खबर फिली – बॉलीवुड और गणेश उत्सव का 65 सालों का नाता, सलमान-शाहरुख से बड़े स्टूडियो तक, सब मनाते हैं जश्न – #iNA @INA

बॉलीवुड सितारे और गणपति बप्पा के त्यौहार का हमेशा से एक गहरा रिश्ता रहा है और कई सेलिब्रिटी मानते हैं कि यही रिश्ता उन्हें मुंबई का हिस्सा बनाता है. गणेश चतुर्थी मुंबई के साथ पूरे महाराष्ट्र का सबसे बड़ा फेस्टिवल है. इस त्यौहार को शुरुआती दिनों में महाराष्ट्र के कोंकण इलाके में बड़े पैमाने पर मनाया जाता था. अपने गांव से मुंबई काम करने के लिए आए हुए लोग वैसे तो इस उत्सव में अपने घर जाना पसंद करते थे, लेकिन हर साल छुट्टी लेकर गांव जाना मुमकिन नहीं हो पाता था, इसलिए कुछ लोग ये त्यौहार मुंबई में ही मनाने लगे. तो कुछ लोगों ने मुंबई को ही अपना घर मान लिया और यहीं गणपति की पूजा शुरू कर दी.

अब देशभर में ये त्यौहार मनाया जाता है. लेकिन मुंबईकर के लिए ये त्यौहार इसलिए भी खास है, क्योंकि यहां सार्वजनिक गणेशोत्सव में भी बाप्पा का स्वागत उतने ही प्यार से किया जाता है, जितना लोग अपने घर में आने वाले बाप्पा का स्वागत करते हैं. मुंबई की ये ट्रैडीशन बॉलीवुड ने भी आसानी से एडॉप्ट कर ली तो आइए एक नजर डालते हैं बॉलीवुड के गणेशोत्सव पर.

बॉलीवुड के कई सितारों का मानना है कि आज वो जो कुछ भी हैं, वो सब गणपति बप्पा की ही कृपा है. चाहे फिर वो फिल्मी सितारे किसी भी मजहब या कास्ट के क्यों ना हों. बॉलीवुड में कई सेलिब्रिटीज अपने घरों में गणपति की स्थापना करते हैं और उस दौरान अपना सारा काम छोड़कर वे गणपति बप्पा में व्यस्त हो जाते हैं.

ज्यादातर सेलिब्रेटी के घर डेढ़ दिन के लिए आते हैं गणपति

अपनी श्रद्धा और भक्ति के चलते बॉलीवुड के कई सितारे अपने घर में गणपति की स्थापना करते हैं. क्योंकि गणपति की पूजा बहुत संभाल के और पूरे रीति रिवाज के साथ करनी होती है, इसमें कोई भी गलती नहीं होनी चाहिए, इसलिए ज्यादातर एक्टर अपने घर में डेढ़ दिन के लिए गणपति की पूजा रखते हैं. सलमान खान ,शाहरुख खान ,सारा अली खान, संजय दत्त, गोविंदा, जैकी श्रॉफ, माधुरी दीक्षित, अंकिता लोखंडे, शिल्पा शेट्टी, जान्हवी कपूर, श्रद्धा कपूर, भारती सिंह जैसे कलाकारों के घर पर डेढ़ दिन के लिए गणपति आते हैं और डेढ़ दिन तक सभी के घर में पूजा के साथ-साथ जलसा और जश्न का माहौल होता है.

सेलिब्रिटीज के बप्पा

सलमान खान अपने घर गैलेक्सी अपार्टमेंट में बप्पा की पूजा करते थे. दरअसल उनकी मां मराठी परिवार से हैं और इसलिए उनके घर में हिंदू-मुस्लिम दोनों मजहब के त्यौहार मनाए जाते हैं. अब जगह की कमी की वजह से सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट की जगह उनकी बहन अर्पिता के घर वो हर त्यौहार मनाते हैं. सलमान खान की तरह शाहरुख खान के घर में भी डेढ़ दिन के लिए गणपति की पूजा की जाती है.

श्रद्धा कपूर ने इंटरव्यू में कहा था कि जब हमारे घर गणपति बप्पा आते हैं तब पूरा दिन मेहमानों का आना जाना लगा रहता है और रात में पूरा परिवार और दोस्त मिलकर खूब भजन और गणपति के फिल्मी गाने गाते हैं. भगवान के भजन के अलावा देवा श्री गणेश, गणपति बप्पा मोरया, देवा हो देवा गणपति देवा जैसे गानों पर पूरी रात मस्ती और भक्ति का माहौल होता है. ऐसा माहौल सिर्फ तभी देखने मिलता है, जब उनके घर में गणपति बप्पा पधारते हैं.

कुछ साल पहले एक फिल्म प्रमोशन के दौरान अक्षय कुमार ने कहा था कि वो भी गणपति बप्पा को बहुत मानते हैं और उनके घर डेढ़ दिन के लिए बाप्पा आते हैं. अक्षय कुमार का कहना था कि मैं जब से महाराष्ट्र में आया हूं तब से ही गणपति का त्यौहार मना रहा हूं. पहले गणपति बप्पा के लिए अपने दोस्तों के घर जाता था. अब अपने घर में भी गणपति रखता हूं और पूरे दिल से गणपति बप्पा की पूजा करता हूं.

बप्पा को मानती हैं एकता कपूर

जितेंद्र और एकता कपूर के घर में भी 5 दिन के लिए गणपति बाप्पा का आगमन होता है. गौरतलब है एकता कपूर गणपति बप्पा की बहुत बड़ी भक्त हैं और उन्होंने बालाजी टेलीफिल्म के स्टूडियो में गणपति बप्पा की मूर्ति पूजा के लिए रखी है. लंबे समय तक एकता कपूर हर मंगलवार को पदयात्रा करते हुए अंधेरी से 17 किलोमीटर दूर मुंबई के दादर स्थित सिद्धिविनायक मंदिर बाप्पा का दर्शन करने जाती थीं. जितेंद्र और एकता कपूर के अलावा नाना पाटेकर के घर में भी 5 दिन के गणपति का आगमन होता है. उनके घर में बाप्पा के उत्सव का सेलिब्रेशन पूरी तरह से सादगी से होता है और गणपति की स्थापना उनके मुंबई स्थित दादर के घर में होती है, जहां पर उनका पूरा परिवार एकत्रित होकर गणेश उत्सव मनाता है.

स्टूडियो में भी आते हैं बप्पा

नाना पाटेकर, जितेंद्र जैसे सीनियर एक्टर्स की तरह मुंबई के कई बड़े स्टूडियोज में 5 दिन, 7 दिन या फिर 11 दिन के लिए गणपति का आगमन होता है. बॉलीवुड में आज से 65 साल पहले साल 1959 में वी शांताराम (शांताराम राजाराम वणकुद्रे) ने सबसे पहले सार्वजनिक तौर पर गणेश उत्सव की शुरुआत की थी. वी शांताराम वो निर्माता निर्देशक थे जिन्होंने अपने स्टूडियो राज कला मंदिर में गणेश उत्सव पर गणेश जी की भव्य प्रतिमा की स्थापना की थी. ये प्रतिमा लगभग 13 फुट की थी. उनके बाद स्टूडियो में सार्वजनिक गणेश उत्सव मनाने का ट्रेंड शुरू हुआ. भले ही वी शांताराम ने फिल्म इंडस्ट्री में इस उत्सव की शुरुआत की हो. दरअसल हुआ यूं कि फिल्म ‘नवरंग’ के गाने ‘चल जा रे हट नटखट’ में 13 फुट की मूर्ति का इस्तेमाल किया गया था और फिर वी शांताराम ने तय कर लिया कि वो इस मूर्ति की हर साल गणेश चतुर्थी में पूजा करेंगे. 11 दिन इस स्टूडियो में गणेश चतुर्थी धूमधाम से मनाई जाती थी. लेकिन इसमें सही ग्लैमर का तड़का राज कपूर के आरके स्टूडियो ने लगाया.

राजकपूर ने मुंबई के चेंबूर स्थित आरके स्टूडियो में भगवान गणेश की स्थापना की. स्टूडियो के स्टाफ के साथ इंडस्ट्री के तमाम बड़े चेहरे इस त्यौहार में बप्पा का दर्शन करने स्टूडियो आते थे. विसर्जन के दिन कपूर खानदान के सभी पुरुष सड़क पर निकली बप्पा की विसर्जन यात्रा में शामिल होते थे. उन्हें देखने मुंबई के चेंबूर इलाके में लोगों की भीड़ इकट्ठा हो जाती थी. आर के स्टूडियो में 11 दिन के लिए गणपति की स्थापना की जाती थी. फिर इस स्टूडियो को आग लग गई और कपूर खानदान ने ये स्टूडियो बेचने का फैसला कर लिया. 6 साल पहले साल 2018 में इस स्टूडियो में आखिरी बार बाप्पा का आगमन हुआ था. जब आरके स्टूडियो को ताला लगा तब इस प्रथा को नीतू कपूर और रणबीर कपूर ने आगे बढ़ाने की कसम ली थी. लिहाजा इस बार भी नीतू कपूर के घर में गणपति की स्थापना हुई है.

इन स्टूडियो के अलावा नटराज, फिल्मालय, फिल्मिस्तान जैसे कई स्टूडियो और मुंबई की फिल्म सिटी में भी गणेश उत्सव मनाया जाता है. लेकिन यहां एक्टर्स या स्टूडियो के मालिक नहीं बल्कि यहां काम करने वाले यूनिट के लोग और कर्मचारी इस उत्सव का आयोजन करते हैं.


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