Crime- महाराष्ट्र: बहन की गर्दन रेती, दोनों हाथ-पैर काटे…शव के टुकड़ों को नदी में बहाया, भाई-भाभी ने क्यों खेला ऐसा ‘खूनी खेल’?
महाराष्ट्र के पुणे में कलयुगी भाई ने मकान के विवाद में अपनी सगी बहन की हत्या कर दी. इस जघन्य हत्याकांड में उसकी पत्नी ने भी साथ दिया. आरोपी भाई ने पहले बहन का गला दबाया, फिर उसके सिर, हाथ और पैरों को धड़ से अलग कर दिया. सुबूत मिटाने के लिए सभी अंगों को उफनती नदी में फेंक दिया. नदी में पानी के तेज बहाव में बाकी अंग तो बह गए लेकिन उसका धड़ किनारे पर आ गया. पुलिस ने उसकी शिनाख्त कर पोस्टमार्टम करवाया. आरोपी भाई और भाभी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
हत्या की वारदात को 26 अगस्त के दिन अंजाम दिया गया था. इसी दिन पुणे शहर के खरादी इलाके में मुथा नदी के किनारे पुलिस को एक महिला का शव मिला था. उसके हाथ और पैर कटे हुए थे. जांच के बाद महिला की शिनाख्त सकीना खान के रूप में हुई थी. उसके भाई अशफाक और भाभी हमीदा ने एक झुग्गी नुमा मकान के मालिकाना हक के लिए सगी बहन की निर्मम हत्या की थी. दोनों ने सकीना के घर में आकर उसे मारकर कई टुकड़ों में काट दिया था. आरोपियों ने घर में ही उसके लाश के टुकड़े किए फिर उसे मुथा नदी में फेक दिया था.
पहले से दर्ज थी गुमशुदा होने की शिकायत
सकीना के गुमशुदा होने की शिकायत पुलिस के पास पहले दर्ज दी. जब नदी किनारे किसी महिला का धड़ मिला तो पुलिस को यह सकीना का होने का शक हुआ. शिनाख्त करने पर शक सही निकला. नदी में उसके बाकी अंगों को तलाशा गया, लेकिन तेज बहाव होने के कारण वह नहीं मिले. चंदननगर थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. पुलिस का मानना था कि सबूत मिटाने और शव की पहचान न हो पाने के लिए यह क्रूरता की गई है. घटना की बर्बरता को देखकर पुलिस को शक था कि इसमें निजी रंजिश और नजदीकी लोग हो सकते है.
भाई- भाभी ने कुबूला जुर्म
पुलिस इस मामले में हर किसी से पूछताछ कर रही थी. इसी बीच मृतका के भाई-भाभी से एक मकान को लेकर विवाद सामने आया, जिसके बाद पुलिस ने भाई अशफाक और उसकी पत्नी और मृतका की भाभी हमीदा को कस्टडी में ले लिया. क्राइम ब्रांच ने इंट्रोगेशन शुरू किया तो हमीदा ने सबसे पहले गुनाह कबूल कर लिया जिसके बाद असफाक ने भी मुंह खोल दिया. पूछताछ में उन्होंने चौकाने वाला खुलासा किया.
भाई-भाभी के घर आने पर बहन ने कराया था नाश्ता
आरोपी अशफाक ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन सकीना झुग्गी टाइप मकान में रहती थी. उस मकान को वह अपने नाम कराना चाहते थे. लेकिन हर बार सकीना मना कर देती थी. 26 अगस्त को पुणे में तेज बारिश हो रही थी. सकीना अपने घर पर अकेली मौजूद थी. तभी वह और उसकी पत्नी सकीना के घर पहुंच गए. सकीना ने उन्हें चाय पानी भी पिलाया फिर बातचीत होने लगी. हमेशा की तरह बात उस मकान के मालिकाना हक को लेकर शुरू हो गई, जिसमे सकीना रहती थी.
पहले दबाया गला, फिर कर दिए टुकड़े
सकीना ने मकान भाई के नाम पर करने से इनकार कर दिया. जिसके बाद असफाक को गुस्सा आ गया. उसने अपनी पत्नी हमीदा की मदद से पहले सकीना का गला दबाया, जिससे उसकी मौत हो गई. अब सवाल था कि लाश कहा से कैसे ठिकाने लगाएं? बारिश भी जोरदार थी. उसने बहन की लाश के टुकड़े करने की सोचा और सबसे पहले उसकी गर्दन से सिर अलग किया, फिर उसकी दोनो टांगे काट दी. उसके बाद दोनो हाथ काट दिए. जिसके बाद धड़ शरीर से अलग हो गया.
उफनती नदी में बहाया
जिसके तत्पश्चात अशफाक और उसकी पत्नी ने आराम से उफनती नदी में प्लास्टिक में भर भर कर बहन की लाश के टुकड़े फेक दिए. बारिश से नदी पूरे उफान पर थी. दोनो हाथ, दोनो पैर और सिर तो नदी में बह गया लेकिन धड़ का साइज बढ़ा होने और वजन होने से वो किनारे आ गया, जिसे कुछ मजदूरों ने देख पुलिस को बुलाया. फिर जांच में इस हत्याकांड का खुलासा हुआ.
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