सेहत – एआर रहमान-सायरा बानो तलाक: इमोशनल स्ट्रेन की वजह से हुआ रहमान का तलाक! आख़िर क्या है ये परेशानी
एआर रहमान तलाक का कारण: ऑस्कर विनिंग और वर्ल्ड फेमस सिंगर अख्तर रहमान और उनकी पत्नी सायरा बानो ने 29 साल बाद तलाक लेने का फैसला किया है। दोनों की शादी साल 1995 में हुई थी और काफी समय तक दोनों की शादी पूरी तरह ठीक हो चुकी थी, लेकिन अब दोनों ने एक-दूसरे से अलग होने का फैसला किया है। खास बात यह है कि सायरा बानो के वकील इमोशनल स्ट्रेन ने इस तलाक की बात बताई है। जब से लोगों को शामिल किया गया रहमान और सायरा बानो के तलाक की वजह सामने आई है, तब से लोग लगातार यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इमोशनल स्ट्रेन क्या बला है और यह रिश्ता कितना टूट सकता है। डॉक्टर से जानें कि इमोशनल स्ट्रेन क्या होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
नई दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के साइकेस्ट्रिस्ट डॉ. प्रेरणा कुकरेती ने News18 को बताया कि जब प्रॉप्रेट में तनाव पैदा होता है और कपल्स के बीच सही तालमेल नहीं होता है, तब इमोशनल स्ट्रेन पैदा होता है। यह कोई बीमारी नहीं है, बल्कि तनाव के कारण पैदा होने वाली कंडीशन है। जब कपल्स की व्यक्तिगतता, प्राथमिकता और जिम्मेदारी के बीच का संतुलन नहीं बन पाता है, तब भी इसी तरह की समस्या सामने आती है। किसी भी तरह के रिलेशन के कई चरण होते हैं और कई बार लोगों का इमोशनल स्ट्रेन बढ़ता रहता है, जिससे रिलेशन बनाने की नौबत आ सकती है।
साइकेट्रिस्ट ने बताया कि जब इमोशनल स्ट्रेन जद से अधिक होता है, तब यह मानसिक विकार जैसे- अवसाद और अवसाद सहित कई मानसिक विकार पैदा हो सकते हैं। संबंधित संबंध बुरे तरह से प्रभावित होता है और कई बार कपल्स एक दूसरे से अलग होने का निर्णय ले लेते हैं। इमोशनल स्ट्रेन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं, जिंक प्लांटर, मेंटल, इमोशनल स्ट्रेन। इससे बचने के लिए कपल्स से एक दूसरे को डाउनलोड करना बेहद जरूरी है। इमोशनल स्ट्रेन से राहत पाने के लिए कई बार थेरेपी का सहारा लिया जाता है। इससे काफी हद तक भिन्न को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
लोगों को अपने-अपने हितों को बेहतर बनाए रखने के लिए अपने सहयोगियों की सलाह लेनी चाहिए और उन्हें समय देना चाहिए। लोगों को वर्कशॉप में डॉक्यूमेंट्री बनाने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि फैमिली पर प्रोफेशनल लाइफ का बुरा असर न पड़े। इसके अलावा अपने राघवजी के साथ हर मुद्दे पर फ्रैंक से बातचीत करना बेहद जरूरी है, ताकि कोई भी व्यक्ति अंदर ही अंदर घुटन महसूस न करे। अगर आपके रिश्ते में यकीन और प्यार बना रहेगा, तो इमोशनल स्ट्रेन से प्यार करना आसान हो जाएगा। अगर कोई मामला सामने नहीं आ रहा है तो साइकेट्रिस्ट या साइकोलॉजिस्ट की मदद भी ले सकते हैं।
यह भी पढ़ें- सबसे ज्यादा जरूरी है पीला मसाला, स्वास्थ्य को होगा नुकसान! खून की हो सकती है कमी, जानें काम की बात
पहले प्रकाशित : 20 नवंबर, 2024, 13:13 IST
Source link