उमा पांडेय महाविद्यालय में शोक सभा, डॉ. रंजीत कुमार राम और डॉ. सत्येंद्र ठाकुर को श्रद्धांजलि

आइसा कॉलेज इकाई ने 2 मिनट का मौन रखकर जताया शोक

  • उमा पांडेय कॉलेज के राजनीति विज्ञान विभाग में विभागाध्यक्ष डॉ. रंजीत कुमार राम व सेवानिवृत प्रो. डॉ. सत्येंद्र ठाकुर के निधन पर आइसा कॉलेज इकाई द्वारा शोक सभा का हुआ आयोजन:- रौशन कुमार
  • डॉ. रंजीत कुमार राम, विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान के उमा पांडेय महाविद्यालय के असामयिक निधन से राजनीति विज्ञान के छात्रों, शिक्षकों व शुभचिंतकों में शोक की लहर:- प्रो. डॉ. राजेश कुमार

पूसा/समस्तीपुर 18 अक्टूबर 2024.

आज उमा पांडेय महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में आइसा कॉलेज इकाई द्वारा आइसा नेता रंजन कुमार के अध्यक्षता व आइसा नेता शिवम सरोज के संचालन में राजनीतिक विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. रंजीत कुमार राम के असामयिक निधन व सेवानिवृत अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सत्येंद्र ठाकुर के निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर शोक सभा आयोजित की गई। शोक सभा में आइसा प्रखंड प्रभारी सह भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य रौशन कुमार, समाजशास्त्र के प्रोफेसर डॉ. राजेश कुमार, हिंदी विभाग के प्रोफेसर प्रो. वृंदावन जाटव, अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. रेखा कुमारी, दर्शनशास्त्र विभाग के प्रोफेसर डॉ. वंदना कुमारी, अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर डॉ. रूपेश कुमार उपस्थित थे।

आइसा प्रखंड प्रभारी सह भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य रौशन कुमार ने कहा कि महाविद्यालय व विश्वविद्यालय के लिए डॉ. रंजीत कुमार राम का जाना अपूरणीय क्षति है। इसकी भरपाई करना असंभव है। वे विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं में बेहतर राजनीति समन्वय स्थापित करने का हरसंभव प्रयास किया। उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर भी बेहतर सामाज बनाने के लिए काफी प्रयास किया। वहीं सेवानिवृत्ति प्रोफेसर सत्येंद्र ठाकुर महाविद्यालय में शिक्षण के साथ-साथ राष्ट्रीय सेवा योजना के पदाधिकारी के रूप में भी लंबे समय तक कार्य कर चुके थे।

समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश कुमार यादव ने कहा कि डॉ रंजीत कुमार राम के साथ बिताए गए हर पल राजनीति, शिक्षा और समाज से संबंधित चर्चा पर केंद्रित हुआ करती थी। उन्होंने हमें किताबी ज्ञान से इतर व्यावहारिक ज्ञान सीखाने का हरसंभव प्रयास किया। वे एक अमूल्य धरोहर है। वे सरल, सौम्य, वास्तविक रूप से जीने वाले असाधारण व्यक्ति थे। वे शिक्षा के क्षेत्र में काफी सक्रिय थे।

हिंदी विभाग के छात्र शिवम सरोज ने कहा कि उमा पांडेय महाविद्यालय में राजनीतिक शास्त्र विभाग के युवा विभागाध्यक्ष डॉ. रंजीत कुमार राम के आकस्मिक निधन से राजनीति विज्ञान विभाग और समाज मर्माहत है। वे एक विद्वान शिक्षक के साथ-साथ समाजसेवी और मानवतावादी सोच के शख्स थे। उनके चिंतन में समाज के निचले पायदान की उन्नति थी।

मौके राहुल कुमार निराला, शांतनु कुमार, काजल कुमारी, मो. शकील, साजन कुमार रंजन कुमार नैना कुमारी, गणपत कुमार, आरोही कुमारी, जूही कुमारी, कुसुम कुमारी, बिट्टू कुमार, सुमन कुमार, सुमित कुमार, रिषभ कुमार, अंकित कुमार अन्य दर्जनों छात्र-छात्राओं उपस्थित थे।

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