सेहत – इन खाद्य पदार्थों में शामिल करें ये सुपरफूड, पेट भी भरेगा और वजन भी होगा कम
जालना: ब्लास्ट का सीज़न आते ही हमारे प्रोडक्शन में बदलाव की जरूरत महसूस होती है। ऐसे में शरीर को अधिक पोषण देने वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करना अत्यंत आवश्यक है। घाटे में से एक है बाज़ारे की रोटी, जो न केवल स्वास्थ्य लाभ है बल्कि आसानी से पचने वाली भी है।
बाज़ारे को “सुपरफूड” क्यों कहा जाता है?
बाजरे को उसके उच्च कोलेस्ट्रॉल सामग्री, कम कैलोरी और पोषक तत्वों के कारण “सुपरफूड” के रूप में जाना जाता है। फ़्रॉम के सीज़न में फ़्लोरिडा से लेकर आम जनता तक बाज़ार की रोटी की माँग बढ़ रही है। यह न केवल स्वाद में बेहतरीन है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी चमत्कारी साबित होता है।
स्वस्थ पोषक तत्वों का खजाना
बाजरा आयरन, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे पोषक तत्वों की पूर्ति होती है। यह हड्डियों को मजबूत बनाता है और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है। नियमित रूप से बाज़ार में खाने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है, जिससे हृदय रोग का ख़तरा बढ़ जाता है।
व्यवसाय के लिए आकर्षक
बाजरे का काम गैलेक्टेमिक स्टाक इसे श्रमिकों के लिए बढ़ावा देता है। पोषण विशेषज्ञ डॉ. अमृता कुलकर्णी ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि पीड़ित लोगों के लिए टाइप 2 बाजरे का सेवन बेहद जरूरी है। यह रक्त ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
पाचन और वजन नियंत्रण में
बाजरे की सबसे बड़ी प्रकृति यह है कि इसे पचाना आसान होता है। बाजरे की रोटी खाने के बाद पेट लंबे समय तक भर जाता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती। इससे वजन को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है। साथ ही, यह कब्ज और गैस समस्याओं को भी दूर करता है।
बाजरे की भीड़ मांग और बाजार
असली में बाजरे की रोटी की मांग कई गुना बढ़ जाती है। विशेष रूप से प्रयोगशाला के लिए यह पोषण और ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत है। हल्दी मांग के उत्पाद बाजार में इसकी कीमत भी बढ़ जाती है। जालना की कृषि उपज मंडी समिति में इस समय बाजार में 3000 रुपये प्रति औंस की बिक्री हो रही है।
पहले प्रकाशित : 27 नवंबर, 2024, 20:54 IST
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