सेहत – शरीर को रखना है टनाटन तो जरूर करें ये 5 काम, स्टेटस पिघलेगी चर्बी, कंप्यूटर की तरह दौड़ेगा दिमाग!

फिट और स्वस्थ रहने के टिप्स। तेजी से भागती जिंदगी में स्वस्थ रहना हर किसी की जीविका बन गया है। स्वस्थ जीवन के लिए सही आहार और मानदंड बेहद जरूरी है, लेकिन आज के भाग में भारी आबादी के लिए आदर्श आहार और लक्ष्य निर्धारित करना मुश्किल हो जाता है। इसी को लेकर स्थानीय18 की टीम ने डेंजर (झारखंड) के प्रसिद्ध क्लिनिक कंसल्टिशियन, डॉ. मनीषा मीनू से बात की,पीछा पिछले पांच वर्षों में 500 से अधिक लोगों के जीवन में सकारात्मक रूप से बदलाव आया है।

डॉ. मनीषा ने बताया कि बॉडी को मेंटेन और फिट रखने के लिए चार प्रमुख चीजों पर ध्यान देना जरूरी है…

अन्य: डॉ. मनीषा के अनुसार, बॉडी को फिट रखने के लिए कार्डियो और रेजिस्टेंस ट्रेनिंग दोनों का मिश्रण बेहद महत्वपूर्ण है। इससे न केवल वजन नियंत्रित होता है, बल्कि मसल्स टोनिंग भी होती है।

वैश्वीकरण: पोषण के संबंध में उन्होंने कहा कि संतुलित आहार में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा और संतुलित मात्रा में पानी शामिल होना चाहिए। साथ ही, विटामिन और गोलियों की सही मात्रा का ध्यान रखना भी जरूरी है।

अन्य: 7 से 8 घंटे की नींद लेना शरीर की सेहत के लिए बेहद जरूरी है। नींद की कमी से शरीर में कई प्रकार के दुष्प्रभाव उत्पन्न हो सकते हैं। इससे दिमाग पर असर पड़ सकता है।

पानी का सेवन: डॉ. मनीष ने बताया कि एक दिन में तीन से चार लीटर पानी की स्थापना की आवश्यकता है। यह शरीर के लिए सभी कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है।

तनाव प्रबंधन: तनाव को नियंत्रित करना भी स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। नियमित रूप से योग और ध्यान करने से तनाव को कम किया जा सकता है।

मसल्स टोनिंग और फिट लॉस के टिप्स के लिए
डॉ. मनीषा ने यह भी स्पष्ट किया कि मसल्स टोनिंग और फ़ातिह लॉस अलग-अलग गंजापन हैं, लेकिन दोनों का एक सामान्य सिद्धांत है-कैलोरी डेफिसिट। कैलोरी डेफिसिट का मतलब यह है कि हमें अपने शरीर की आवश्यक कैलोरी से कम खाना है। यह गुणवत्ता हमारे एज, हाइट और वर्कशॉप कंडीशंस पर निर्भर करती है। सही मात्रा में प्रोटीन और रेजिस्टेंस प्रशिक्षण के साथ कैलोरी डेफिसिट आहार से हमारे शरीर से अधिकांश फैट कम होता है। इसके साथ ही दिमाग भी तेज होता है।

अलग-अलग आयु के लिए अन्योन्याश्रित
जब डॉ. मनीषा ने पूछा कि हर उम्र के लोगों में क्या अलग-अलग तत्व होते हैं, तो उन्होंने बताया कि हर व्यक्ति का मेटाबोलिज्म, उम्र, ऊंचाई और व्यवहार अलग-अलग होता है, इसलिए भी एक ही मिश्रण बनाना चाहिए। उदाहरण के लिए, एक ही प्रकार के आहार से किसी व्यक्ति का वजन बढ़ाया जा सकता है, जबकि अन्य के लिए वजन कम किया जा सकता है।

तनाव और मानसिक स्वास्थ्य का शरीर पर प्रभाव
डॉ. मनीषा मीनू ने बताया कि अत्यधिक तनाव से शरीर पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं। यह हमारे मानक, रक्तचाप, और मांसपेशियों को प्रभावित करता है, जिससे हृदयघात या ब्रेन डैमेज का खतरा बढ़ जाता है। स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसोल के बढ़ने से अन्य हार्मोन की मात्रा कम हो जाती है, जिससे डाइजेशन, कंसेंट इम्प्रेशन और जेनरेटमेंट क्षमता प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि स्ट्रेस पर नियंत्रण रखना बेहद जरूरी है, क्योंकि अगर इसे लंबे समय तक अनसुना किया जाए तो शरीर की सेहत धीरे-धीरे खराब हो सकती है। बेहतर जीवन के लिए तनाव महत्वपूर्ण है।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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