बालोद में अवैध शराब परिवहन मामले में दो आरोपियों की गिरफ्तारी
बालोद, छत्तीसगढ़ – जिले के राजहरा थाना क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण और प्रभावी पुलिस कार्रवाई की गई है। 18 नवंबर 2024 को, पुलिस अधीक्षक एस.आर. भगत के निर्देशन में, नगर पुलिस अधीक्षक डॉ. चित्रा वर्मा के नेतृत्व में थाना राजहरा और स्पेशल टीम बालोद ने संयुक्त रूप से अवैध शराब परिवहन करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, संदिग्धों की गिरफ्तारी ग्राम कारूटोला में गई। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर, पुलिस ने अवैध शराब के परिवहन की सूचना पर त्वरित कार्रवाई की। जानकारी मिली थी कि दो व्यक्ति, संतु यादव और गोकुल कुमार पटवा, एक बिना नंबर की एक्टिवा स्कूटी पर 89 पौवा देशी प्लेन शराब लेकर ग्राम भोयरटोला की ओर जा रहे थे।
पुलिस ने ग्राम भोयरटोला पुल के पास पहुँचकर आने-जाने वाले व्यक्तियों की जाँच की। दो संदिग्ध व्यक्तियों को रोका गया और पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान, उन्होंने अपना नाम संतु यादव (उम्र 26 वर्ष) और गोकुल कुमार पटवा (उम्र 30 वर्ष) बताया। पुलिस द्वारा किए गए संदेह के चलते, उनकी स्कूटी की तलाशी ली गई, जिसमें एक गुलाबी रंग का MAIDA लिखा हुआ बैग बरामद हुआ। इस बैग में 89 पौवा देशी प्लेन शराब का जखीरा था, जिसका कुल मात्रा 16.020 बल्क लीटर थी और मोल 8010 रुपये आंका गया।
इसके साथ ही, पुलिस ने बिना नंबर वाली डार्क नीली रंग की एक्टिवा स्कूटी को भी जब्त किया, जिसकी कीमत 60,000 रुपये बताई गई। दोनों आरोपियों के खिलाफ अपराध धारा 34(2) आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस की मुहिम
सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई अवैध जुए, सट्टा और शराब बिक्री के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार जोशी और एसडीओपी देवांश सिंह राठौर के मार्गदर्शन में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि क्षेत्र में इस प्रकार के अपराधों को प्रभावी ढंग से रोका जाए।
इस कार्यवाही की सराहना करते हुए, पुलिस अधीक्षक ने कहा कि “हमारा मुख्य उद्देश्य लोगों को अवैध गतिविधियों से बचाना और एक सुरक्षित समाज का निर्माण करना है। हम लगातार ऐसी कार्रवाई करते रहेंगे ताकि समाज में एक सकारात्मक वातावरण बने।”
बालोद जिले में पुलिस की इस कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अवैध गतिविधियों के खिलाफ प्रशासन की निगरानी कितनी सख्त हो सकती है। समाज को खतरों से बचाने के लिए पुलिस हमेशा तत्पर है और इस दिशा में किए गए प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की जानी चाहिए। आने वाले समय में, हम उम्मीद करते हैं कि ऐसे और कदम उठाए जाएंगे जिससे अवैध शराब का कारोबार पूरी तरह समाप्त किया जा सके।
यह स्थिति न केवल पुलिस के प्रति विश्वास को बढ़ाती है, बल्कि जनता में सुरक्षा की भावना को भी मजबूत करती है। बालोद की इस कार्रवाई का संदेश अन्य क्षेत्रों में भी पहुँचता है कि अवैध गतिविधियों के विरूद्ध सजगता और सामूहिक प्रयास से हम एक सुरक्षित और स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते हैं।