अररिया का शहीद कारगिल पार्क बदहाली का शिकारः लोगों में प्रशासन के खिलाफ नाराजगी, बोले-पार्क बना अवैध गतिविधियों का अड्डा
मंटू राय संवाददाता अररिया
अररिया के चांदनी चौक पर स्थित शहीद कारगिल पार्क अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। कारगिल युद्ध में शहीद जवानों की स्मृति में बनाए गए इस पार्क में गंदगी और प्रशासनिक लापरवाही का आलम है। युवाओं और स्थानीय लोगों ने नगर परिषद प्रशासन व पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जल्द से जल्द पार्क की साफ-सफाई और पुनर्विकास की मांग की है।
पार्क में गंदगी और अवैध गतिविधियों का अड्डा पार्क में खाली शराब की बोतलें, प्रतिबंधित लॉटरी के पर्चे और कोडीन युक्त कफ सिरप की बोतलें बिखरी हुई हैं। जगह-जगह कचरे और यूरिन का बहाव दिखता है, जिससे वहां जाने वाले लोगों को निराशा होती है। स्वतंत्रता सेनानी सूर्य नारायण साह के पौत्र विष्णु कुमार ने इसे शहीदों का अपमान बताया और जल्द कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
प्रशासनिक उदासीनता का आरोप
स्थानीय वार्ड पार्षद दीपंकर दास ने बताया कि उन्होंने कई बार नगर परिषद प्रशासन को पत्र लिखकर साफ-सफाई और यूरीनल की व्यवस्था करने की मांग की, लेकिन कोईकदम नहीं उठाया गया। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी चंद्र प्रकाश राज ने बताया कि पार्क का अधिकार वन विभाग को स्थानांतरित कर दिया गया है, इसलिए उनके नियंत्रण से बाहर है। वहीं, अररिया डीएफओ संजीव कुमार ने इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की है ताकि शहीदों की स्मृति में बनाए गए इस पार्क को उसकी गरिमा वापस मिल सके।