सेहत – मीठा खून नहीं, ऐसे खून वाले लोगों को सबसे ज्यादा मच्छर कहा जाता है, यहां जानिए सच
मच्छरों के बारे में तथ्य: कुछ लोगों को मच्छरों के गुट से अधिक टुकड़े मिलते हैं। लोग कहते हैं कि खून की मछलियाँ उन्हें अधिकतर अलग-अलग टुकड़ों में मिलाती हैं। हालाँकि, यहाँ मीठा और तीखा खून कोई कारण नहीं है, यहाँ सारा खेल ब्लड ग्रुप का है। आइए जानते हैं कि किस ब्लड ग्रुप के लोग सबसे ज्यादा मच्छर हैं।
हे बाल्ड समूह के लोग कोमास्कर ट्रैक्टर हैं। शोध से पता चला है कि मच्छर त्वचा की गंध और माइक्रोबायोटा से अकैसाईटल होते हैं। इसके अलावा शरीर का तापमान भी मच्छरों के काटने का कारण होता है। गर्मी में मच्छरों को आकर्षित किया जाता है, क्योंकि शरीर से निकाले गए राक्षसों में लैक्टिक एसिड और अमोनिया होता है।
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डार्क प्रोडक्ट्स से भी असायकिल होते हैं मच्छर
एक शोध से पता चला है कि किमस्कों के कटर का कारण फूल का रंग भी होता है। गहरे रंग के फूलों से मच्छर अधिक आकर्षित होते हैं। काले और भूरे रंग के कपड़ों के साथ मच्छरों का आतंक बढ़ गया है। मच्छरों के आतंक से बचने के लिए आप हल्के रंग के कपड़े पहन सकते हैं।
कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) भी मच्छरों के आतंक की वजह
कार्बन डाइऑक्साइड से भी अच्छी गंध आती है। कार्बन मोनोऑक्साइड के कारण मच्छर इंसानों की ओर आकर्षित होते हैं। मैडा मॅस्मिथ अपने वन्यजीवन की मदद से कार्बन डाइऑक्साइड की गंध का पता लगाकर मानव शरीर की ओर से आकर्षित होती हैं।
(अस्वीकरण- यह खबर सामान्य जानकारी और शोध पर आधारित तथ्यों से लिखी गई है। News18hindi इसकी कोई पुष्टि नहीं करता है।)
पहले प्रकाशित : 22 सितंबर, 2024, 15:36 IST
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