सेहत – युवाओं को तेजी से अपना शिकार बना रहे हैं 5 तरह के कैंसर, 15 से 39 साल के लोग सबसे ज्यादा शिकार, जानें कौन-कौन से हैं ये
युवाओं में कैंसर के 5 प्रकार: कैंसर अब खतरनाक नहीं रहा पहले हुआ था। विज्ञान में ली गई दवाइयों में कई तरह के कैंसर ठीक हो जाते हैं लेकिन इसके लिए शुरुआती पहचान जरूरी है। कैंसर पर अब आपका दूसरा रूप पकड़ में आ गया है। अमूमन ने पहले यह 50 साल की उम्र के बाद ही अपना शिकार बनाया था लेकिन इन दिनों लड़कों ने यह तेजी से अपनी चोटी में ले लिया है। टीओआई की खबर के मुताबिक नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट ने बताया कि 2024 में अमेरिका में 15 से 39 साल की उम्र के किशोरों में कैंसर के 84100 मामले सामने आए हैं। यह सभी प्रकार के कुल कैंसर का 4.3 प्रतिशत है जो अत्यधिक चिंता की बात है। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से कैंसर युवा अपना शिकार बना रहे हैं और इसके क्या कारण हैं।
युवाओं में होने वाले कैंसर
1. उत्तर कैंसर-महिलाओं में वाला सबसे सामान्य कैंसर है वर्गीकरण कैंसर। हालाँकि इसका मतलब यह नहीं है कि विरोधाभासी कैंसर पुरुषों को नहीं होता है। अब 40 साल से कम उम्र की महिलाओं को भी सबसे ज्यादा लग रहा है। इसके लिए मुख्य रूप से खराब लाइफस्टाइल, पारिवारिक जीन और लक्ष्य जिम्मेदार हैं। जिन लोगों के परिवार में यह बीमारी सबसे पहले होती है उन घर की लड़कियों की उम्र 25 वर्ष से पहले ही जांच करानी चाहिए।
2. कोलन कैंसर-जब कैंसर आंत के सबसे बड़े भाग लेकर गुठलीदारद्वार तक में भी कहीं भी हो जाए तो इसे कोलन कैंसर कहा जाता है। युवाओं में कोलोन कैंसर के मामले सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं। अनहेल्दी लाइफस्टाइल, मोटापा, गतिहीन शरीर और मात्रा का सेवन सबसे बड़ा कारण है।
3. सरवाइकल कैंसर-यह महिलाओं के अंदर यौन अंगों में होने वाला कैंसर है। इसके लिए मेरोन पेपिलोमावायरस जिम्मेदार होता है जो हर इंसान में मौजूद होता है लेकिन कुछ लोगों में यह डेवलप कर कैंसर का रूप ले लेता है। इससे बचने का तरीका एचपीवी वैकसीन है। आज़ाद यौन शोषण इसके प्रमुख कारण है। सर्वाइकल कैंसर न हो इसके लिए हर महिला को कम उम्र में पेप स्मीयर टेस्ट से बचना चाहिए।
4. लिंफोमा-लिंफोमा का नाम आप अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना की फिल्म आनंद में सुनेंगे। इन दिनों लिंफोमा भी यंग एज में काफी होने लगा है। यह कैंसर लिंफ में खराबी होती है। टॉन्सिल में सबसे अधिक होता है। अगर कोई न सूझे तो उसे तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिए। इसके अलावा अचानक वजन में कमी, लगातार थकान और कमजोरी भी इसके लक्षण हैं।
5. मेलोनोमा-मेलोनोमा त्वचा कैंसर है. हाल के दिनों में युवाओं में मेलोनोमा कैंसर भी तेजी से युवाओं को अपना शिकार बनाने में लगा है। इससे बचने के लिए धूप से बचना जरूरी है। इसके अलावा त्वचा में किसी भी तरह का बदलाव हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। वैसे मेलोनोमा के अधिकतर मामले पश्चिमी देशों में आते हैं। लेकिन भारतीय लोगों को भी इससे परहेज़ करना चाहिए।
पहले प्रकाशित : 9 नवंबर, 2024, 14:38 IST
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