Political – PM मोदी-केजरीवाल के हिट फॉर्मूले से सत्ता चाह रही कांग्रेस, हरियाणा में चला दांव कितना दमदार?- #INA

हरियाणा में बीजेपी-AAP के फॉर्मूले पर कांग्रेस

हरियाणा में कांग्रेस पिछले 10 सालों से सत्ता का वनवास झेल रही है, लेकिन इस बार वह हर हाल में सत्ता का सूखा खत्म कर वापसी की कवायद में है. कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल के हिट फॉर्मूले को अपनाकर हरियाणा की सियासी बाजी अपने नाम करने का दांव चला है. कांग्रेस ने बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए सात वादों के साथ घोषणा पत्र जारी किया है, जिसमें मुफ्ती बिजली देने के केजरीवाल मॉडल के तर्ज पर देने का वादा किया गया है तो बीजेपी की तरह गरीबों को घर और एमपी में लाडली बहना योजना से पलटने वाली सियासी बाजी 18 साल से ऊपर की हर महिला को दो हजार रुपये देने की गारंटी दी है.

हरियाणा विधानसभा चुनाव की जंग जीतने के लिए कांग्रेस ने घोषणा पत्र में जो दावे किए हैं वह न सिर्फ लोक लुभावन है बल्कि दिल खोलकर जनता पर पैसे लुटाने का भी वादा किया है. कांग्रेस की ओर से तेलंगाना मॉडल को अपनाया है, जिसमें 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने, बुजुर्गों को 6 हजार की पेंशन और दो कमरों के मकान का वादा किया गया है. इसके अलावा किसानों को लुभाने के लिए एमएसपी को कानूनी गारंटी बनाने का भी भरोसा दिया गया है.

मुफ्त में चीजें देने का दांव

मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना से सियासी बाजी पलटने वाली योजना जिसमें 18 साल से ऊपर की महिलाओं को दो हजार रुपये देने का भी वादा किया है. कई मुफ्त योजनाओं को देने का भी ऐलान किया गया है.

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कांग्रेस ने हरियाणा में अपने दो चरणों में लांच होने वाले घोषणा पत्र के पहले हिस्से में कहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) तो कहीं अपनी ही सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू करने का ऐलान किया है. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जिन वादों का जिक्र किया है, उसमें मुफ्त में बिजली का दांव भी है. दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार ने मुफ्त बिजली, पानी देकर सत्ता पर अपनी मजबूत पकड़ बनाई है. केजरीवाल का ये फॉर्मूला जिताऊ बन गया है, जिसे कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव में अपनाया है. सत्ता में आने पर 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा कांग्रेस ने किया है.

बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवाओं पर कांग्रेस

कांग्रेस ने हरियाणा में महिलाओं को दो हजार रुपये प्रतिमाह देने की घोषणा से लेकर बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवाओं को छह हजार रुपये की पेंशन की घोषणा की है. मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव से ठीक पहले लाडली बहना योजना में 18 साल से ऊपर की प्रत्येक महिलाओं को दो हजार रुपये देने का काम किया था. शिवराज के इस दांव ने बीजेपी की हारी बाजी को पलट दिया था. बीजेपी ने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की. अब कांग्रेस ने हरियाणा में हर महिला को दो हजार रुपये देने का वादा किया है.

पार्टी ने अपना हथियार बनाते हुए हरियाणा के चुनाव में बड़ा दांव चला है, लेकिन यह दांव कितना कारगर होगा यह तो चुनाव के नतीजे बताएंगे. कांग्रेस ने बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवाओं को छह हजार रुपये पेंशन देने की घोषणा करके इस समुदाय को भी साधने की कोशिश की है.

राजस्थान की योजना पर भी दांव

राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के दम पर कांग्रेस ने अपना पूरा चुनाव लड़ा था. गहलोत की चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना महत्वपूर्ण योजना रही. हालांकि यह बात अलग है कि और भी बहुत से तमाम कारणों के चलते राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार वापस नहीं आ सकी, लेकिन इस योजना की राजस्थान के चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा थी.

अब कांग्रेस ने इसी योजना को हरियाणा में अपने घोषणा पत्र में रखा है और स्वास्थ्य बीमा के लिहाज से सियासी मुफीद साबित हो सकती है. इसके तहत गरीबों के 25 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज का वादा किया गया है.

भारतीय राजनीति में मुफ्त की योजनाओं से चुनाव की बाजी राजनीतिक दल अपने नाम करते रहे हैं. अरविंद केजरीवाल के पानी बिजली से लेकर पीएम मोदी के मुफ्त राशन का दांव काफी कारगर रहा है. इतना ही नहीं ममता बनर्जी से लेकर एमके स्टालिन तक मुफ्त की योजनाओं के जरिए सत्ता में बने हुए हैं. ऐसे में कांग्रेस ने भी कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश की बाजी अपने नाम करने के बाद अब हरियाणा चुनाव में भी सियासी दांव चला है.

ऐसे में गैस सिलेंडर के लिए चाहे पांच सौ रुपये देने का वादा हो या फिर कर्मचारियों की जो सबसे बड़ी मांग ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने का भरोसा. इसके अलावा कांग्रेस ने हरियाणा में 100 गज के मुफ्त प्लाट और पक्का मकान देने का वादा किया है. साथ ही किसानों के सियासी अहमियत को देखते हुए एमएसपी पर कानूनी गारंटी और तुरंत मुआवजे का भी बड़ा वादा किया गया है.

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