सेहत – कहीं आयुर्वेद में तो नहीं ले रहे दर्द और सिर दर्द? पॉलीसिस्टिक किडनी रोग के हो सकते हैं लक्षण, इन उपायों से मिलेगी राहत!

पॉलीसिस्टिक किडनी रोग: अगर आप उन लोगों में हैं जो पेशाब में खून, पपड़ी और सिर दर्द को नजरअंदाज कर देते हैं, तो यकीन मानिए ये आप सबसे बड़ी गलती कर रहे हैं। क्योंकि, इस तरह के दर्द का मतलब पॉलीसिस्टिक किडनी रोग भी हो सकता है। जी हां, पॉलीओसोपैथिक किडनी रोग (पीकेडी) एक तरह का किडनी रोग है। किडनी में फ़्लूइड से भरा हुआ सिंक्रोनाइज़ेशन बनता है। इस स्थिति में किडनी को काम करने में दिक्कत होती है, जिससे किडनी फेल होने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए इस तरह के लक्षण नजर रखें तो कुछ उपाय जरूर अपनाएं। ताकि, बीमारी को बढ़ाया जा सके। अब सवाल यह है कि अंतिम पॉलीओसिटिक डायबिटीज डिजीज के लक्षण क्या हैं? पॉलीसिस्टिक किडनी रोग से कैसे पता लगाएं? आइये जानते हैं इस बारे में-

बता दें कि पॉलीसोपैथिक पैथोलॉजी की बीमारी डायबिटीज फेल होने के सबसे प्रमुख लक्षणों में से एक है। ऐसे में पीकेडी से रिवायत में देखा गया है कि उनके प्रोटोटाइप और कई मिश्किल जगहों पर भी सीस्ट बने हुए हैं जो खतरनाक हो सकते हैं।

पीकेडी को क्यों न करें अनावरण

मायोक्लिनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बीमारी को लोग मामूली समझकर अनसुना कर देते हैं। क्योंकि, इस बीमारी के लक्षण बहुत आम होते हैं। इसलिए जब तक इसके लाइसेंस के बारे में पता चलता है तब तक अल्सर आमतौर पर 0.5 इंच या इससे भी बड़ा हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि पीकेडी से जुड़े शुरुआती शीशों को अनइंस्टॉल करने के बजाय दोबारा जांचें।

पीकेडी के विकास प्रारंभिक लक्षण हैं

पीकेडी के शिकार पेट में दर्द, बार-बार पेशाब आना और खून आना, साइड में होना, यूटीआई, पथरी, पीठ में दर्द या भारीपन, त्वचा में दर्द, त्वचा का रंग पीला होना, थकान और जोड़ों में दर्द आदि शुरुआती लक्षण हो सकते हैं हैं. यही नहीं, इस बीमारी से पीड़ित बच्चों में उच्च रक्तचाप, यूटीआई, लगातार पेशाब जैसी समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में इतनी जल्दी संभव हो डॉक्टर से मिलें। ताकि, समय रहते बीमारी पर काबू पाया जा सके।

पॉलिसोपैथिक किडनी रोग में ये उपाय

– पीकेडी पर सबसे पहले हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना बहुत जरूरी है। इसके लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें और मेडिसिन लें। इसके अलावा अन्तर्वस्तु व जीवनशैली में बदलाव आते रहते हैं।

– आप अपने आर्किटेक्चर में सुधार के लिए इस सचिवालय को भी दूर रख सकते हैं। इसके लिए आहार में पोषक तत्वों से भरपूर आहार को लें और सक्रीय तत्वों को अपनाना शुरू करें।

– अगर आप किडनी की इस सर्जरी को खत्म करना चाहते हैं तो रोज अस्तायाम करें। ऐसा करने से आपका वजन कम होगा और आपका जीवन सुरक्षित रहेगा।

– किडनी को स्वस्थ बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आप कम से कम नमक का सेवन करें। अगर आप बैचलर ऑफ बैचलर का उपयोग कर सकते हैं तो आप कई चीजों से बच सकते हैं।

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– आप अपने स्टॉक में एस्ट्रोलॉजी, इलेक्ट्रानिक, फ्रोजन मील, जंक फूड, फास्ट फूड आदि से दूरी बनाएं। बेहतर होगा कि आप घर पर ताजा खाना बनाएं।

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– अगर आप धूम्रपान या नशा करते हैं तो इस आदत को बिल्कुल छोड़ दें। यही नहीं, रेड मीट का सेवन भी आपकी सेहत के लिए जहर का काम कर सकता है।


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