सेहत – पेट की बेरहम चर्बी को खाली पेट में बदला जा सकता है इस चीज का एक कपड़ा, पेट को कम करने के लिए चमक से कम नहीं
पेट की चर्बी कैसे घटाएं: पेट की जिद्दी चर्बी बहुत खराब होती है। बहुत ज्यादा मेहनत करने पर शरीर के बाकी हिस्सों से तो चर्बी चली जाती है लेकिन पेट की चर्बी जाने का नाम ही नहीं पता है। भारत में खासतौर पर पेट की चर्बी की सबसे ज्यादा समस्या है। ज्यादातर लोगों का पेट फूला रहता है। चिकित्सा विज्ञान की परिभाषा तो शरीर में अन्य मान्यताओं पर जो चर्बी होती है, उसके पेट की चरबी बहुत ज्यादा शरीर के लिए नुकसान देह है। पेट में चर्बी के कारण सर्दी और हाई ब्लड डिसऑर्डर का खतरा रहता है। मोटापा एक-दो नहीं बल्कि कई मजबूत कारण हैं। इसलिए पेट की चर्बी के लिए जरूरी दिशानिर्देश है. अगर आप भी चाहते हैं कि पेट की बेरहम चर्बी से फर्नीचर मिले तो कुछ दिन के साज-सज्जा के लिए देखें ये आसान टिप्स।
लोकी का घटक मोटापा कैसे कम करता है
टीओआई की खबर के अनुसार अगर आप पेट की जिद्दी चर्बी को खत्म करना चाहते हैं तो सुबह उठकर ही लोकी के खाद्य पदार्थों का सेवन करें। फिर लक्ष्य निर्धारण के लिए. फिर आपने कुछ ही दिनों में देखा असर. ग्राम लोकी के पौधे में केवल 15 कैलोरी ऊर्जा होती है और केवल 1 ग्राम में ही इसकी मात्रा होती है। इससे यह पता चलता है कि लोकी के रस को पीने से वजन पर क्या प्रभाव पड़ेगा। लोकी में अत्याधिक मात्रा में भिन्नता होती है। इसका मतलब यह है कि जब आप सुबह इसे पी लेंगे तो भूख कम कर लेंगे और इस कारण जो भी आप इसे खा लेंगे वह नहीं खाएगा। साथ ही लोकी का सामान आपके पेट को बिल्कुल साफ कर देगा। इससे पेट में पाचन की प्रक्रिया बहुत तेज हो जाएगी और मेटाबोलिज्म भी बढ़ जाएगा जिससे कैलोरी का संतुलन अच्छा हो जाएगा और यह चर्बी में नहीं बदलेगा।
ऐसे शराबी लौकी का सामान
रिपोर्ट के अनुसार लोकी के ग्राहकों में हाई डायट्री की चोरी होती है जो आपके ऑवरऑल केट्री इंटेक को कम करना चाहती है। आप रोजाना लोकी के सब्जी के अलावा लौकी की सब्जी भी बना सकते हैं. लोकी का उत्पाद सुबह-सुबह आप खाली पेट पी सकते हैं। इसे बनाने के लिए सबसे पहले लोकी को छील लें। इसके बाद इसे कई उत्पादों में शामिल किया गया है। आप इसमें नमक, नींबू का रस या पुदीने का रस अपने स्वाद के हिसाब से मिला सकते हैं. जैसे कि इसे तुरंत तैयार कर लें क्योंकि लौकी का मिश्रण बहुत तेजी से आयोडीन युक्त हो जाता है. इस कारण लौकी से आवश्यक पोषक तत्व की प्राप्ति नहीं होगी।
पहले प्रकाशित : 25 अक्टूबर, 2024, 14:52 IST
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