दुनियां – ‘QUAD किसी के खिलाफ नहीं, हिंद प्रशांत क्षेत्र के लिए जरूरी’, मीटिंग में बोले PM मोदी – #INA

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अमेरिका पहुंचे, जहां वह क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि क्वाड किसी के खिलाफ नहीं है, बल्कि नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और संप्रभुता के सम्मान के लिए है. पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा आयोजित शिखर सम्मेलन में अपनी शुरुआती टिप्पणी में कहा और इसमें ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानी और जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी शामिल हुए.
पीएम मोदी ने किसी देश का नाम लिए बिना कहा कि एक स्वतंत्र, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्वाड की प्राथमिकता है. बता दें कि चीन साउथ चाइना सी (दक्षिण चीन सागर) और ईस्ट चाइना सी (पूर्वी चीन सागर) दोनों में क्षेत्रीय विवादों में उलझा हुआ है. चीन पूरे दक्षिण सागर पर संप्रभुता का दावा करता है. वियतनाम, मलेशिया, फिलीपींस, ब्रुनेई और ताइवान के पास जवाबी दावे हैं.

#WATCH | At the Quad Summit, Prime Minister Narendra Modi says “Our meeting is taking place at a time when the world is surrounded by tensions and conflicts. In such a situation, the QUAD’s working together on the basis of shared democratic values ​​is very important for the pic.twitter.com/OGFFw3ICer
— ANI (@ANI) September 21, 2024

दुनिया तनाव और संघर्ष से घिरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि क्वाड शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब दुनिया तनाव और संघर्ष से घिरी हुई है. ऐसे में साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड देशों का एक साथ काम करना पूरी मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. क्वाड शिखर सम्मेलन में अपने भाषण में उन्होंने कहा कि समूह किसी के खिलाफ नहीं है और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान और सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करता है.
हिंद-प्रशांत क्षेत्र क्वाड की प्राथमिकता
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्वाड देशों की साझा प्राथमिकता और प्रतिबद्धता है. पीएम मोदी ने कहा कि क्वाड देशों का पहला शिखर सम्मेलन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व में हुआ था. पीएम ने कहा कि अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान इस क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेकर मुझे बेहद खुशी हो रही है.
जो बाइडेन का धन्यवाद
इसके अलावा उन्होंने जो बाइडेन की तारीफ करते हुए कहा कि आपके नेतृत्व में 2021 का पहला शिखर सम्मेलन (QUAD) आयोजित किया गया था. इतने कम समय में हमने हर दिशा में अपने सहयोग को अभूतपूर्व तरीके से बढ़ाया है. इसमें आपकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है. क्वाड के प्रति आपकी दृढ़ प्रतिबद्धता और योगदान के लिए मैं तहे दिल से आपका आभार व्यक्त करता हूं.

#WATCH | At the Quad Summit, Prime Minister Narendra Modi says “It gives me immense pleasure to participate at this QUAD Summit during my third term…Under your leadership, the first summit (QUAD) of 2021 was organised. In such a short time, we have expanded our cooperation in pic.twitter.com/S5kcoRXtLx
— ANI (@ANI) September 21, 2024

2025 में क्वाड समिट की भारत करेगा मेजबानी
उन्होंने कहा कि क्वाड देशों ने मिलकर स्वास्थ्य, सुरक्षा, महत्वपूर्ण, उभरती टेक्नोलॉजी, जलवायु परिवर्तन और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में कई सकारात्मक और समावेशी पहल की हैं. उन्होंने कहा कि हमारा संदेश स्पष्ट है, क्वाड यहां रहने, सहायता करने, साझेदारी करने और पूरक बनने के लिए है. मैं एक बार फिर राष्ट्रपति बाइडेन और अपने सभी सहयोगियों को बधाई देता हूं. हमें 2025 में भारत में क्वाड लीडर्स समिट आयोजित करने में खुशी होगी.
राष्ट्रपति बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक
बता दें कि क्वाड समिट की मेजबानी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने गृहनगर विलमिंगटन डेलावेयर में कर रहे हैं. पीएम मोदी अपनी तीन दिवसीय अमेरिकी यात्रा के पहले चरण में दिन में पहले ही अमेरिका के फिलाडेल्फिया एयरपोर्ट पर पहुंचे. क्वाड समिट में हिस्सा लेने से पहले पीएम मोदी ने राष्ट्रपति बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक की. दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए नए रास्तों की पहचान की.
समान विचारधारा वाले देशों का समूह
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भविष्य के शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे. वे भारतीय प्रवासियों और महत्वपूर्ण अमेरिकी व्यापार जगत के नेताओं से भी मिलेंगे. प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन के अलावा, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानी और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं. यह मंच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए काम करने वाले समान विचारधारा वाले देशों के एक प्रमुख समूह के रूप में उभरा है.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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