सेहत – क्या आप जानते हैं इन लक्षणों के साइड इफेक्ट्स नहीं? मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होगा, इस एक अंग को भी होगा भारी नुकसान
व्यायाम की कमी के दुष्प्रभाव: एक्सपर्ट अक्सर कहते हैं कि लंबी उम्र तक स्वस्थ और निरोगी जीवन जीने के लिए शारीरिक रूप से सक्रिय रहना बेहद जरूरी है। इसके लिए प्रोजेक्ट्स को डेली रूटीन में शामिल करना आवश्यक है। खोज करने से न केवल शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, बल्कि हड्डियाँ मजबूत बनी रहती हैं। आप कई तरह के फूलों से बचे रहते हैं। शरीर में जमीम एक्स्ट्रा चर्बी को सामान्य माना जाता है, जिससे मोटापा कम होता है। वजन नियंत्रण में रहता है. हार्ट डिजीज, उच्च रक्तचाप कम होता है। लेकिन, जिस तरह की लाइफस्टाइल लोग जी रहे हैं, उसमें कई तरह की शर्तों के होने का खतरा बढ़ रहा है। लोग कम उम्र में ही हार्ट अटैक से मर रहे हैं। मोटापा, विपक्ष से पीड़ित हो रहे हैं। गुटों को पता है कि क्या-क्या नुकसान हो सकता है।
उद्देश्य न करने के नुकसान ( व्यायाम के कोई दुष्प्रभाव नहीं)
1. वजन बढ़ सकता है: जब आप सारा दिन बैठे-बैठे थक जाएंगे, एक ही जगह जहां-जहां ऑफिस में काम करेंगे तो शरीर कई तरह की ताकतों से बंध जाएगा। आपके दांतों में दर्द शुरू हो सकता है। वजन बढ़ सकता है. शरीर में एक्स्ट्रा कैलोरी जैम होने से मोटापा बढ़ सकता है।
2. दिल हो सकता है बीमार: टीओआइ एक खबर के मुताबिक, जब आप बिल्कुल भी लक्ष्य नहीं रखते तो आपका दिल अपना काम सही से करने में अक्षम हो जाता है। इससे हार्ट सही से पंप नहीं होता. जब आप लक्ष्य बनाते हैं तो हार्ट पंप भी करता है और एक्टिव भी रहता है। एरोबिक और कार्डियोवैस्कुलर करने से हार्ट रेट सही रहता है और हृदय रोग कम होते हैं।
3.मांसपेशियां ख़राब होती हैं: जब आप लक्ष्य नहीं रखते, तो मांसपेशियां सक्रिय नहीं रहतीं तो आपकी हड्डियां और मांसपेशियां ख़राब हो सकती हैं। दस्तावेज़ नहीं करने से मसालों की सही स्थिति में कोई निशान नहीं रहता है। इन मसालों में भी कमी आती है, जिससे आपको मसालों में दर्द और कमजोरी महसूस हो सकती है। आपको शारीरिक रूप से ऊर्जा की कमी महसूस होगी।
4. क्या आप जानते हैं कि बिस्तर और अच्छी नींद का भी खतरा होता है? जी हां, अगर आप सोने से पहले ब्रिस्क रन (तेज दौड़) करते हैं तो आप थके हुए होते हैं। इससे बिस्तर पर जाने से नींद अच्छी और जल्दी आती है। इस तरह आप वास्तव में भी अल्ट्रासाउंड नहीं करते हैं, फिर भी जीवित रहने से आपकी नींद पर भी असर पड़ता है।
5. सुपरमार्केट को एक बेहतरीन स्ट्रेसबस्टर और स्लीप इंड्यूसर कहा जाता है। अगर आपको एंजायटी, स्ट्रेस की समस्या है तो आप डेली एक्टिव एक्टिविस्ट इन समस्याओं से पीछा छुड़ा सकते हैं।
6. कई बार सलाह नहीं देने से ब्लड शुगर लेवल भी प्रभावित होता है। लगातार बैठे रहने की आदत से कई लोगों में व्यवसायियों का संकट बढ़ रहा है। टाइप-2 सर्ज, हाई ब्लड शुगर ग्लूकोज़ एक्टिविटी न होने का कारण हो सकता है। ऐसे में बदमाशों से बचना चाहते हैं तो हर दिन जरूर करें।
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पहले प्रकाशित : 8 अक्टूबर, 2024, 11:59 IST
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