देश- Baba Siddique Murder: बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में आया नाम, जानें किस जेल में और क्यों बंद है लॉरेंस बिश्नोई- #NA
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (फाइल)
गुजरात एटीएस ने 2022 में कच्छ के जखौ के पास समुद्र से 38.9 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की थी. पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि ड्रग्स गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के पास जा रही थी. गुजरात एटीएस ने लॉरेंस को तिहाड़ जेल से 2023 में ट्रांसफर वारंट के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया था. गुजरात एटीएस द्वारा इस मामले में रिमांड समेत कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद मई-2023 में उसे साबरमती जेल में हाई सिक्योरिटी जोन में रखा गया.
लॉरेंस को एक बार साबरमती जेल से तिहाड जेल ले जाया गया था, जिसके बाद अगस्त में उन्हें फिर से साबरमती जेल लाया गया था. इसी बीच इस मामले की जांच गुजरात एटीएस से लेकर एनआईए को सौंपी गई थी. आगे की जांच पूरी करने के बाद एनआईए की गुजरात इकाई द्वारा आरोप पत्र दायर किया गया था. लॉरेंस बिश्नोई के आपराधिक हिस्ट्री, उसकी आपराधिक गतिविधियों और प्रतिद्वंद्वी गिरोहों से उसे होने वाले खतरे के कारण, केंद्र सरकार द्वारा उसे जेल से बाहर ले जाने पर रोक लगाते हुए धारा 268 लगाई गई थी, जो अभी भी लागू है.
क्या है धारा 268
अनुच्छेद 268 के तहत किसी कैदी को सरकार की अनुमति के बिना जेल से रिहा नहीं किया जा सकता. इसी तरह, लॉरेंस बिश्नोई को भी तब तक जेल से रिहा नहीं किया जा सकता जब तक कि केंद्र सरकार उसे रिहा करने की अनुमति न दे. लॉरेंस फिलहाल साबरमती जेल में बंद है लेकिन वह एनआईए कोर्ट की हिरासत में कहा जायेगा. जब किसी हत्या के मामले, गोलीबारी के मामले या ऐसे ही किसी हाई प्रोफाइल मामले में उसका नाम आया हो तो उस वारदात वाली जगह की पुलिस अदालत की अनुमति से जेल में उससे पूछताछ के लिए साबरमती जेल आई है.
CCTV की निगरानी
अगर कल मुंबई में हुई बाबा सिद्दीकी की हत्या में उसकी या उसके गिरोह के सदस्यों की भूमिका सामने आती है, तो मुंबई पुलिस अदालत से उससे पूछताछ करने की अनुमति ले लेगी और फिर उससे पूछताछ कर सकती है. हालांकि लॉरेंस बिश्नोई साबरमती जेल में बंद है और उसका नाम कई हाई प्रोफाइल अपराधों में बढ़ रहा है. लेकिन साबरमती जेल में वह हाई सिक्योरिटी जोन में सीसीटीवी की निगरानी में है.
हाई सिक्योरिटी जोन में है लॉरेंस
इसके अलावा, गुजरात पुलिस की एक विशिष्ट नीति है कि लॉरेंस सहित ऐसे अन्य हाई प्रोफाइल अपराधियों को हाई सिक्युरिटी ज़ोन में रखा जाता है. ऐसे में यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे किसी भी अवैध आपराधिक गतिविधियों में शामिल न हो सकें. जेल की एक आंतरिक सुरक्षा टीम और एटीएस की एक टीम निगरानी करती रहती है. लॉरेंस बिश्नोई और लॉरेंस बिश्नोई के साथ कनेक्शन रखने वाले व्यक्तियों की आवाजाही पर नजर रखी जाती है. अहमदाबाद क्राइम ब्रांच, अहमदाबाद एसओजी और साबरमती जेल के बाहर अन्य सुरक्षा एजेंसियां जेल के अन्य कैदियों और उनसे मिलने आने वाले रिश्तेदारों पर नजर रखती हैं. जेल सूत्रों से पता चला है कि लॉरेन्स हनुमान भक्त और धार्मिक स्वभाव का है. वह भोजन नहीं करता और अपने आहार में ज्यादातर फल लेता है.
रिपोर्ट – यूनुस गाजी / अहमदाबाद
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