यूपी- मैं छूट गया, मैं छूट गया… जेल से बाहर आने की इतनी खुशी, कैदी गेट पर ही करने लगा डांस – INA
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में जिला जेल में बंद एक कैदी अपनी रिहाई की आस पूरी तरह से छोड़ चुका था. मारपीट के मामले में वह करीब 11 महीने पहले जेल में बंद हुआ था. कैदी शिवा के कोई भी परिजन नहीं हैं, जिस कारण उसकी न तो कोई जमानत लेने वाला था और न ही कोई उसकी कोई पैरवी करने वाला था. ऐसे में विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा मिली मदद के बाद जब कैदी शिवा जेल बाहर आया तो वह जेल के गेट पर ही अधिकारियों के सामने ब्रेक डांस करने लगा. कैदी शिवा के अंदर रिहा होने की इतनी खुशी थी कि वह नाचने से खुद को रोक नहीं पाया, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
पूरा मामला कन्नौज का जिला जेल के गेट के बाहर का है. बताया जा रहा है कि छिबरामऊ क्षेत्र का रहने वाला शिवा नाम का बंदी किसी मामले को लेकर 11 महीने पहले जिला जेल में आया था. शिवा न तो पढ़ना जानता था और न ही लिखना जानता था. जेल में उसको अच्छा माहौल मिला, जिसके बाद उसने वहां पर पढ़ना-लिखना सीखा. खुद अपने साइन बनाना भी शिवा ने यहीं पर सीखा, लेकिन शिवा के परिवार में कोई नहीं था, जिस कारण शिवा अपने जेल से बाहर आने की आस छोड़ चुका था.
कैदी के घर-परिवार में कोई नहीं
शिवा के मामले में न तो कोई पैरवी करने वाला था और न ही कोई जमानत लेने वाला था. वहीं विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा एक विशेष योजना चलाई जाती है, जिसमें ऐसे कैदी जो की पूरी तरह से असहाय हैं, उनकी मदद के लिए, उनके केस की पैरवी करने के लिए उनको अधिवक्ता निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है. कानून के सभी दायरे को पूरा करते हुए विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से कैदी शिवा की रिहाई के लिए कार्य किया गया. साथ ही एक एनजीओ के माध्यम से जमानत राशि भी भरवाई गई, जिसके बाद शिवा को जब रिहाई मिली.
विधिक सेवा प्राधिकरण ने की मदद
शिवा अपनी इस रिहाई की खुशी को अपने अंदर रोक नहीं पाया. वह अपने सामान को पीछे रखकर जेल गेट के बाहर कुछ दूरी पर अधिकारियों के सामने ही ब्रेक डांस करने लगा. कैदी का ब्रेक डांस करते ही किसी ने वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. कैदी शिवा ने बताया कि उसकी न तो मां है, न ही पिता हैं. उसने जेल में आने पर ही पढ़ना-लिखना सीखा था. उसको उम्मीद नहीं थी कि वह कभी जेल से बाहर निकल पाएगा, लेकिन विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा उसको मदद मिली और वह जेल से बाहर आ सका. शिवा ने बताया कि वह कभी भी किसी तरह के अपराधिक गतिविधि नहीं करेगा.
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