दुनियां – कनाडा का आतंक प्रेम, वाटेंड लिस्ट से हटाया गोल्डी बराड़ का नाम, संजय वर्मा ने लगाई क्लास – #INA

कनाडा के आतंक प्रेम और भारत विरोधी रुख के कारण दोनों देशों के बीच रिश्ते सबसे निचले स्तर पर हैं. दोनों देशों ने पिछले सप्ताह अपने राजनयिकों को वापस बुला लिया है. इस बीच, गुरुवार को कनाडा ने अचानक गैंगस्टर गोल्डी बरार का नाम अपनी वांटेड लिस्ट से हटा दिया. कनाडा से वापस बुलाए गए भारत के उच्चायुक्त संजय वर्मा को इसकी जानकारी है. उन्होंने एक बार फिर इस पर कनाडा के व्यवहार को घटिया करार दिया है.
पीटीआई से इंटरव्यू में संजय वर्मा ने कहा कि कनाडा ने अचानक उत्तरी अमेरिकी राष्ट्र में सक्रिय गैंगस्टर गोल्डी बरार का नाम अपनी वांटेड अपराधियों की सूची से हटा दिया. उन्होंने कहा कि भारत ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और बरार के नाम कनाडाई अधिकारियों के साथ साझा किए थे. जिसके बाद बरार का नाम वांटेड की सूची में डाल दिया गया.
वरिष्ठ राजनयिक संजय वर्मा ने यह भी कहा कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या गलत थी. पूरी जांच के बाद सच्चाई सामने आनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘निज्जर हमारे लिए आतंकवादी था, लेकिन किसी भी लोकतंत्र, कानून के शासन वाले देश के लिए, न्यायेतर कुछ भी गलत है.’ राजनयिक ने कहा, ‘हमने हमेशा उनसे कहा कि हम पूरे प्रकरण की तह तक जाना चाहते हैं, ताकि आप संतुष्ट हों, हम संतुष्ट हैं.’
मैं इसका क्या मतलब निकालूं?- संजय वर्मा
संजय वर्मा ने कहा कि गोल्डी बरार कनाडा में एक गिरोह चलाता था लेकिन उस देश में कई ऐसे समूह हैं जिनकी पहुंच इतनी अंतरराष्ट्रीय नहीं है. लेकिन उनका प्रभाव पूरे कनाडा में है. उन्होंने कहा कि गोल्डी बरार कनाडा में रह रहा था. उसके अनुरोध पर उसका नाम वांछितों की सूची में डाला गया था. उन्होंने कहा, ‘अब अचानक गोल्डी बरार का नाम वांछितों की सूची से गायब हो गया. मैं इसका क्या मतलब निकालूं? या तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया है या वह अब वांछित नहीं है.’
उन्होंने आगे कहा कि इसलिए, जब ड्रग तस्करी या मानव तस्करी और बंदूक चलाने को लेकर हिंसा शुरू होती है, तो यह देखा गया है कि दुनिया में हत्याएं बढ़ जाती हैं. माना जाता है कि बरार लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य है. मई 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लेने के बाद बरार सुर्खियों में आया था. हालांकि, रिपोर्ट्स बताती हैं कि दोनों अब अलग-अलग गिरोह चला रहे हैं.
कनाडाई अधिकारी अपने सपनों से जागे- वर्मा
वर्मा ने कहा कि भारत ने गोल्डी बरार और बिश्नोई के नाम रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) के साथ साझा किए थे. कनाडा से वापस बुलाए गए भारत के उच्चायुक्त संजय वर्मा ने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि कनाडा या कनाडाई अधिकारी अपने सपनों से जागे और कहा, यहां एक लॉरेंस बिश्नोई है और एक गोल्डी बरार है. यह एक भारतीय एजेंसी थी जिसने उन्हें इन दो गैंगस्टरों के बारे में बताया.’
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जून 2023 में खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की मौत के बाद से कनाडा और भारत के बीच संबंध तनावपूर्ण हैं. कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या के मामले में भारत पर निराधार आरोप लगाए हैं.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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