यूपी के बलरामपुर में शुक्रवार को अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुए सड़क हादसों में कपड़ा व्यवसायी समेत दो की मौत हो गई। घटना से घरों में चीख पुकार मची है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी ली।
गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के गांव कतवरिया निवासी नियाज अहमद ने बताया कि 55 वर्षीय भाई अब्दुल समद उर्फ़ झिन्नू ग्राम गोपलापुर में किराए पर कमरा लेकर कपड़े की दुकान करते थे। शुक्रवार की सुबह बेलहा-बिस्कोहर राजमार्ग पर गोपलापुर में सड़क पार कर रहे थे। तभी बलरामपुर से गौरा की ओर जा रही ट्रक की चपेट में आ गए।
पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लिया
इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने पांच किमी तक पीछा करके गौरा थाने के सामने ट्रक को रोक लिया। ड्राइवर पिटाई के डर से थाने में घुस गया। उसे पुलिस ने अपनी अभिरक्षा में ले लिया। ग्रामीणों को समझा-बुझाकर घर भेज दिया। थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि ट्रक को कब्जे में लेकर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
वहीं, रेहरा बाजार थाना क्षेत्र के धर्मपार गांव में शुक्रवार की सुबह स्कूली बच्चों को लेने आई एक निजी स्कूल की वैन की चपेट में धर्मपार निवासी सिराज अहमद का दो वर्षीय बालक अली रजा आ गया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
बिना पुलिस को सूचना दिए कर दिया अंतिम संस्कार
नाजिया बेगम ने बताया कि उनके पति सिराज अहमद दुबई रहते हैं। पुलिस को सूचना दिए बिना ही बच्चे को दफन कर दिया है। हुसैनाबाद पुलिस चौकी प्रभारी आशीष सिंह ने बताया कि परिजनों द्वारा बिना सूचना दिए ही बालक का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।