सेहत – 32 स्थिर में काम आता है ये पौधा, जड़ से फूल लेकर तक में जादुई गुण! पढ़ाई से फायदे जानें

जमुई. प्रकृति में ऐसे कई उपाय मौजूद हैं, जिनके बारे में जानकर आप दंग रह जाएंगे। आज हम आपको एक ऐसे ही उपाय के बारे में बता रहे हैं जिसके फायदे अनेक हैं। इसके जड़ से लेकर तना, पत्ती, फल और फूल तक में औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इसमें एक साथ कई चुनौतीपूर्ण काम शामिल हैं।

इतना ही नहीं यह पौधा इतना खास है कि इसे कई तरह से इस्तेमाल में लाया जा सकता है। हम बात कर रहे हैं वन तुलसी की, जिसे जंगली तुलसी भी कहते हैं और इसके कई सारे फायदे हैं। यह बहुत बड़ी बात होती है कि यह एक या दो नहीं बल्कि कुल 32 तरह की शर्तों में काम आता है।

त्वचा और पेट के लिए होता है बेहतरीन
आयुष चिकित्सक (बीईएमसी) डॉ. रास बिहारी तिवारी ने लोकेल 18 को बताया कि तुलसी के कई प्रकार होते हैं, नीम में से एक है तुलसी तुलसी या वन तुलसी। इस संबंध में पहले लोगों के मन में यह बात कही जाती थी कि इस घर में जाना शुभ नहीं माना जाता, जबकि ऐसा कुछ नहीं है। यह तुलसी तुलसी की ही तरह औषधीय गुणों से भरपूर है। उन्होंने बताया कि इसमें कई सारे चमत्कारिक गुण होते हैं, जो इसे बेहद खास बना देते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक ने बताया कि तुलसी का पौधा त्वचा और पेट के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।

कान और मूत्र रोग से भी मिलते हैं परेशान
आयुर्वेदिक चिकित्सक ने बताया कि तुलसी का पौधा एवं मूत्रवर्धक भी माना जाता है। उन्होंने बताया कि हितैषी कहावत काफी आसान है. इसमें बेरंग रंग का फूल खिलता है। कई जगहों पर बार्बी तुलसी में सफेद फूल भी दिखाई देते हैं और यह बेहद खराब होता है। इसमें हरे और काले रंग का फल नक़ली है। आयुर्वेदिक चिकित्सक ने बताया कि जो लोग कान के दर्द से परेशान रहते हैं उस दर्द को जंगली तुलसी से भी दूर करना बेहद कम हो सकता है। केवल वन तुलसी को कान में स्टैंचल थोड़ी देर छोड़ देने के बाद भी यह लोगों को कान के दर्द से भीतरी दर्द हो सकता है। ऐसे में वन तुलसी का पौधा लोगों के लिए काफी रामबाण समझा जाता है।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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