ख़बर – गैंग से पूछताछ में उदयपुर व राजसमन्द व गुजरात की पचास से अधिक चोरी की घटनाओं का खुलासा, मुख्य सरगना सहित पांच अभियुक्त गिरफ्तार- INA
– करीब 35 लाख का माल, घटना में प्रयुक्त पिकअप तथा अल्टो सहित कुल 04 वाहन जब्त
उदयपुर। उदयपुर जिले की सुखेर थाना पुलिस ने निर्माणाधिन भवनों से वायर चोरी करने वाली गैंग का पर्दाफाश कर उदयपुर, राजसमंद व गुजरात में हुई 50 से अधिक चोरियों का खुलासा किया है। पुलिस ने गैंग के सरगना सहित पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर 35 लाख रुपए कीमत का माल, घटना में प्रयुक्त पिकअप व अल्टो गाड़ी सहित कुल चार वाहन जब्त किए हैं। साथ ही चोरी का माल खरीदने वाले तीन अभियुक्त को भी नामजद किया है।
उदयपुर शहर में हो रही चोरियों की वारदातों को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक, उदयपुर योगेश गोयल ने इस सम्बन्ध में आवश्यक कार्रवाई करने तथा चोरी की वारदातों का खुलासा करने के निर्देश प्रदान किये। निर्देशों की पालना में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, शहर उमेश ओझा तथा सीओ कैलाश चन्द्र द्वारा एसएचओ हिमांशु सिंह राजावत के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई।
थानाधिकारी द्वारा पिछले 01 वर्ष में हुई चोरी के प्रकरणों की समीक्षा कर कांस्टेबल अचलाराम, भारत सिंह तथा धनराज एवं मुखबिर तन्त्र को जानकारी प्राप्त करने के लिए लगाया गया। इसी दौरान कांस्टेबल अचला राम ने सूचना दी कि ओगणा व नाई थाना क्षेत्र के कुछ सन्दिग्ध युवक की सुखेर इलाके में आना जाना है।
सूचना को कांस्टेबल अचला राम, धनराज व भारत सिंह द्वारा डवलप किया तो भैरवगढ वाली सडक की तरफ कुछ संदिग्घ युवकों व दो वाहनों के होने की जानकारी सामने आने पर टीम ने मौके से सभी पांचों संदिग्ध व्यक्तियों मांगी लाल मीणा पुत्र धर्म चन्द (30) निवासी नेताजी का बारा, थाना ओगणा, भगवती लाल मीणा पुत्र नारायण मीणा (20) निवासी केली थाना नाई, भरत मीणा पुत्र मांगीलाल (25) निवासी पिपलवास थाना नाई, मुकेश मीणा पुत्र रमेश (20) तथा कैलाश मीणा पुत्र रामलाल (25) निवासी नया गुड़ा थाना नाई, उदयपुर को राउण्ड अप कर लिया।
थाने पर लाकर पूछताछ की गई तो इन्होंने सुखेर थाना क्षेत्र की करीब 20 चोरियों सहित कुल 54 चोरियां करना स्वीकार किया। इस पर अभियुक्तों को गिरफतार कर इनके कब्जे से करीब 35 लाख रूपये के चोरी किया गया ब्रान्डेड वायरिंग का माल बरामद किया गया है। अभियुक्त चोरी का माल जिन व्यक्तियों को बेचते थे, उनमें से 03 को नामजद किया गया है, जिनके विरूद्ध नियमानुसार कानूनी कार्यवाही की जायेगी।
अभियुक्त अलग-अलग समूह बनाकर शहर के कॉलोनियों में घूमते तथा कोई भी नया बनता हुआ मकान मिलता तो दिन के समय रैकी कर लेते कि वहां पर वायरिंग का काम शुरू हुआ है या नहीं। उसके बाद रात में पिकअप, अल्टो व मोटरसाईकिल आदि लेकर आते तथा वायर के बण्डल चोरी कर ले जाते। वायर के अधिकतर बण्डल सरगना मांगीलाल अपने कब्जे में रखता। वायर लगे होने पर वायरिंग काटकर लेकर चले जाते। कटे हुए वायरिंग के तारों को जलाकर उसमें से ताम्बा निकाल कर कबाडियों को बेच देते।
अभियुक्तों से पूछताछ में और भी घटनाओं के खुलासा होने की सम्भावना है। राज्य के बाहर गुजरात आदि राज्यों में चोरी के बारे में गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है।
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