Crime- DM कंपाउंड में गड्ढा खोदा-लाश दफनायी, कैसे सबकी नजरों से बचा कातिल जिम ट्रेनर? कानपुर मर्डर की अनसुलझी कहानी

DM कंपाउंड में गड्ढा खोदा-लाश दफनायी, कैसे सबकी नजरों से बचा कातिल जिम ट्रेनर? कानपुर मर्डर की अनसुलझी कहानी

कानपुर के डीएम कंपाउंड में शव गाड़ने का मामला लगातार उलझता जा रहा है. पुलिस पुलिस की गिरफ्त में है. पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है. हालांकि अब तक आरोपी ने वारदात की जो कहानी पुलिस को सुनाई है, वह सुनकर खुद पुलिस भी उलझ गई है. बड़ा सवाल तो यह है कि डीएम कंपाउंड में कैसे आरोपी ने 10 फुट गहरा गड्ढा खोदा, फिर अपनी गाड़ी में शव लेकर आया और दफनाने के बाद गड्ढे को बराबर किया और वहां से सुरक्षित निकल भी गया.

पुलिस को अनुमान है कि इतना सब करने में कम से कम 3 घंटे का समय तो लगा ही होगा. ऐसे में किसी की नजर क्यों नहीं पड़ी? आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस को अनुमान है कि आरोपी पहले से इस वारदात की तैयारी कर रहा था. आरोपी ने कबूल किया है कि वह महज 20 मिनट में शव दफन कर डीएम कंपाउंड से बाहर आ गया था. इन 20 मिनटों में तो मुश्किल से शव गड्ढे में डालकर मिट्टी बराबर करने का ही काम हो सकता है. ऐसे में माना जा रहा है कि आरोपी ने शव को दफनाने के लिए गड्ढा पहले से खोद रखा था.

पति ने की सीबीआई जांच की मांग

वहीं जिन 20 मिनटों की बात वह कर रहा है, वह केवल शव को दफन करने का समय है. पुलिस के मुताबिक मौका ए वारदात का अध्ययन करने से जाहिर हो रहा है कि आरोपी ने इस वारदात की साजिश काफी पहले से रच रखी थी और इसी साजिश के तहत योजनावद्ध तरीके से उसने वारदात को अंजाम दिया था. उधर, कारोबारी राहुल सोनी ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की. कहा कि आरोपी जिम ट्रेनर अभी भी पुलिस को गुमराह कर रहा है.

ऐसे बनाई योजना

पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया है कि बॉलीवुड की फिल्म दृष्यम देखकर ही उसे वारदात का आइडिया आया. उसे पूरी उम्मीद थी कि डीएम कंपाउंड आफिसर कॉलोनी होने की वजह से यहां शव दबा देने पर किसी को पता नहीं चलेगा. इसी लिए आरोपी जब पकड़ा भी गया तो पुलिस को इधर उधर घुमाता रहा. हालांकि इस दौरान वह दृष्यम के एक्टर अजय देवगन जैसी चालाकी नहीं कर पाया और उसका भांडा फूट गया.

गड्ढा खोदने में लगे होंगे 3 घंटे

जिस गड्ढे में आरोपी ने विमल सोनी ने कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी एकता गुप्ता का शव दफनाया था. वह गड्ढा 10 फुट से अधिक गहरा है. यह गड्ढा करीब 7 फुट लंबा और चार फुट चौड़ा भी है. एक अनुमान के मुताबिक इतना बड़ा गड्ढा खोलने में कम से कम 3 घंटे तो लगे ही होंगे. ऐसे में आशंका है कि आरोपी ने यह गड्ढा सबकी नजरों के सामने खोदा होगा और यहां रहने वालों को लगा होगा कि कोई निर्माण कार्य होने वाला है. इसलिए किसी ने ध्यान नहीं दिया होगा.

यह है मामला

बता दें कि सिविल लाइंस में रहने वाले कारोबारी राहुल गुप्ता ने पुलिस में अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसमें कहा था कि उनकी पत्नी एकता गुप्ता रोज की तरह 24 जून को ग्रीन पार्क के पास स्थित जिम गई थी. वह अब तक वापस नहीं लौटी है. कारोबारी राहुल ने आशंका जताई कि जिम ट्रेनर विमल सोनी ने ही उसे अगवा किया होगा. यही नहीं, आरोपी ने उनकी पत्नी को कोई नशीला पदार्थ खिलाकर उनके पास से पैसे जेवरात आदि लूट लिए होंगे. इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट किया और पूछताछ की.

आरोपी ने बताई ये कहानी

इस दौरान आरोपी ने वारदात तो कबूल लिया, लेकिन कभी कहा कि लाश को गंगा में फेंका है तो कभी बताया कि जंगल में ठिकाने लगाया है. आखिर में पुलिस ने थोड़ी कड़ाई की तो आरोपी ने डीएम कंपाउंड से शव को बरामद करा दिया है. इसके बाद पुलिस ने थोड़ी और कड़ाई की तो आरोपी ने कहा कि वह अपनी आई-10 कार में में एकता का शव लेकर डीएम कंपाउंड आया और यहां शव को ठिकाने लगाया. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त हरीश चंदर के मुताबिक इस मामले में हरेक एंगल से जांच हो रही है.

अधिकारियों का करीबी है जिम ट्रेनर

पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि आरोपी जिम ट्रेनर डीएम कंपाउंड में रह रहे कई अधिकारियों का बेहद करीबी है. यह बीते कई सालों से उन अधिकारियों को पर्सनल ट्रेनिंग भी देता था. बताया जा रहा है कि इसी वजह से उसे डीएम कंपाउंड आने जाने में कोई रोकटोक नहीं होती थी. हालांकि आरोपी के बयान में एक और बड़ा पेंच फंसा है. दरअसल आरोपी ने जिस रास्ते से कार लेकर डीएम कंपाउंड आने की बात कही है, वह रास्ता बेहद संकरा है और इसमें कोई कार घुस ही नहीं सकती.


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