Political – इस्तीफे के बाद रणजीत सिंह चौटाला का बड़ा ऐलान, कहा-जरूर लड़ेंगे चुनाव- #INA

रणजीत सिंह चौटाला. Image Credit source: Twitter

हरियाणा के कैबिनेट मंत्री चौधरी रणजीत सिंह चौटाला ने गुरुवार को कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. रानियां विधानसभा से भाजपा द्वारा टिकट नहीं देने से खफा रणजीत सिंह चौटाला ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि वह हर हाल में रानियां विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे.

रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा ने मुझे डबवाली से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था, लेकिन मैंने ठुकरा दिया. उन्होंने कहा कि रोड शो दिखाकर अपना शक्ति प्रदर्शन करूंगा.

ये भी पढ़ें

उन्होंने कहा कि वह चुनाव जरूर लड़ेंगे. चाहे किसी दूसरी पार्टी से लड़ूं या फिर आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ूं, लेकिन विधानसभा चुनाव लडूंगा जरूर. बता दें कि भाजपा ने रानियां सीट से शीशपाल कंबोज को मैदान में उतारा है.

उम्मीदवार नहीं बनाये जाने से चौटाला थे नाराज

बता दें कि रणजीत सिंह चौटाला ने रानियां विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी की ओर से उन्हें डबवाली सीट से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया गया. उन्होंने कहा कि वह डबवाली से चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे. इस कारण उन्होंने पार्टी के प्रस्ताव को खारिज कर दिया. इसके बाद पार्टी की ओर से बुधवार को उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया था. पार्टी ने रानियां सीट से शीशपाल कंबोज को उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया.

पार्टी की ओर से रानियां सीट से शीशपाल कंबोज के नाम के ऐलान के बाद रणजीत सिंह चौटाला नाराज बताये जा रहे थे. गुरुवार को उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. बता दें कि उम्मीदवारों के नामों के ऐलान के बाद अब तक भाजपा के पांच नेता पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं.

2019 में रानियां से जीते थे चौटाला

बतादें कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के रणजीत चौटाला भाई हैं. वह पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के पुत्र हैं. साल 1987 में वह रोडी विधानसभा सीट से लोकदल के टिकट से चुनाव लड़कर विधायक बने और फिर 1990 में वह राज्यसभा सांसद बने थे. साल 2019 के विधानसभा चुनाव में वह रानियां विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी, बाद में उन्होंने बीजेपी सरकार को समर्थन दिया और वह मंत्री बनाये गये थे.

Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link

Back to top button