सेहत – बायोप्सी टेस्ट: बायोप्सी टेस्ट से क्या होता है कैंसर? बेस्ट डॉक्टर से जानें सच
डेवेलो/श्रीनगर गढ़वाल. बायोप्सी टेस्ट का नाम विवरण ही किसी एक व्यक्ति के लिए संदेह का विषय है। बायोप्सी टेस्ट का उपयोग कैंसर की जांच के लिए किया जाता है। कई लोगों को यह महसूस होता है कि बायोप्सी से कैंसर हो सकता है। बायोप्सी के दौरान शरीर के कैंसर से प्रभावित हिस्सों से ऊतकों का परीक्षण किया जाता है, जिससे कैंसर की जांच की जाती है। इससे कुछ लोगों को लगता है कि प्रभावित कैंसर भागों से ऊतक प्रवाह से कैंसर तेजी से फैल सकता है। यही कारण है कि लोग बायोप्सी से पवित्र होते हैं।
इस बारे में उत्तराखंड के राजधानी अस्पताल स्थित महंत इंद्रेश अस्पताल के कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर अजय तिवारी ने लोकल 18 से बातचीत की। उन्होंने बताया कि हमारे समाज में यह गलत धारणा है कि बायोप्सी से कैंसर होता है। अक्सर रोगी के शरीर में कैंसर के पेट का पता चलने के बाद भी लोग घर पर बैठे रहते हैं और डॉक्टर के पास नहीं जाते हैं, क्योंकि उन्हें ऐसा होता है कि डॉक्टर बायोप्सी करने की सलाह लेते हैं और कैंसर फैल जाता है।
बायोप्सी आविष्कार से नहीं पुरातत्व कैंसर
डॉ. शिक्षक बायोप्सी से कैंसर की जानकारी नहीं लेते बल्कि इसके माध्यम से कैंसर की जानकारी देते हैं। शरीर के अलग-अलग मानक में कई बार दांत बन जाते हैं, जिनमें कैंसर या टीबी हो सकती है। बायोप्सी करने से पता चलता है कि पेट का कैंसर है या नहीं। उन्होंने कहा कि बायोप्सी से यह भी पता चलता है कि कैंसर किस चरण में है और मरीज को कौन सा अंत देना चाहिए या कौन सी दवा उपयुक्त होगी। बायोप्सी से बीमारी का शीघ्र पता लगाया जा सकता है और इसका शीघ्र इलाज किया जा सकता है।
ऐसे करें बायोप्सी टेस्ट
डॉक्टर तिवारी ने आगे कहा कि बायोप्सी में शरीर के कैंसर से प्रभावित हिस्से से एक ऊतक लिया जाता है, जिसके बाद उसकी जांच की जाती है। वर्तमान में लेजर और निडिल के माध्यम से अपॉइंटमेंट चैलेंजर्स का उपयोग करके बायोप्सी की जाती है, जो एक बिल्कुल सुरक्षित प्रक्रिया है। इस तरीके से दर्द कम होता है और मरीज़ के लिए यह प्रक्रिया अधिक आरामदायक है। बायोप्सी के माध्यम से कैंसर के प्रकार और चरण का पता लगाने में मदद मिलती है, जिससे सही उपचार और इलाज किया जाता है।
पहले प्रकाशित : 10 अक्टूबर, 2024, 11:00 IST
अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
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