पैराडाइज़ स्कूल में हिन्दी दिवस मनाई गई
कांकेर :-’’हिन्दी भाषा अनेकता में एकता को स्थापित करने का सूत्रधार है’’ हिन्दी भाषा हमारे राष्ट्र को एकता एवं प्रेम से पिरो कर राष्ट्रीय एकता को स्थापित करता हैं। हिन्दी भाषा से ही हमारे प्राचीन सभ्यता एवं संस्कृति परिलक्षित होती है। हिन्दी दिवस के अवसर पर पैराडाइज हायर सेकेण्डरी स्कूल में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित गया किया जिसमे छात्र-छात्राओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। प्रातःकालीन सभा की शुरूवात हिन्दी प्रार्थना, योगा, ध्यान व हिन्दी प्रश्नोउत्तरी द्वारा किया गया एवं हिन्दी कविता पाठ पल्लवी कोर्राम द्वारा किया गया। हिन्दी दिवस के इस अवसर पर हिन्दी विषय पर बोर्ड डेकोरेश्न तेजस्वी देवांगन, योगिता खेलन, अंशिका देवांगन, विविका कोर्राम, आशी अली, असमा खान कक्षा सातवी के छात्राओं द्वारा किया गया।
हिन्दी निबंध प्रतियोगिता में जाइना ईशानी, पल्लवी कोर्राम, बूसरा बानों लिची जैन, अनुष्का मेश्राम, लियोगिनी ध्रुव, दक्ष रजक, हर्षिता ठक्कर, हिमेश साहू, चेतन निर्मलकर, अवि शुक्ला, शेख अनहफ, अनुराधा शर्मा, अर्पिता सिंह, गौसिया कुरैशी, करिश्मा नागवानी, लहर असरानी, इस्मित कौर, आर्यन नायक, अरण्य नेताम, हनफिया, लक्की दर्रो, अनोखी पवार, अनुकल्प झा, आराध्य चैहान आदि छात्र-छात्राओं ने भाग लिये, जिसमें अर्पिता सिंह प्रथम स्थान प्राप्त की, पल्लवी कोर्राम द्वितीय स्थान तथा तृतीय गौसिया कुरैशी रहीं। जिनके प्रभारी शिक्षक रूबी खान, संगीता भारती, पार्वती गजबल्ला व रामेश्वरी साहू थे।
इन विविध कार्यक्रम का आयोजन करने में प्राचार्य रश्मि रजक, उप प्राचार्य हरिन्द्र गोलुगुरी, एडमिनिस्ट्रेटर हमीद खान, वरिष्ठ शिक्षक प्रीति झा, पवित्र बराई, दीपांजली गोगोई, वर्षा रमानी, एस.मर्सी, शबाना परवीन, मेघा सेवा, तीरथ साहू, अवतार सिंह, कृष्णापद कुंभकार, भारती सेठिया, प्रतीक सिह, जीतूदास माण्डले, सरिता मिश्रा, शिखा मेहरा, सुचिस्मिता खान, इतिश्री गोलुगुरी, अनिल कुमार ढाके, उज्जवल निर्मलकर, शांति लीना नेताम, रीया सोनी, प्रीतिलता सोरी, सुन्नदा शर्मा, रचना शर्मा, लक्ष्मीनारायण नामदेव, रूमा मजूमदार, सलमा खान, पविन्द्र साहू, पेंकेटेश, रिंकी सेठी, शिल्पी पालित, देवश्री साहू, निधि साहू, रविशंकर पटेल, प्रियंका श्रीवास्तव, प्रशांत कुमार उईके, यमुना बिलोधिया, संतोष ठाकुर आदि शिक्षकों का विशेष योगदान रहा, कार्यक्रम का संचालन अनुष्का मेश्राम व बूसरा बानों द्वारा किया।