिका तक में कहर बरपाया।

प्रश्न: मांकी पॉक्स के कितने स्ट्रेन हैं?
उत्तर: मांकी पॉक्स के मुख्य रूप से दो स्ट्रेन पाए गए हैं। पहला स्ट्रेन ‘क्लेड-1’ है, जो मध्य अफ्रीकी देश में पाया गया। यह सबसे घातक स्ट्रेन है और इसके पहाड़ में आने वाले करीब 10 फिसदी लोगों की मौत हो गई। दूसरा है ‘क्लेड-2’, जो कम मार्केट है और ज्यादातर देशों में यही स्ट्रेन फैला हुआ है। इस स्ट्रेन की चपेट में आने वाले 99.99% लोग ठीक हो जाते हैं।

प्रश्न: मांकी पॉक्स के लक्षण क्या हैं? (मंकीपॉक्स के लक्षण)
उत्तर: मांकी पॉक्स के लक्षण वायरल बुखार जैसे होते हैं। शुरूआती दौर में सिरदर्द, बुखार, प्लास्टर में दर्द, ठंड लगना और थकान शामिल है। दो से तीन दिन बाद पेट में दर्द, गले में सूजन और शरीर पर चकत्ते पड़ जाते हैं। कुछ दिन बाद शरीर पर बड़े-बड़े फोले जैसे डैन निकल आते हैं। खासकर गुप्तांगों पर पानी वाले दानें और छाले पड़ जाते हैं।

प्रश्न: मंकी पॉक्स कैसे है?
उत्तर: मंकी बॉक्स एक जूनिक बीमारी है। इसका मतलब यह है कि ये इंसानों से अलग हो सकता है और इंसानों से अलग हो सकता है। इसी तरह इंसानों से इंसानों में पता लगाया जा सकता है।

प्रश्न: किन लोगों को मंकी पॉक्स का खतरा?
उत्तर: डॉ. सूनीत सिंह का कहना है कि अगर कोई भी व्यक्ति मानकी पॉक्स की चपेट में है तो उसके आने वाले इस वायरस से संपर्क हो सकता है। इस वायरस का खतरा सबसे अधिक समलैंगिक लोगों, विशेष रूप से गे और एक से अधिक बड़े पैमाने पर रहने वाले लोगों को है। यह वायरस त्वचा के माध्यम से, सांस की नली. नाक और मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश होता है। रोगी को नींद, उसके चमड़े, कपड़े और जूतों के लिए भी एमपॉक्स का उपयोग किया जा सकता है।

प्रश्न: किन देशों में मंकी पॉक्स का खतरा?
उत्तर: अफ्रीकी देशों में मंकी पॉक्स एक महामारी बन गई है। विशेष रूप से कांगो में यह आम है. अफ्रीकी सीडीसी के अनुसार इस साल के शुरुआती महीनों में ही एम्पॉक्स के करीब 15000 मामले सामने आए और 450 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।

प्रश्न: मंकी पॉक्स का इलाज क्या है?
उत्तर: बाज़ार में मंकी पॉक्स की वैक्सीन (मंकीपॉक्स वैक्सीन) उपलब्ध है। साल 2022 में जब यूरोप, अमेरिका सहित संयुक्त राष्ट्र तक यह वायरस पहुंचा, जहां नामोनिशान तक नहीं था, तब टीकाकरण के जरिए इस पर विचार किया गया।


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