सेहत – मौसमी मौसम में न पड़ें बीमार, इन बातों का खास महत्व, जानें क्या है योग्यता की राय

शिमला: मौसम के बदलाव के साथ ही विपक्ष का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में खुद को बीमारी से बचाने के लिए खान-पान का विशेष ध्यान रखना बहुत जरूरी है। हिमाचल प्रदेश में मौसम तेजी से बदल रहा है। दिवा की रवानी के बाद दिन में तेज़ धूप और शाम के समय ठंड रहती है। ऐसे में रंगीन मौसम के साथ लोग गर्म कपड़े और सामग्रियों का ध्यान नहीं रखते हैं, जिससे वे तेजी से की चपेट में आ जाते हैं। इस समय लोगों को गरमागरम तापमान वाले तापमान की आवश्यकता होती है। साथ ही ठंडे पानी की जगह पर गुनगुने पानी का सेवन करना चाहिए और विटामिन सी से भरपूर फल भी खाना चाहिए।

बस खाना आसान है
आईजीएमसी के कीटनाशक याचना शर्मा ने स्थानीय 18 से बातचीत में बताया कि मौसम के सुधार के साथ ही स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। लोगों को विशेष रूप से बेसी भोजन या फ़िरोज़ में भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दौरान केवल ताजा खाना बनाना संभव है, ताकि इम्युनिटी फ्री न हो। मौसमी मौसम में अमूमन समुदाय खराब समुदाय के कारण होते हैं। इसके साथ ही क्षारीय प्लास्टिक खाना, ताल और अन्य खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए।

देसी गर्म कपड़े पहनना भी जरूरी
मौसम बदल रहा है, ऐसे में गर्म कपड़े पहनना बहुत जरूरी हो जाता है। रियल का आने वाला सीज़न इस समय चमकीला दिखता है जिस पर लोग ध्यान नहीं देते और बीमार पड़ जाते हैं। जहां तक ​​डिज़ायर की बात है तो इस समय बाजार में आने वाले वाले ‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍ियो वहीं, ठंडे पानी के स्थान पर कुनकुने पानी का सेवन करना चाहिए। ठंडा पानी पीने से गले की बीमारियां हो सकती हैं। इसके अलावा समुद्र में विटामिन सी युक्त फल बाजार में उपलब्ध है। इन कृषकों के फलों का सेवन अधिक से अधिक करें ताकि साम्यवाद बूस्ट हो।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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