Crime- 2 लाख में जान का सौदा, तीन महीने से तैयारी और YouTube से मदद… बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में आरोपी का बड़ा खुलासा
महाराष्ट्र के मुंबई में बाबा सिद्दीकी हत्याकांड (Baba Siddiqui Update) को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. जांच में खुलासा हुआ है कि तीन महीने पहले पुणे में बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रची गई थी. लेकिन हत्या की सुपारी किस जेल से दी गई, साबरमती या हरियाणा की जेल, इसे लेकर जांच चल रही है. पुलिस की मानें तो शूटर्स ने Youtube से शूटआउट का तरीका सीखा था. इसके बाद हत्याकांड को अंजाम दिया. बाबा सिद्दीकी शूटआउट केस में गिरफ्तार किए गए चौथे आरोपी हरीश ने ये सब खुलासे किए हैं.
पुलिस जांच में सामने आया कि 2 लाख रुपए की खातिर शूटर इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने के लिए राजी हो गए. चारों शूटर को 50-50 हजार रुपए इस मर्डर के लिए मिले. शूटर्स सोशल मीडिया के मैसेंजिंग ऐप के जरिए एक दूसरे से बात करते थे.
आरोपी हरीश ने बताया- बाबा सिद्दीकी को उनके घर के बाहर ही शूट करना था इसलिए कई बार उनके घर की रेकी की गई थी लेकिन ये संभव नहीं हो पाया. पिछले 28 दिनों में ही इन लोगों 5 बार रेकी कर डाली थी. तीन महीने से सभी बाबा सिद्दीकी पर नजर रखे हुए थे. आरोपी ने बताया- कई बार तो बिना हथियार के भी शूटर बाबा के घर तक गए ताकि किसी को कोई शक ना हो.
पुलिस ने कहा- अभी तक हत्याकांड को अंजाम देने वाला शूटर और हैंडलर गिरफ्तार हुए हैं. लेकिन इसका ऑपरेटर कौन है, इसकी जांच की जा रही है. हैंडलर और शूटर के बयान से साफ हो गया है कि आदेश मिलने के बाद 3 महीने पहले पुणे में साजिश रची गई. फिर इस पर काम शुरू हुआ. सारी चीजें तय होने के बाद एक महीने पहले शूटर मुंबई के कुर्ला के घर में शिफ्ट हो गए लेकिन गोली मारने की इस साजिश का आदेश पंजाब जेल से आया या साबर मति जेल से ये स्पष्ट नहीं है.
15 लोगों के बयान दर्ज
अभी तक इस मामले में क्राइम ब्रांच ने कुल 15 लोगों के बयान दर्ज किए हैं. क्राइम ब्रांच सूत्रों की मानें तो चौथे गिरफ्तार आरोपी हरीश ने पैसे से लेकर बाइक तक जा इंतजाम किया था. शूटर्स के लिए वो मिडल मैन का काम कर रहा था. शूटर शिव कुमार, गुरनेल,और धर्मराज को कुल 2 लाख रुपए दिए गए थे. इनके रहने खाने और खर्च के लिए इस पैसे को गिरफ्तार प्रवीण लोंकर के भाई शुभम लोंकर ने दिया था.
हरीश को घटना को लेकर पूरी जानकारी थी. उसने ही पुणे में बाबा सिद्दीकी की फोटो दी थी. शूटर्स तब तक नहीं जानते थे कि बाबा सिद्दीकी कौन हैं और उनका प्रोफाइल क्या है. हरीश पुणे में 9 साल से रह रहा था. उसे मुंबई पुणे तो क्या महाराष्ट्र की हर चीज के बारे में पता है फिर भी वो इस प्लानिंग का हिस्सा बना. शूटर्स को नकदी के साथ-साथ मोबाइल फोन भी दिया था
YouTube से सीखी गोली चलाना
क्राइम ब्रांच को शूटर्स ने बताया कि वो YouTube पर आपराधिक घटनाएं और सीरियल देखकर गोली चलाना सीख गए थे. 4 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद 3 आरोपी अभी भी फरार हैं. अगर इसमें शुभम लोंकर की गिरफ्तारी होती है तो कई और नामों का खुलासा होगा और आरोपियों की फेहरिस्त लंबी होती जाएगी.
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