आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान खुली थी दूकान, पहुचे गुंडे और दुकानदार पर डंडे से करा वार की गई मारपीट
आज आगरा में आरक्षण के मुद्दे को लेकर बंद था इस दौरान बुद्धिजीवी समाज के लोग तो शांति से प्रदर्शन कर रहे थे, ज्ञापन दे रहे थे, लेकिन इसी भीड़ में कुछ उपद्रवी भी शामिल हुए जिनको गुंडा कहा जाता है, जो शहर के माहौल को बिगाड़ना चाहते थे , फिर क्या हुआ पढिये खबर
आगरा में प्रदर्शन के दौरान छीपीटोला बाजार में एक दुकान को जबरन बंद कराने का वीडियो सामने आया है। प्रदर्शन में शामिल कुछ अराजक तत्वों ने दुकानदार से मारपीट की। उसके बचाव में आए लोगों पर भी डंडे से हमला किया गया। पुलिस ने पहुंचकर अराजक तत्वों को खदेड़ दिया। शाम को पुलिस ने रकाबगंज व चक्कीघाट में पैदल मार्च किया। बाजार पूरी तरह से खुले रहे।
वायरल हो रहे 2.11 सेकेंड के वीडियो में दिख रहा है कि लोग नीले रंग के झंडे और तख्तियां लेकर सड़क पर जा रहे हैं। आगरा बैरिंग हाउस और उसके बराबर की दुकान खुली दिखती हैं। यहां से प्रदर्शनकारी गुजरते हैं। दुकान खुली होने पर वो जबरन दुकान बंद कराने का प्रयास करते हैं। इस पर दुकानदार विरोध करते हैं। दुकान बंद कराने को लेकर प्रदर्शनकारी भिड़ जाते हैं। इससे अफरा-तफरी मच जाती है। दुकानदार प्रदर्शनकारियों से भिड़ जाते हैं। मारपीट होने लगती है। इसी बीच बाजार के अन्य दुकानदार आ जाते हैं। वो उत्पात करने वालों को दौड़ा देते हैं।
घटना के बाद व्यापारी अजय कुमार जैन का कहना है कि वो दुकान के बाहर खडे़ थे। अचानक भीड़ आई। उन्होंने डंडे मारे और जेब में रखे दो हजार रुपए निकालकर ले गए। सूचना पर तत्काल पुलिस भी मौके पर पहुंच जाती है। पुलिस वाले स्थिति को संभालते हैं। उत्पात करने वालों को वहां से दौड़ते हैं।
DCP सिटी सूरज राय का कहना है कि मारपीट की घटना हुई थी पुलिस ने मौके पर तत्काल स्थिति को संभाल लिया था। प्रदर्शन समाप्त होने के बाद DCP सिटी के नेतृत्व में पुलिस फोर्स ने रकाबगंज और चक्की पाट क्षेत्र में मार्च किया। इस दौरान स्थानीय लोग भी मौजूद रहे।
नहीं दिखा बंद का असर
भारत बंद का असर कहीं दिखाई नहीं दिखा। सभी प्रमुख बाजार खुले रहे। कुछ दुकानें भीड़ को देखते हुए बंद कर दी गई थीं। सड़कों पर केवल बसपा और दलित संगठनों के लोग दिखाई दिए। कुछ दुकानें बंद कराने का प्रयास किया गया। सड़कों पर वाहनों चालकों से भी बदसलूकी की गई।
स्कूलों से गायब हो गए टीचर
भारत बंद के समर्थन में कई स्कूलों में शिक्षक अटेंडेंस लगाकर गायब हो गए। ये शिक्षक बेसिक शिक्षा विभाग के बताए गए हैं। ये शिक्षक सैंया ब्लॉक के बताए गए हैं।