Crime- Panipat एक लाख रिश्वत लेने का आरोपी एएसआई निलंबित, जांच तेज हुई -#INA

विस्तार

Follow Us



पानीपत के पुलिस अधीक्षक ने एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार आरोपी एएसआई प्रमोद को निलंबित कर दिया है। इसके साथ इस मामले में जुड़े आरोपी एसआई सुभाष, हवलदार मोनू के खिलाफ जांच तेज कर दी है।

Trending Videos

एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने इनकी रिकॉर्डिंग के अलावा अन्य तथ्यों की जांच कर रही है। एसीबी की जांच में हेड क्वार्टर का नाम आ रहा है। अब इसमें डीएसपी या पुलिस मुख्यालय का पता लगाया जा रहा है। इन सबके बीच डीएसपी मुख्यालय का कार्यभार संभाल रहे संदीप का पानीपत से तबादला हो गया है।

उनको एससीआरबी मुख्यालय लगाया है। यहां दो नए डीएसपी आए हैं। एचएसएनसीबी डीएसपी सतीश कुमार और कमांडो नेवल में तैनात जसवंत सिंह का पानीपत तबादला हुआ है। जसवंत सिंह पानीपत में एंटी करप्शन ब्यूरो (तत्कालीन विजिलेंस) में इंस्पेक्टर रह चुके हैं।

विदित है कि एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल की टीम ने थाना शहर में तैनात एएसआई प्रमोद को गत दिनों थाने से एक लाख रुपये रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया था। शिकायतकर्ता एडवोकेट अनिल भान ने इस मामले में थाना शहर के एक अन्य एसआई सुभाष और जांच अधिकारी हवलदार मोनू व नन्हेड़ा गांव के एक व्यक्ति पर भी आरोप लगाए थे। एसीबी की कार्रवाई के बाद एसआई सुभाष, जांच अधिकारी हवलदार मोनू और नन्हेड़ा गांव का बिचौलिया फरार हैं।

एएसआई प्रमोद को पिछले दिनों पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसआईएस से बदलकर किशनपुरा चौकी का प्रभारी लगाया था। यहां सब इंस्पेक्टर सुभाष पहले से तैनात था। दोनों में यहां काफी नजदीकियां हो गई थी। पुलिस अधीक्षक ने एएसआई प्रमोद को किशनपुरा चौकी से बदलकर समालखा थाना लगा दिया था। उनको पिछले दिनों समालखा से पानीपत शहर थाना में जांच अधिकारी लगाया था। सब इंस्पेक्टर सुभाष यहां पहले से तैनात थे।

थाना शहर में तैनात एएसआई प्रमोद को रिश्वत मामले में नाम आने पर निलंबित कर दिया है। एसीबी अपने स्तर मामले की जांच कर रही है। इनकी कार्रवाई रिपोर्ट पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
– अजीत सिंह शेखावत, एसपी।

Credit By Amar Ujala

Back to top button