सेहत – जब बैलिस्टिक होते हैं तो इसे कोई मामूली लक्षण नहीं माना जाता है, यह मौखिक कैंसर भी हो सकता है, लक्षण पहचानना शुरू करें
माउथ कैन्वर के लक्षण: मुँह का कैंसर बहुत बड़ा है। इसमें कई पुराने में कैंसर होता है। यानी अगर मसूड़ा, मसूड़ा, जीभ, गालू के अंदरुनी भाग, मुंह की छत, मुंह की सतह आदि में कैंसर की बीमारी होती है तो यह मुंह के कैंसर में आते हैं। इसे मौखिक कैंसर भी कहा जाता है। मोटी-मोटी दाढ़ी से लेकर सिर तक के अंदरुनी भाग के कैंसर को मुंह का कैंसर कहा जाता है। कैंसर जैसी ऐसी बीमारी जिसके कई लक्षण नजर नहीं आते, इसलिए इसे पहचानना मुश्किल होता है। लेकिन छोटी-छोटी चीजें इस बात की ओर इशारा करती हैं कि शरीर में कुछ बड़ा होने वाला है। जैसे दांतों का ठीक होना या कान में दर्द, मुंह के कैंसर के लक्षण भी हो सकते हैं। इसलिए मुंह के कैंसर में भी अगर इस बात का ध्यान रखा जाए तो शुरुआत में ही इसकी पकड़ हो सकती है और यह भयंकर बीमारी से बचा जा सकता है।
मुंह के कैंसर के लिए जिम्मेदार कारक
हालाँकि कैंसर के होने के अनगिनत कारक हैं। इसके लिए प्रदूषण से लेकर पर्यावरण और जीन तक जिम्मेदार हो सकते हैं लेकिन कई मामलों में कैंसर के लिए लोग खुद जिम्मेदार होते हैं। लाइफस्टाइल ने इस बीमारी को और भी खतरनाक बना दिया है। मुंह के कैंसर के लिए मुख्य रूप से सीआईटी, शराब, टॉक्सिक, गुटखा, भोजन में मौजूद टॉक्सिन रसायन, रेडिएलैजियम, संक्रामक एजेंट, कैंसर कारक तत्व मौजूद होते हैं। अगर समय पर मुंह के कैंसर के इलाज पर ध्यान दिया जाए तो इस घातक बीमारी से बचा जा सकता है।
मुंह के होने वाले कैंसर पर ध्यान देने योग्य हैं ये संकेत
मायो क्लिनिक के कहते हैं मुंह में कैंसर होने पर सबसे पहले मुंह के किसी भी अंदरूनी भाग में फोड़े, घाव या छाले दिखना जो किसी दवा से ठीक नहीं होता है। इसके अलावा मुंह की छत, सतह या गॉल के अंदरुनी हिस्सों में सफेद या दिश पैचेज दिखने वाला साक्ष्य। जब दांतों में सुधार किया जाए तो भी यह मुंह में कैंसर होने का संकेत हो सकता है। मुंह में दर्द हो, मुंह में दर्द हो, कान में दर्द हो, मुंह में दर्द हो तो ये सभी मुंह के कैंसर के रहस्यों में शामिल हैं। इन छोटे से जोड़े को देखकर कभी भी डेट न करें।
परिजनों को है ज्यादा खतरा
जैसा कि ऊपर बताया गया है कि मुंह के कैंसर के लिए कई कारक जिम्मेदार होते हैं। ऐसे में इन नीड लोगों को सबसे ज्यादा खतरा होता है। यानी अगर आप बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, तंबाकू आदि का सेवन ज्यादा करते हैं तो आपको इसका खतरा ज्यादा है। वहीं, बहुत ज्यादा पैसे लेने वाले को भी मुंह के कैंसर का खतरा होता है। फिलीपी रिलेशन से इम्प्लांट वाले मैरोन पेपिलोमावायरस से भी मुंह का कैंसर हो सकता है। इसलिए सुरक्षित संबंध बनाना चाहिए। जिस व्यक्ति की इम्युनिटी पक्की होती है, उसमें भी मुंह के कैंसर का खतरा रहता है।
इस कैंसर से बचाव कैसे करें
टॉक्सिक, सीताफल, शराब, गुटखा आदि का सेवन न करें। सुरक्षित यौन संबंध. बहुत बड़ी धूप में न रहे.लगातार डेंटिस्ट से संपर्क में रहे. आख़िर खान-पान. इलेक्ट्रॉनिक्स फूड, सैकुरेटेड फूड से दूर रहें। ये हैं हर तरह के कैंसर से बचने के उपाय.
यह भी पढ़ें- क्या इतना मजबूत कि पेट भी भरा रहे और वजन भी न बढ़े, ताकत भी मिले दम, है ऐसा तो जान लीजिए फुल लिस्ट
यह भी पढ़ें- सुबह-सवेरे ही पी लेते हैं सहयोगी? किडनी में बन है पथरी, डॉक्टर की बात और करें ये काम
पहले प्रकाशित : 4 अक्टूबर, 2024, 15:15 IST
Source link