सेहत – श्री नारायण के ये मनमोहक फूल घर में निकली है शांति! आयुर्वेद में भी रामबाण का इलाज, जानिए फायदे

जयपुर:- हिन्दू धर्म शास्त्रों में फूलों को देवी-देवताओं के मित्रों के रूप में देखा जाता है। अनेक पुष्प पुष्प सजावट के काम में आते हैं। टेंपल पेड़ के नाम से प्रसिद्ध है चंपा का फूल और सुंदर फूल। चंपा का पौधा भगवान श्री कृष्ण को बहुत प्रिय माना गया है। ऐसी ही एक जगह है कि गोपियां कृष्ण को ढूंढते हुए वृंदावन के जंगल में चंपा के पेड़ों से बातें करती थीं। उसने पूछा कि क्या उसने अपने प्रिय को कहीं देखा है।

प्राचीन हिंदू शास्त्रों में भी उल्लेख किया गया है
पुराणों में कहा गया है कि चंपा के उपचारों में भगवान शिव का वास है। चंपा का पौधा परमाणु ऊर्जावान प्रगतिशील प्रभाव वाला पौधा माना जाता है। प्राचीन हिंदू शास्त्रों में चंपा के सिद्धांतों का वर्णन किया गया है। चंपा का पौधा नक्षत्र सदाबहार नामक पौधा होता है। इसके फूल ने केवल मनुष्य को ही आकर्षित किया है, बल्कि देवी-देवताओं को भी आकर्षित किया है।

चंपा का पौधा कैसे उगाएं
गार्डनिंग रेस्तरां राकेश कुमार ने लोकल 18 को बताया कि चंपा को गार्डन और गामाले में भी रखा जा सकता है। सबसे पहले साबुत मिट्टी का एक मिश्रण तैयार किया जाता है, फिर बगीचे में पौधे लगाने के लिए सही मात्रा में मिट्टी ली जाती है। फिर मिट्टी का मिश्रण में डाला जाता है। फिर इसमें चंपा का पौधा भी शामिल है और उसे धूप वाले स्थान पर अच्छी तरह से रखा जाता है। माता का नाम लेने के लिए उसे बराबर पानी भी देना चाहिए। गमले में चंपा का पौधा लगाने की एक कमी या मिट्टी का गमला लेना चाहिए। मिट्टी के बाद छोटी चंपा के औजारों को सही मात्रा में पानी देते रहे। कुछ ही दिनों बाद चंपा का पौधा विकसित हो गया।

चंपा के औषधि गुण
आयुर्वेदिक चिकित्सक किशन लाल ने लोकल 18 को बताया कि आयुर्वेद में चंपा के उपचार का औषधीय उपयोग किया जा रहा है। चंपा की दुकान के व्यापारी रस व जड़ते की बहुत उपयोगी सलाह है। वहीं चंपा पुष्प पुष्प के साथ-साथ औषधि गुणों से भी प्रचुरता होती है। आयुर्वेद की कई औषधियों में चंपा के उपचार का उपयोग हो रहा है। चंपा में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं।

सिर दर्द और आंखों की जलन में उपयोग
चंपा के फूल की सुगंध से सिर दर्द में आराम मिलता है। चंपा के तेल से सिर की मालिश करने से तुरंत आराम मिलता है। चंपा के फूल के गुण पानी में रोजाना पीने से पेशाब करने में परेशानी की समस्या दूर हो सकती है। चंपा की तासीर आंखों की जलन को ठीक करती है। चंपा के फूल का मिश्रण कुछ दिनों तक सेवन करने से आंखों की जलन से तुरंत आराम मिलता है। इसके अलावा चंपा के फूलों के लेप से घाव जल्दी भरते हैं। यह त्वचा पर होने वाली जलन और सूजन को भी ठीक करता है। साथ ही चंपा के पुष्प और आराम देने वाले होते हैं। चंपा तनाव को कम करती है और मानसिक स्वास्थ्य को ठीक करती है।

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चंपा का धार्मिक महत्व
चंपा का पौधा अति प्राचीन माना जाता है। बुद्ध के समय चंपा भगवान के उपाय का वर्णन है। बौद्ध कालीन संप्रदाय चंपा में सबसे पवित्र पौधा माना जाता है। धार्मिक दृष्टि से चंपा का पुष्प का बड़ा महत्व माना गया है। भगवान कार्तिकेय को चंपा पुष्प अत्यंत प्रिय है। चंपा के पुष्प को तेंपाल वृक्ष भी कहा जाता है। ईश्वर की आराधना में चंपा के पुष्प का अभिषेक किया जा रहा है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए चंपा का पुष्प भी अर्पित किया जाता है। चंपा के फूलों को रात में नहीं तोड़ना चाहिए।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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