सेहत – योग कपालभाति और भुजंगासन से सर्दी जुखाम खांसी का इलाज लाभ सा
आनंद: सामान्यतः थोक-खांसी की समस्या बढ़ती जा रही है। इस मौसम में बलगम इन्फ्रास्ट्रक्चर लगता है, सभी तरह की आसानी से फेफड़े तक पहुंच जाती हैं। परिणाम, आउटलुक-खांसी जैसे विनाशकारी होने लगते हैं। लेकिन घबराओ मत! योग से इन समस्याओं को दूर किया जा सकता है। योगाचार्य डॉ. जयना पाठक ने इसके लिए खास जानकारी दी है।
अंतिम-खांसी से अंतःक्रिया
लोकल18 से बातचीत में डॉ. जया पाठक ने कहा, “सरदियों में खांसी-खांसी की समस्या आम है, लेकिन हमारे शरीर में होने वाली हर समस्या का समाधान योग में है।” आराम-खांसी से राहत पाने के लिए कुछ योगासन हैं, नियमित अभ्यास करने से आराम मिलता है।
कपालभाति से वास्तविक राहत
डॉ. जैना पाठक ने बताया, “सर्दी-खांसी के लिए कपालभाति प्राणायाम सबसे प्रभावशाली है। कपालभाति से कफ रोग (कफ रोग) को दूर किया जा सकता है। इसे करने से पहले सुखासन में बैठें। फिर लंबी गहरी सांस, बाएं हाथ को नाभि के पास से और सीधे हाथ से एक नाक को बंद करें। गहरी सांस लें और धीरे-धीरे गहरी सांस अंदर-बाहर करें। सांसारिक ऑर्केस्ट्रा वक्त पेट को अंदर की ओर खींचे।’
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कपालभाति के चार तरीके:
-बाईं नाक बंद करके ऊपरी नाक से सांस छोड़ें।
-फिर दोनों नाक से बारी-बारी से सांस छोड़ें।
-नाक से गहरी सांस लें और पेट को धीरे-धीरे अंदर खींचते हुए सांस छोड़ें।
-कपालभाति के बाद सांस सामान्य करें और फिर दूसरा योग करें।
नोट: कपालभाति से बलगम पतला होता है, जिससे मोटापा-खांसी की समस्या से राहत मिलती है।
भुजंगासन भी कमाल
डॉ. जयना ने आगे बताया, ”भुजंगासन करना भी बेहद जरूरी है।” इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं। दोनों हाथों को कोहनी से मोड़कर छाती के पास से और चौड़े के बीच की दूरी को छोड़ें। फिर कमर से ऊपर का हिस्सा तूफ़ान, लेकिन ध्यान रहे कि रिकार्डो पर ज़ोर न पड़े। इस दौरान कमर और घुटनों पर टिके रहना और केवल कमर के ऊपर का भाग होना।”
पहले प्रकाशित : 17 नवंबर, 2024, 11:19 IST
अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
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