दुनियां – ईरान में निशाने पर इमाम, 45 साल में तीन इमामों का हो चुका मर्डर – #INA
ईरान के एक शहर काज़ेरोन में इमाम को निशाना बनाया जाता है. पिछले 45 साल में इस शहर में अब तक तीन इमामों का मर्डर हो चुका है. ईरान में शुक्रवार को नमाज के बाद ईरान के इमाम की गोली मारकर हत्या कर दी गई. देश की मीडिया ने बताया, दक्षिणी ईरान में काज़ेरोन के जुमे की नमाज के इमाम की हत्या कर दी गई.
ईरान में इस्लामिक रिव्यूलेशन साल 1979 में कायम हुआ था, जिसके बाद से इमाम के मर्डर के मामले सामने आए हैं. मोहम्मद सबाही तीसरे इमाम है जिनकी हत्या कर दी गई. इमाम मोहम्मद सबाही की रहस्यमय मौत हुई. इमाम की मौत पर काजेरोन के गवर्नर मोहम्मद अली बेखराद ने शुक्रवार शाम को बताया, शिराज के नमाजी अस्पताल में डॉक्टरों की कोशिश के बावजूद, इमाम ने दम तोड़ दिया.
मर्डर की जांच जारी
ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के नेतृत्व में आधिकारिक धार्मिक अधिकारियों का चयन किया जाता है और उसी के जरिए इमाम को नियुक्त किया जाता है. ईरानी मीडिया ने कहा कि इमाम के हमलावर ने आत्महत्या कर ली. ईरान की इन्वेस्टिगेशन एजेंसी बेख्रद ने पहले इमाम पर हुए हमले को आतंकवादी हमला बताने से इनकार किया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि इमाम पर हुए अटैक के पीछे व्यक्तिगत कारण हो सकता है.
कौन था हमलावर?
इमाम पर गोलीबारी की खबर आने के तुरंत बाद, एक टेलीग्राम चैनल ने दावा किया कि हमलावर ने युद्ध में हिस्सा लिया था और वो एक युद्ध अनुभवी था. टेलीग्राम चैनल के इस दावे के बाद काजेरोन के शहीद फाउंडेशन के प्रमुख मेहदी मजारेई ने इस का खंडन किया और चेतावनी दी कि झूठी जानकारी फैलाने वाले किसी भी व्यक्ति को सजा दी जाएगी. ईरान की न्यायपालिका से जुड़ी मिजान न्यूज ने हमलावर की जानकारी देते हुए बताया कि इस व्यक्ति का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है.
ईरानी मीडिया मिजान ने हमलावर की जानकारी देते हुए बताया, हमलावर ने 20 साल पहले विस्फोटकों का इस्तेमाल करके एक जज को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी. इसी के बाद दक्षिण-पश्चिमी ईरान के गचसरन में बमबारी के साथ-साथ हथियार चोरी और रिश्वतखोरी के लिए छह साल जेल में भी बंद रहा था.
तीन इमाम का हुआ मर्डर
इमाम सबाही ने नवंबर 2019 में काजेरोन में शुक्रवार इमाम की जिम्मेदारी निभाना शुरू किया था. इससे पहले वो एक दशक तक फार्स प्रांत में खरामेह के शुक्रवार इमाम के रूप में काम कर रहे थे. इमाम सबाही से पहले साल 2019 में 29 मई को ऐसा ही एक और मामला सामने आया था जब काजेरोन के एक और शुक्रवार इमाम मोहम्मद खोरसंड की रमजान की नमाज से लौटते समय चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी.
इससे पहले साल 1981 में 31 जुलाई को काजेरोन के शुक्रवार के इमाम अब्दोलरहीम दानेशजौ की शाम की नमाज के बाद उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. राज्य के सूत्रों ने इस हमले को ईरान के पीपुल्स मुजाहिदीन के सदस्यों से जोड़ा था.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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