सेहत – गर्भवती महिलाओं के लिए रामबाण है मक्के की रोटी, शरीर में नहीं होगी आयरन की कमी, दिल की बीमारी होगी कोसों दूर

बागेश्वर:उत्तराखंड के कई पहाड़ी इलाकों में मक्के की अच्छी खेती होती है। मक्के को सामान्य तरीके से भी खाया जाता है. इसके साथ ही अटेच्ट की रोटियां भी बनाई गई हैं। आयुर्वेद के अनुसार इसमें कई पोषक तत्त्व प्रचुर मात्रा में होते हैं। अन्य खाद्य पदार्थों से कई गंभीर बीमारियाँ भी ठीक हो जाती हैं।

आयुर्वेदिक डॉक्टर ऐजल पटेल ने स्थानीय 18 से बताया कि मक्के की रोटी में मौजूद पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में सहायक है। इसके सेवन से कब्ज की समस्या भी दूर होती है। इसमें मौजूद आयरन से शरीर में खून की कमी दूर होती है। विटामिन-बी से ब्लड सप्लाई कंट्रोल रहता है। मक्के में मौजूद विटामिन-ए आंखों के लिए चमत्कारी होता है। इसमें मौजूद फॉलिक एसिड गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक होता है।

पाचन तंत्र के लिए हानिकारक

मक्के की रोटी में प्रचुर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। इसके सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है। साथ ही आंतें बेहतर तरीकों से काम करते हैं। चार युक्त भोजन शरीर को डिटॉक्स करने में भी सहायक होता है।

आयरन की कमी हो जाती है दूर

मक्के में आयरन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है, जो शरीर में खून की कमी को दूर करने में सहायक होती है। गर्भवती महिलाओं के लिए यह सबसे खतरनाक है, क्योंकि इस दौरान महिलाओं में आयरन की जरूरत बढ़ जाती है। आयरन से भरपूर मक्के की रोटी जैसे प्रश्नों को दूर करने में भी मदद करती है।

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मक्के की रोटी में विटामिन-बी पाया जाता है, जो रक्त के मिश्रण को नियंत्रित करने में सहायक होता है। हाई ब्लड लैबोरेटरी से जुड़े लोगों को मक्के की रोटी में रोजाना आहार शामिल करना चाहिए। इसमें विटामिन-ए मौजूद होता है, जो आंखों को स्वस्थ रखता है। यह देखने की क्षमता को पुनः प्राप्त करने के लिए है। साथ ही यह नजर वाली में कई तरह की बातें होती हैं।

गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान

गर्भवती महिलाओं को फोलिक एसिड की आवश्यकता होती है, जो मक्के की रोटी में प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। यह गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के विकास में मदद करता है। साथ ही यह जन्म दोषों के जोखिम को कम करता है। इसमें मौजूद मैग्नेशियम, ड्रैगन, आयरन और फास्फोरस जैसे तत्व हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। यह बचपन की उम्र में हड्डियों की तस्वीरें कम करती है। गर्भवती महिलाओं के लिए यह जरूरी है। क्योंकि इस समय जोड़ों पर अधिक दबाव है।

वजन में सहायक

मक्के की रोटी पेट को लंबे समय तक भरी रहती है, जिससे अधिक खाने की आदतों पर नियंत्रण रहता है। यह कैलोरी कम और पोषण में अधिक होती है, जिससे वजन घटने में मदद मिलती है। यह व्यवसायियों के लिए भी सुरक्षित और आकर्षक है।

दिल की बीमारी दूर होगी

मक्के की रोटी में विटामिन-सी, कैरोटिन नाइट्रोजन और बायोफ्लेवन नाइट्रोजन पाए जाते हैं, जो दिल की चुनौती को दूर करने में सहायक होते हैं। यह तत्व शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है, और हृदय को स्वस्थ रखता है। मक्के की रोटी में पोषण तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं। पर यह गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद जादुई है। इसके घटकों में पाचन तंत्र, आंखों और हड्डियों की सुरक्षा शामिल हो सकती है।


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