ईट भट्ठे मालिक खुलेआम कर रहे ट्रैक्स चोरी, हुआ खुलासा
🔴 बीते शनिवार को जिले के चौराखास थाना क्षेत्र के कोइलसवा बुजुर्ग मे संचालित सपा नेता के ईट भट्ठो पर गोरखपुर जीएसटी टीम ने की थी छापेमारी
🔵 संजय चाणक्य
कुशीनगर । जनपद में ईट भट्ठा मालिक खुलेआम जीएसटी चोरी कर रहे है। हलांकि विभाग की ओर से कर चोरी रोकने का प्रयास शुरू किया गया है किन्तु इस बात से इंकार नही किया जा सकता है कि विभाग की लापरवाही के कारण ही ईट भट्ठा संचालक सरकार को चुना लगा रहे है। बीते दिनो जीएसटी विभाग के छापेमारी मे सपा नेता द्वारा कोइलसवा बुजुर्ग गांव संचालित ईट भट्ठा से करोडो रुपये के टैक्स चोरी के मामले का खुलासा एक बानगी है। हकीकत यह है कि जिले मे अधिकांश ईट भट्ठो की कहानी यही है। सूत्रों का दावा है कि इन ईट भट्ठो के खिलाफ ठीक से जांच हो जाये तो टैक्स चोरी का बहुत बडा खुलासा हो सकता है।
जानकारो की माने तो ईट भट्ठा मालिकों द्वारा टर्नओवर छुपाते हुए कम बिक्री दिखाकर बेखौफ टैक्स चोरी की जा रही है। सूत्र बताते है कि भट्ठा मालिक कोयले के खरीद – फरोख्त और निर्मित ईट के बिक्री में घपलेबाजी करके न सिर्फ टैक्स चोरी कर अपना तिजोरी भर रहे है बल्कि हर साल लाखो रुपये सरकार का चूना लगा रहे है। विभाग की माने तो नियमत: 18 टन कोयले से एक लाख ईंट का निर्माण होता है। ऐसे में यदि भट्ठा मालिक जितना कोयला खरीद रहे हैं उसके सापेक्ष निर्मित ईंट का ट्रैक्स नहीं जमा कर रहे हैं तो यह टैक्स चोरी है।
🔴 50 लाख रुपये की टैक्स चोरी उजागर
कहना ना होगा कि बीते शनिवार को गोरखपुर जीएसटी टीम ने जनपद के चौराखास थाना क्षेत्र के कोइलसवा बुजुर्ग में संचालित ईट भट्ठा पर छापेमारी कर 50 लाख रुपये से अधिक की टैक्स चोरी का मामला पकडा है। जांच टीम ने अभिलेखों के आधार पर पाया कि सपा नेता उपेन्द्र यादव द्वारा संचालित आशुतोष कुमार यादव ईट उद्योग विगत सात वर्षों में 2320 मीट्रिक टन कोयले की खरीदारी की है। इसमे लगभग नौ करोड़ रुपये की ईट निर्मित होने का अनुमान है लेकिन भट्ठा मालिक ने पांच करोड़ रुपये की ईट की बिक्री दिखाया है।
🔴 चार करोड रुपये बिक्री की ट्रैक्स चोरी
बताया जाता है कि जीएसटी गोरखपुर की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने अभिलेखों के आधार पर पाया कि सपा नेता उपेन्द्र यादव द्वारा संचालित आशुतोष कुमार यादव ईट उद्योग द्वारा वर्ष 2017 से अब तक 2320 मीट्रिक टन कोयला खरीदा गया है। निर्धारित मानकों के अनुसार 2320 मीट्रिक टन कोयले में 1.29 कराेड़ ईंटों का निर्माण होना चाहिए जिसका बाजार मूल्य (ईंटों की बिक्री) नौ करोड़ रुपये होगी। किन्तु फर्म मालिक द्वारा पांच करोड़ रुपये दिखाया गया है। इससे स्पष्ट है कि चार करोड़ रुपये की बिक्री कम दिखाकर टैक्स चोरी की गई है।
🔴…और जांच टीम के सामने नही आये भट्ठा मालिक
ऐसी चर्चा है कि शनिवार को जीएसटी टीम द्वारा सपा नेता उपेन्द्र यादव के ईट भट्ठा पर की गयी छापेमारी के दौरान चार करोड़ रुपये की गड़बड़ी उजागर होने के बावजूद भट्ठा मालिक उपेन्द्र यादव जीएसटी टीम के सामने नही आये। टीम तकरीबन चार घंटे तक वहा मौजूद रही, भट्ठा मालिक का इंतजार भी की किन्तु भट्ठा मालिक मौके पर उपस्थित होने के बजाय जुगाड़ लगाने मे जुटे रहे ऐसी चर्चा है। मौके पर जीएसटी टीम को फर्म के मुंशी और अधिवक्ता ने जांच टीम को दाखिल होने वाले रिटर्न से संबंधित कुछ अभिलेख उपलब्ध कराए हैं, जिसकी टीम जांच कर रही है
🔴 नही मिला पर्यावरण लाइसेंस
टीम की जांच में उपेन्द्र यादव के ईंट-भट्ठे का पर्यावरण का लाइसेंस भी नहीं मिला है। अब सवाल यह उठता कि कि बिना पर्यावरण लाइसेंस के यह ईट भट्ठा संचालित कैसे हो रहा था? डिप्टी कमिश्नर सुनील कुमार वर्मा का कहना है कि अभी तक हुए जांच में 50 लाख से अधिक का टैक्स चोरी का मामला सामने आ रहा है। ईंट-भट्ठे पर अर्थदंड की कार्रवाई चल रही है। बिना पर्यावरण मानक पूरा किए संचालित हो रहे ईंट-भट्ठे के खिलाफ प्रदूषण विभाग को भी पत्र लिखा जाएगा।