सेहत – गुलाबी हो गई फूल की कुतुबमीनार, दो दिन रहेंगे ऐसे ही, वजह जानकर कह उठेंगे वहां..
दिल्ली का कुतुब मीनार हुआ गुलाबी: अगर आपने मौलाना का कुतुबमीनार देखा है तो आपको याद होगा कि इसका रंग कैसा है। यह लाल रंग का बलुआ पत्थर से बना है, हालांकि कई जगहों पर इसके बलुआ पत्थर लगाए गए हैं, लेकिन अगर आप कहेंगे कि यह गुलाबी रंग का हो गया है तो आपको शायद यकीन नहीं है लेकिन यह सच है और 6 अक्टूबर की शाम तक यह गुलाबी रंग में ही चमकती रहेगी.
बता दें कि दुबई के बुर्ज खलीफा की तरह कुतुबमीनार में भी न केवल रंगीन लाइटें लगाई जा सकती हैं, बल्कि इस पर लाइट्स और साउंड शो भी बेचे जाते हैं। हालांकि इस बार इसे गुलाबी रंग से रोशन करने का मकसद ब्रेस पेंटिंग कैंसर है।
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दिल्ली के प्रतिष्ठित स्मारक कुतुब मीनार को गुलाबी रंग से रोशन किया गया है। 4 से 6 अक्टूबर की शाम तक तीन दिन तक यह ऐतिहासिक स्मारक कैंसर के शक्तिशाली प्रतीक के रूप में स्तन कैंसर की समय पर जांच, शीघ्र पहचान और प्रभावी निदान के महत्व पर प्रकाश स्तंभ लोगों को इस से बचाव के प्रति सचेत करता है।
यह सबसे पहले केवल स्तन कैंसर से लड़ने की जरूरत के बारे में बताया जा रहा है बल्कि उन लोगों को आशा, जीवन रक्षा और साहस का संदेश भी दिया गया है, जो इस बीमारी का बहादुरी से मुकाबला करते हैं। यह महिलाएं, विशेष रूप से 40 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को याद रहती है कि हर साल कैंसर का समय पता लगाने के लिए मैमोग्राफी की आवश्यकता होती है, जिससे परिणामों में आश्चर्यजनक सुधार हो सकता है।
इस पहले डॉ. वेदांत काबरा, निर्माता डायर लीलर, डिपार्टमेंट ऑफ सर्जिकल ऑनडाकोलॉजी ने कहा कि स्तन कैंसर भारतीय महिलाओं में सबसे आम कैंसर का रूप है, जो सभी प्रकार की महिला कैंसर का 25% से अधिक माना जाता है। हालाँकि पहले यह मुख्य रूप से 50 से 64 साल की उम्र की महिलाओं में होता था, लेकिन पिछले दशक में नाटकीय रुझान देखे गए हैं जो कि कम उम्र की महिलाओं में हैं, यहाँ तक कि 20 और 30 साल की उम्र में भी, इस बीमारी की शुरुआत हुई निजीकरण का तेजी से प्रसार हो रहा है। इसलिए बीमारी का पता लगाने के लिए पहले कहीं भी प्रारंभिक जांच जरूरी है।
वहीं यश रावत, फैसिलिटी डायर लीलर ने कहा कि गुलाबी रंग से जगमगाता कुतुब मीनार में एक विजुअल श्रद्धांजलि नहीं है, यह जागरूकता का प्रतीक है, जो महिलाओं को नियमित जांच के माध्यम से अपने स्वास्थ्य को बढ़ावा देने की अपील करता है। इस सबसे पहले माध्यम से हमारा उद्देश्य स्तन कैंसर को रोकना और उसकी जानकारी की दिशा में सामूहिक कार्रवाई को प्रेरित करना और जिंदगियों को बढ़ावा देना है।
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पहले प्रकाशित : 5 अक्टूबर, 2024, 13:31 IST
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