Crime – वाराणसी हत्याकांड की बदल गई पूरी कहानी, जिसे समझ रहे थे कातिल, उसे भी किसी और ने मार डाला… पांच कत्ल करने वाला फिर कौन?- #INA

वाराणसी हत्याकांड में नया अपडेट.

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में शराब कारोबारी सहित परिवार के 5 लोगों की संदिग्ध मौत के मामले में (Varanasi Massacre Update) बड़ा अपडेट सामने आया है. पहले समझा जा रहा था कि शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता (Rajendra Gupta) ने ही उपनी बीवी और बच्चों को मारकर सुसाइड किया है. लेकिन पुलिस की इस थ्योरी ने अब यू-टर्न ले लिया है. मामले में पता चला कि जिसे पुलिस कातिल समझ रही थी असल में वो हत्यारा था ही नहीं. बल्कि ये सभी कत्ल किसी और ने किए हैं. पुलिस अब इस एंगल से मामले की जांच करने में जुट गई है.

मामला भेलूपुर थाना क्षेत्र के भदैनी इलाके का है. पहले ऐसा लग रहा था कि पत्नी और तीनों बच्चों की हत्या कर पति ने आत्महत्या (Gupta Family Murder) की है. लेकिन आरंभिक जांच में पता चल रहा है कि किसी ने पांचों का खात्मा किया है. पत्नी और बच्चों का शव भदैनी स्थित मकान में और पति का शव रोहनिया स्थित निर्माणाधीन मकान में बेडरूम पर अर्धनग्न हालत में मिला. सभी को दो से तीन गोलियां मारी गई हैं.

वाराणसी पुलिस अब संपत्ति विवाद, अवैध संबंध के अलावा 27 साल पहले परिवार में हुए हत्याकांड को जोड़कर छानबीन कर रही है. पुलिस आयुक्त ने बताया कि जांच के बाद असल कारण सामने आएंगे. खुलासे के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की गईं हैं. पुलिस के मुताबिक, भदैनी पानी की टंकी के सामने सड़क पार गली में 15 साल पुराने चार मंजिला मकान में मां शारदा देवी, 56 वर्षीय राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी 45 वर्षीय नीतू, बेटे 24 वर्षीय नवेंद्र, 15 वर्षीय सुवेंद्र और बेटी 17 वर्षीय गौरांगी के साथ रहते थे.

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क्या है पूरा मामला?

तीन मंजिला मकान पर राजेंद्र ने अपने लिए एक-एक फ्लैट रखा था. जबकि बाकी अन्य कमरे और फ्लैट्स में किरायेदार रहते हैं. राजेंद्र को पैसों की कोई कमी नहीं थी. 5 लाख रुपये महीना तो उसे बस किराए से ही मिल रहा था. मंगलवार सुबह 11 बजे नौकरानी ने पहले नीतू का कमरा खोला तो देखा कि खून से लथपथ उसका शव फर्श पर पड़ा है. वह भागकर दूसरे मंजिल पर पहुंची तो देखा कि दो अलग-अलग बेडरूम में नवेंद्र और गौरांगी की लाश पड़ी है. बाथरूम में सुवेंद्र की लाश थी.

बेहोश हो गई नौकरानी

यह देख वह शोर मचाने लगी और वहीं पर बेहोश होकर गिर पड़ी. नौकरानी की चीख सुनकर किरायेदार भी पहुंचे तो सन्न रह गये. सूचना पर भेलूपुर पुलिस और अफसर पहुंचे. फिर राजेंद्र गुप्ता की तलाश की जाने लगी. दोपहर 2 बजे पुलिस राजेंद्र के मोबाइल लोकेशन के आधार पर मीरापुर रामपुर (रोहनिया) में निर्माणाधीन मकान पर पहुंची तो वहां तख्त पर मच्छरदानी में खून से लथपथ उसकी लाश भी मिली. पहले पुलिस ने माना कि पत्नी और बच्चों की हत्या कर राजेंद्र ने आत्महत्या कर ली है.

मामले में कई एंगल आए सामने

क्योंकि मामले में कई ऐसी बातें सामने आ रही थीं, जिनसे सारा शक राजेंद्र पर ही हो रहा था. राजेंद्र का क्रिमिनल बैकग्राउंड भी रह चुका था. पहला एंगल सामने आया तांत्रिक का. माना जा रहा था कि राजेंद्र का शराब का कारोबार सही नहीं चल रहा था. इसके लिए वो किसी तांत्रिक के संपर्क में था. उसी के कहने पर राजेंद्र ने परिवार को मार डाला. लेकिन जब उसे इसका पछतावा हुआ तो राजेंद्र ने भी सुसाइड कर लिया. इसके बाद एक और बात सामने आई. पता चला राजेंद्र की पहले भी एक बीवी थी. जांच के दौरान पता चला कि राजेंद्र गुप्ता की पहली पत्नी ने 90 के दशक में ही उन्हें छोड़ दिया था. इसके बाद राजेंद्र गुप्ता ने पिता, भाई, भयहु और गार्ड की हत्या की थी. लेकिन सबूतों के अभाव में उसे जमानत मिल गई.

कौन है हत्यारा, पुलिस कर रही जांच

फिर जेल से बाहर आने पर राजेंद्र ने नीतू से शादी कर ली थी. इसके बाद उन्हें तीन बच्चे हुए. पुलिसिया जांच में फिर तीसरा एंगल सामने आया कि राजेंद्र का किसी और महिला से भी अफेयर था. वो उससे शादी करना चाहता था. लेकिन नीतू बीच में रोड़ा बनी हुई थी. इस कारण उसने नीतू और तीनों बच्चों को मार डाला. पुलिस की इन सभी थ्योरी के बीच अब पता चला है कि जिस पैटर्न से नीतू और तीनों बच्चे मारे गए हैं, उसी पैटर्न से राजेंद्र पर भी गोली चली है. यानि हत्यारा कोई और है.

आरंभिक छानबीन में सामने आया कि एक गोली राजेंद्र के सिर में और दूसरी सीने में लगी है. ठीक उसी तरह राजेंद्र के परिवार को भी मारा गया है. पुलिस का कहना है कि किसी ने पूरे परिवार को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से हत्या की है. परिवार में अब सिर्फ राजेंद्र की 75 वर्षीय मां शारदा देवी ही बची हैं. उनका भी यही कहना है कि हत्यारा कोई और है. क्योंकि दिवाली मनाने के बाद राजेंद्र घर से चला गया था. उसके बाद ही यह सब हुआ है.

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