यूपी – Mahakumbh : पहली बार विकसित होंगे दो नए संगम तट, चार किमी बढ़ेगा घाटों का दायरा, सब लगा पाएंगे पुण्य कि डुबकी – INA

सितासिते सरिते यत्र सङ्गते तत्राप्लुतासो दिवमुत्पतंति /ये वै तन्वं विसृजन्ति धीरास्ते जनासो अमृतत्वं भजन्ते…। अनादि तीर्थ संगम में पुण्य स्नान की महिमा ऋग्वेद के खिलसूक्त के इस श्लोक में स्वर्ग के बराबर फल प्राप्ति के रूप में दी गई है। इसका आशय है कि जहां गंगा-यमुना, सरस्वती का मिलन होता है, वहां स्नान करने वालोंको स्वर्ग मिलता है। जो श्रद्धालु इस संगम में तन का त्याग करते हैं, उन्हें मोक्षप्राप्ति होती है। महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने के अनुमान के बीच मेला प्रशासन संगम में पुण्य की लगाने की सबकी आस पूरी करेगा। इसके लिए दो नए संगम तट विकसित किए जाएंगे।

महाकुंभ में घाटों का दायरा चार किमी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। कुंभ 2019 में आठ किमी लंबे घाटों पर सुगम स्नान की व्यवस्था की गई थी। तब 24 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान का प्रशासन ने रिकॉर्ड दर्ज किया था। इस बार डेढ़ गुना अधिक भीड़ आने के अनुमान को देखते हुए चार किमी तक घाटों का विस्तार किया जाएगा। इस बार 12 किमी लंबे घाटों पर पुण्य की डुबकी लगाने की व्यवस्था की जाएगी।

मेला प्रशासन ने भीड़ के दबाव को बांटने के लिए दो नए संगम तट विकसित करने की योजना बनाई है। इसमें ओल्ड जीटी के पास बड़ा घाट बनाया जाएगा। इस घाट का सर्क्युलेटिंग एरिया संगम नोज के बराबर होगा। वहां चेंजिंग रूम, जेटी, शौचालय के अलावा अन्य प्रबंध भी किए जाएंगे। इस संगम पर अयोध्या, लखनऊ, कानपुर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को स्नान की सुविधा मिलेगी।

इसी तरह दूसरा संगम तट झूंसी की तरफ एरावत द्वार के पास बनाया जाएगा। इसका भी दायरा संगम नोज के बराबर होगा और उसी तरह की उच्चस्तरीय सुविधाएं स्नानार्थियों को प्रदान की जाएंगी। ताकि जौनपुर, वाराणसी, गाजीपुर, आजमगढ़, मिर्जापुर की ओर से आने वाले श्रद्धालु वहां पुण्य की डुबकी लगा सकें।


12 किमी लंबे घाटों पर महाकुंभ में मिलेगी स्नान की सुविधा

08 किमी लंबे घाटों पर 2019 के कुंभ में लगी थी पुण्य की डुबकी

04 किमी तक बढ़ेगा घाटों का दायरा

2 स्थानों पर भीड़ का दबाव बांटने के लिए विकसित किए जाएंगे नए संगम तट

इस बार चार चार किमी तक घाटों का विस्तार करते हुए कुल 12 किमी लंबे घाट बनाए जाएंगे। इसके लिए तैयारी कर ली गई है। पहली बार संगम नोज की तरह दो नए संगम तट विकसित किए जाएंगे, ताकि देश-दुनिया के हर कोने से आने वाले श्रद्धालुओं को संगम स्नान का लाभ मिल सके। – विजय किरन आनंद, कुंभ मेलाधिकारी।

:::सभी केंद्रों के ध्यानार्थ…शाइस्ता का करीबी बम लेकर घूमता मिला, गिरफ्तार
प्रयागराज। 50 हजार की इनामी व माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन का करीबी मो.शमशाद पूरामुफ्ती में शुक्रवार को बम लेकर घूमते हुए पकड़ा गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। उसके कब्जे से चार बम बरामद किए गए हैं। आरोपी मूलरूप से हवदेश्वरनाथ साहपुर थाना हथिगवां प्रतापगढ़ का रहने वाला है। वह वर्तमान में शहर के बेली गांव में रहता है। उसका नाम तब चर्चा में आया था, जब उमेश पाल हत्याकांड के बाद उसकी तस्वीर शाइस्ता के साथ वायरल हुई थी। यह तस्वीर तब की थी जब शाइस्ता मेयर चुनाव के लिए प्रचार करने के दौरान ही शूटर बल्ली पंडित के घर गई थी। वहां से निकलते वक्त उनकी तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। पुलिस ने बताया कि वह शाइस्ता का रिश्तेदार भी है और उस पर पूर्व में लूट का एक मुकदमा भी दर्ज है। ब्यूरो

सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली और लखनऊ के ध्यानार्थ – दिवाली बाद होगा सहारनपुर-प्रयागराज वंदे भारत का रूट ट्रायल
पिछले वर्ष रेलमंत्री ने की थी सहारनपुर वंदे भारत ट्रेन चलाने की घोषणा

अमर उजाला ब्यूरो

प्रयागराज। मेरठ से लखनऊ के बीच शुरू होने वाली वंदे भारत के बाद ही सहारनपुर-प्रयागराज वंदे भारत ट्रेन का नंबर आएगा। इसका रूट पर दिवाली के बाद ट्रायल की तैयारी की जा रही है। चर्चा है कि सहारनपुर वंदे भारत का संचालन मुरादाबाद, बरेली और लखनऊ के रास्ते ही होगा। प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित कुमार सिंह का कहना है कि सहारनपुर वंदे भारत को लेकर मंथन चल रहा है। रेलवे बोर्ड ही इस संबंध में अंतिम निर्णय लेगा।

पिछले वर्ष रेलमंत्री ने सहारनपुर में आयोजित कार्यक्रम में सहारनपुर से प्रयागराज के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का एलान किया था। हालांकि इसका संचालन शुरू होने के पूर्व रेलवे द्वारा अगले माह मेरठ से लखनऊ के लिए एक दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू की जा रही है। सहारनपुर वंदे भारत को लेकर कहा जा रहा है कि इसका ट्रायल दिवाली बाद प्रस्तावित है। अगर इस रूट से ट्रेन चली तो यह देश में सबसे ज्यादा दूरी तय करने वाली वंदे भारत हो जाएगी। ब्यूरो

सभी केंद्र: गैंगस्टर की कार्रवाई के लिए बने प्रावधानों पर अमल नहीं, हाईकोर्ट खफा
अपर गृह सचिव से जवाबी हलफनामा तलब

अमरोहा के आसिफ की गिरफ्तारी पर रोक
संवाद न्यूज एजेंसी

प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई करते समय प्रावधानों का सही भावना से पालन नहीं करने पर नाराजगी जताई है। कोर्ट ने कहा कि शनि मिश्रा केस में गैंगस्टर एक्ट के प्रावधानों के पालन के लिए विस्तृत गाइडलाइन जारी की गई है। इसके अलावा कई अन्य मामलों में भी कोर्ट ने निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद अधिकारी इसका पालन नहीं कर रहे हैं। कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई पर अपर मुख्य सचिव गृह से आदेश के अनुपालन पर हलफनामा दाखिल करने के लिए कहा है।
अमरोहा के आसिफ की याचिका पर सुनवाई कर रही न्यायमूर्ति बीके बिरला और न्यायमूर्ति अरुण कुमार सिंह देशवाल की खंडपीठ ने याची के विरुद्ध केस की विवेचना और उसकी गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए जिलाधिकारी और एसपी अमरोहा के अलावा मंडलायुक्त मुरादाबाद से इस बाबत हलफनामा मांगा था। कहा गया था कि शनि मिश्रा केस में दी गई गाइड लाइन और इसे लेकर 21 जनवरी 2024 को अपर मुख्य सचिव गृह की ओर से जारी सर्कुलर की उनको जानकारी थी अथवा नहीं। कोर्ट ने कहा कि किन परिस्थितियों में एसपी और जिला अधिकारी ने याची के विरुद्ध गैंग चार्ट अनुमोदित करते समय उसमें अपनी संतुष्टि रिकॉर्ड नहीं की। जबकि, एक्ट के प्रावधानों के अनुसार ऐसा करना अनिवार्य था।

तीनों अधिकारियों ने हलफनामा दाखिल कर बताया कि उन्हें गाइडलाइन और सर्कुलर की जानकारी तो थी, लेकिन चुनावी व्यस्तता के कारण प्रावधानों का सही तरीके से पालन नहीं हो सका। कोर्ट ने इस हलफनामे पर असंतोष जताते हुए बेहतर हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया था।
शासकीय अधिवक्ता एके संड ने कोर्ट को बताया कि हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन किया जा रहा है । उन्होंने अदालत को अवगत कराया कि कोर्ट के निर्देशानुसार और गैंगस्टर एक्ट के प्रावधानों के तहत राज्य स्तरीय सुपरवाइजरी कमेटी का गठन कर दिया गया है। सितंबर में इसकी बैठक होगी। हालांकि कोर्ट ने इस पर हैरानी जताई कि प्रमुख सचिव न्याय जो कि इस कमेटी के सदस्य हैं उनको इसकी जानकारी ही नहीं दी गई। शासकीय अधिवक्ता ने अदालत को आश्वस्त किया कि कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराया जा रहा है और उन्हें इसके लिए थोड़ा समय और दिया जाए। शासकीय अधिवक्ता के अनुरोध पर कोर्ट ने कोई विपरीत आदेश न पारित करते हुए अगली सुनवाई पर अपर मुख्य सचिव गृह को अनुपालन हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है।

वाराणसी, हाथरस, मुजफ्फरनगर, उन्नाव के ध्यानार्थ – हेल्थ रैंकिंग में प्रयागराज प्रदेश में चौथे स्थान पर
जून में मिला था सातवां स्थान, अब स्थिति में सुधार

संवाद न्यूज एजेंसी

प्रयागराज। जिले की हेल्थ रैंकिंग में बड़ा सुधार सामने आया है। प्रदेश की डिस्ट्रिक्ट हेल्थ रैंकिंग में प्रयागराज सातवें से चौथे स्थान पर पहुंच गया है। इस सुधार को जिला स्वास्थ्य विभाग की उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आशु पांडेय ने रैंकिंग में और सुधार लाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को निर्धारित 16 बिंदुओं पर पूरी एकजुटता और मेहनत के साथ काम करने को कहा।
हाल ही में जनपद स्तरीय वेलडेशन कमेटी की बैठक हुई थी। जिसमें सभी 21 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रमुख अधीक्षक और डाटा ऑपरेटर मौजूद थे। इस दौरान एड्स रोगियों का रजिस्ट्रेशन, गर्भवतियों के रजिस्ट्रेशन, बच्चों का पूर्ण टीकाकरण, मेटरनल हेल्थ, बच्चों का स्वास्थ्य, आशाओं का मानदेय, टीबी नोटिफिकेशन, डाटा की गुणवत्ता, प्रसव के स्थान सहित अन्य बिंदुओं में प्रयागराज का प्रदर्शन को बेहतर करने पर जोर दिया गया था।

नतीजा यह हुआ कि हाल में ही जारी हेल्थ रैंकिंग में बड़ा सुधार सामने आया है। जून में रैंकिंग सातवें स्थान पर थी, वहीं जुलाई में चौथे स्थान पर आ गई। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आशु पांडेय ने सातवें स्थान से . आने की संभावना व्यक्त की थी। उन्होंने कौंधियारा, कौड़िहार, करछना, मेजा व भगवतपुर के कार्य पर नाराजगी जताई थी।
पांडेय ने निर्धारित सभी 16 मानकों की रिपोर्टिंग और स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं पर बेहतर कार्य करने को कहा था। मुख्य चिकित्साधिकारी ने कार्य प्रणाली में सुधार लाने की हिदायत देते हुए कहा है कि जिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में काम के प्रति उदासीनता मिलेगी, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।

—-
हेल्थ रैकिंग

1. वाराणसी
2. हाथरस

3. मुजफ्फरनगर
4. प्रयागराज

5. उन्नाव

उत्तर प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग में प्रयागराज की स्थिति में सुधार हुआ है। इसके लिए सभी सहयोगी बधाई के पात्र हैं। अभी और भी बेहतर करने की कोशिश जारी रखना है। – डॉ. आशु पांडेय, सीएमओ

5 सितंबर से शुरू होगी मां वैष्णो देवी धाम कटरा के लिए सीधी ट्रेन। 
सूबेदारगंज से सुबह 10:35 बजे होगी रवाना, अगले दिन सुबह 9:15 बजे मां वैष्णो देवी कटरा पहुंच जाएगी ट्रेन। 
सांसद प्रवीण पटेल दिखाएंगे हरी झंडी

महाकुंभ : मेला क्षेत्र में रायबरेली एम्स बनाएगा आईसीयू वार्ड
एम्स प्रशासन ने दस बेड के लिए मेला प्राधिकरण से जगह मांगी जमीन

अपर निदेशक स्वास्थ्य ने एम्स के सुपरिटेंडेंट से मांगा ब्योरा
संवाद न्यूज एजेंसी
प्रयागराज। महाकुंभ-2025 में पहली बार रायबरेली एम्स चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। एम्स प्रशासन ने मेला क्षेत्र में दस बेड का अस्थायी आईसीयू वार्ड बनाने के लिए मेला प्राधिकरण से जमीन मांगी है। यहां श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अन्य स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. राकेश शर्मा ने रायबरेली एम्स के सुपरिटेंडेंट डॉ. सुयस से ब्योरा मांगा है।

यहां पर अत्याधुनिक उपकरणों के साथ एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सक और प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ मौजूद होगा। वार्ड में गंभीर मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाएगा। अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. राकेश शर्मा ने रायबरेली एम्स से मेला क्षेत्र में दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का ब्योरा मांगा है। वहीं, मेला प्राधिकरण ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है।
अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. राकेश शर्मा ने बताया कि रायबरेली एम्स ने महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में दस बेड के आईसीयू वार्ड स्थापित करने के लिए जगह मांगी है। यह पहला मौका है जब मेला क्षेत्र में एम्स अस्थायी आईसीयू वार्ड बनाएगा।

संशोधित- प्रयागराज से पुलिस परीक्षा का इनपुट—–
प्रयागराज से पुलिस परीक्षा का इनपुट—–

प्रतापगढ़ में 2161 अभ्यर्थियों ने छोड़ी परीक्षा
11 थे परीक्षा केंद्र, पंजीकृत 8448 अभ्यर्थियों के सापेक्ष 6287 ने दी परीक्षा
—————–
कौशाम्बी में 3078 अभ्यर्थियों ने छोड़ी परीक्षा
11 थे परीक्षा केंद्र, पंजीकृत 7248 अभ्यर्थियों के सापेक्ष 4170 ने दी परीक्षा
——————
प्रयागराज में करीब नौ हजार अभ्यर्थियों ने छोड़ी परीक्षा
63 थे परीक्षा केंद्र, पंजीकृत 45744 अभ्यर्थियों के सापेक्ष करीब 20 फीसदी रहे अनुपस्थित

:::जौनपुर समेत सभी केंद्रों के ध्यानार्थ…निष्पक्ष सुनवाई पीड़ित ही नहीं, आरोपी का भी मौलिक अधिकार: हाईकोर्ट
-कोर्ट ने यह टिप्पणी कर जौनपुर के हत्या के मामले में विवेचक से दोबारा जिरह की इजाजत दी

संवाद न्यूज एजेंसी
प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हत्या से जुड़े ट्रायल में विवेचक से दोबारा जिरह की मांग मान ली। कहा कि निष्पक्ष सुनवाई न सिर्फ पीड़ित, बल्कि आरोपी का भी मौलिक अधिकार है। यह टिप्पणी न्यायमूर्ति संजय कुमार पचौरी की अदालत ने जौनपुर के विनोद कुमार की याचिका पर अधिवक्ता तनिषा जहांगीर मुनीर की दलीलों को सुनकर दिया।

याची ने ट्रायल कोर्ट की ओर से दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 311 के तहत आरोपी की अर्जी खारिज कर दी थी। आरोपी ने गवाही खत्म होने के बाद मामले के विवेचक अरविंद यादव से पुनः जिरह करने की इजाजत मांगी थी। हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के आदेश को रद्द कर दिया। वहीं, याचिका स्वीकार कर विवेचक अरविंद कुमार यादव से 15 दिन के भीतर फिर से जिरह पूरी करने की इजाजत दे दी।
मामला जौनपुर के बक्सा थाना क्षेत्र का है। 2019 में हत्या के मामले में याची को आरोपी बनाया गया था। पुलिस की ओर से दाखिल आरोप पत्र पर जौनपुर की सत्र अदालत अदालत ने ट्रायल शुरू किया है। इस दौरान अभियोजन के गवाह नंबर आठ अरविंद कुमार यादव की गवाही पूरी हो चुकी थी। हालांकि, विवेचना से जुड़े दस्तावेज में पाया गया कि गवाहों से पूछताछ के दौरान तैयार की गई रिपोर्ट में विवेचक ने कॉर्बन कॉपी का प्रयोग किया था। इसके अवलोकन से प्रथम दृष्टया प्रतीत हो रहा था कि जांच रिपोर्ट में धाराओं का विवरण और अपराध संख्या किसी अन्य ने लिखी थी।

याची अधिवक्ता की दलील
याची की अधिवक्ता तनीषा जहंगीर मुनीर ने दलील दी कि विवेचक की जांच रिपोर्ट में बयान की कॉर्बन प्रति केस डायरी का हिस्सा है। कॉर्बन कॉपी में जिन स्थानों पर धुंधलापन है, वहां किसी अन्य के हस्तलेख की पुष्टि हो रही है। वह हस्तलेख विवेचक के हैं या किसी और के, इसको जानने के लिए विवेचक की जिरह की जानी न्यायहित में जरूरी है। लेकिन, ट्रायल कोर्ट ने आरोपी की अर्जी को अवैधानिक रूप से तकनीकी आधार पर खारिज कर दिया, जो गलत है।

कानून की महिमा बनाए रखना अदालत का कर्तव्य
कोर्ट ने कहा कि न्याय प्रशासन में जनता का विश्वास और ‘कानून की महिमा’ को बनाए रखना अदालत का कर्तव्य है। आपराधिक कार्यवाहियों में होने वाले कष्टप्रद या दमनकारी आचरण पर अदालत आंखें नहीं मूंद सकती। मुकदमे का उद्देश्य सभी पक्षों को न्याय देना है। इसमें पीड़ित और आरोपी दोनों ही शामिल हैं। इसलिए मुकदमे में सच्चाई की खोज की प्रकिया को तकनीकी आधार पर नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।

:::सभी केंद्रों के ध्यानार्थ…आजम की जमानत मामले में सरकार दो को रखेगी पक्ष
प्रयागराज। सपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां पर नगर पालिका रामपुर की सफाई मशीन हड़पने के मामले में जमानत अर्जी पर सुनवाई हुई। वकील कपिल सिब्बल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बहस की। कोर्ट ने प्रदेश सरकार को पक्ष रखने के लिए दो सितंबर की तारीख नियत की है। न्यायमूर्ति समित गोपाल की अदालत मामले की सुनवाई कर रही है।

आजम पर सफाई मशीन हड़पकर उसे जौहर विश्वविद्यालय में भेजने के मामले में मुकदमा दर्ज है। रामपुर के सामाजिक कार्यकर्ता वकार अली खान ने आजम व उनके बेटे अब्दुल्ला सहित पांच अन्य पर रामपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। रामपुर एमपी/एमएलए कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर दी है, जिसे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। ब्यूरो

रिक्त पद थे 31, बताए 131, . निकाला 151 का, भर्ती की 145 की
– डीसीपीएम ने मनमाने तरीके से कर दी आशाओं की भर्ती, सीडीओ की जांच में हुआ खुलासा

– डीएम ने सीएमओ को दिया कार्रवाई का निर्देश, आठों ब्लॉकों में हुई थी आशाओं की नियुक्ति
संवाद न्यूज एजेंसी

मंझनपुर। रुपये लेकर स्वास्थ्य विभाग में आशाओं की भर्ती मनमाने तरीके से करने का खुलासा हुआ है। डीएम ने सीडीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषी पाए गए जिला कम्युनिटी प्रोसेस प्रबंधक (डीसीपीएम) पर कार्रवाई के लिए सीएमओ को निर्देशित किया है। सीएमओ का कहना है कि इस मामले में अंतिम फैसला जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में लिया जाएगा।
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिला कम्युनिटी प्रबंधक एनएचएम ने लिखित रूप से बताया कि ब्लॉकों से आई रिपोर्ट के मुताबिक 14 निष्क्रिय व 17 आशा कार्यकर्ताओं का चयन आशा संगिनी पद पर हो गया है। इस तरह से पद तो 31 रिक्त हुए, लेकिन बैठक में कुल 131 पदों के रिक्त होने की जानकारी दी गई।

हैरत की बात यह है कि समिति ने आंख मूंदकर इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी। यही नहीं, स्वास्थ्य विभाग ने 131 पदों की अनुमति लेकर 151 पदों पर चयन का . निकाला। इनमें से 145 पदों पर चयन किया गया।
वित्तीय वर्ष 2023-24 में तत्कालीन सीएमओ डॉ. सुष्पेंद्र कुमार ने नियमों को दरकिनार कर जिले के आठों ब्लॉकों में 145 आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की थी। इसे लेकर चलौली ग्राम प्रधान मैदान सिंह ने 27 फरवरी 2024 को तत्कालीन डीएम राजेश सिंह से शिकायत की।

ग्राम प्रधान ने आरोप लगाते हुए बताया कि सीएचसी चायल के अधीक्षक ने बीपीएम एवं डीसीपीएम से मिलीभगत एवं धन उगाही कर शासनादेश को दरकिनार कर उनके क्षेत्र में आशा कार्यकर्ताओं का चयन कर दिया है। यही हाल जिले के सभी ब्लॉकों का है।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने पांच मार्च को प्रकरण की जांच सीडीओ डॉ. रवि किशोर त्रिवेदी को सौंपी थी। पांच माह तक चली जांच के बाद पूर्व सीडीओ रवि किशोर त्रिवेदी ने 29 जुलाई 2024 को अपनी रिपोर्ट डीएम मधुसूदन हुल्गी को सौंप दी थी।

रिपोर्ट के मुताबिक सीडीओ ने स्वास्थ्य विभाग में तैनात जिला कम्युनिटी प्रोसेस प्रबंधक संजय कुमार को आशा कार्यकर्ताओं के चयन में मनमानी करने का दोषी पाया। उन्होंने चयन प्रक्रिया के दौरान शासन के निर्देश को दरकिनार कर परीक्षण नहीं किया।
जबकि, शासन ने अपने आदेश पत्र में स्पष्ट किया है कि भर्ती की प्रक्रिया का संपूर्ण दायित्व डीसीपीएम का होगा। जिलाधिकारी ने सीडीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर सीएमओ डॉ. संजय कुमार को पत्र भेज कर आशा भर्ती घोटाले के दोषी डीसीपीएम के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है।

——————-
जांच के दौरान ही प्रशिक्षण कराने पर लगा दी थी रोक

आशा भर्ती की जांच चल ही रही थी कि तत्कालीन सीएमओ डॉ. सुष्पेंद्र ने दो जुलाई से इन आशाओं को प्रशिक्षण दिलाना शुरू कर दिया। मंझनपुर, सरसवां, कड़ा, मूरतगंज, चायल और नेवादा ब्लॉक क्षेत्र की आशाओं का प्रशिक्षण पूरा भी हो चुका था। इसी बीच सीएमओ डॉ. सुष्पेंद्र का तबादला हो गया। नवागत सीएमओ डॉ. संजय कुमार को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने फौरन सिराथू और कड़ा ब्लॉक में आशाओं के प्रशिक्षण पर रोक लगा दी थी।
————-

डीएम की अध्यक्षता वाली जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में आशाओं के चयन का निर्णय हुआ था। जांच रिपोर्ट को समिति की आगामी बैठक में रखा जाएगा। समिति के निर्णय के आधार पर ही दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ.संजय कुमार, सीएमओ

————-
वास्तव में जितने पद रिक्त हैं, उतनी ही आशाओं का चयन वैध माना जाएगा। अतिरिक्त चयनित आशाओं की नियुक्ति अवैध करार देते हुए रद्द कर दी जाएगी। हालांकि, इस बाबत अंतिम निर्णय स्वास्थ्य समिति की बैठक में ही लिया जाएगा।

– मधुसूदन हुल्गी, डीएम

आजमगढ़ के ध्यानार्थ – डीएलएड की रद्द परीक्षा अब पांच सितंबर को होगी
प्रयागराज। आजमगढ़ के एक केंद्र पर सामूहिक नकल पकड़े जाने के बाद डीएलएड की रद्द हुई परीक्षा अब पांच सितंबर को होगी। परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) के सचिव ने इसका निर्देश जारी किया है। अब यह परीक्षा नेशनल शिबली इंटर काॅलेज, पांडेय बाजार, आजमगढ़ में एक पाली में कराई जाएगी। इसमें 800 परीक्षार्थी बैठेंगे।

डीएलएड तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा 12 से 14 अगस्त तक प्रदेश में कराई गई थी। 13 अगस्त को आजमगढ़ के सेठवल स्थित राजेंद्र स्मारक इंटर काॅलेज में गणित चतुर्थ प्रश्नपत्र की परीक्षा के दौरान सामूहिक नकल पकड़ी गई थी। नकल कराते हुए वहां के प्रधानाचार्य डॉ. अनूप कुमार सिंह समेत 12 लोग पकड़े गए थे।
पुलिस ने केंद्र और पकड़े गए लोगों के ठिकानों से 18.10 लाख रुपये भी बरामद किए थे। डायट प्राचार्य की रिपोर्ट के बाद पीएनपी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने 16 अगस्त को परीक्षा रद्द करने के साथ ही केंद्र को डिबार कर दिया था। संवाद

:::औरैया समेत सभी केंद्रों के ध्यानार्थ…हाईकोर्ट ने अधिक वेतन भुगतान की वसूली आदेश पर बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव से मांगा जवाब
-औरैया के वित्त एवं ऑडिट अधिकारी भी कहा, बताएं किन परिस्थितियों में वसूली कार्यवाही की

प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव से व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल करने का आदेश दिया है। कहा कि बताएं विभागीय गलती से अधिक वेतन भुगतान की वसूली के आदेश क्यों दिए जा रहे हैं।
कोर्ट ने साथ ही वित्त एवं ऑडिट अधिकारी औरैया से भी जवाब मांगा है कि किन परिस्थितियों में उन्होंने कानून के खिलाफ सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक से अधिक वेतन भुगतान की वसूली का आदेश जारी किया। क्यों न सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ आदेश पारित करने पर अवमानना कार्यवाही की जाए। न्यायमूर्ति प्रकाश पाडिया ने राम प्रकाश की याचिका पर अधिवक्ता असीम कुमार राय को सुनकर यह आदेश दिया है।

याची प्राथमिक विद्यालय नेवादा से प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत्त हुआ। इस दौरान वित्त एवं ऑडिट अधिकारी ने अधिक वेतन भुगतान की रिपोर्ट दी और वसूली के बाद पेंशन तय करने की संस्तुति की। वसूली आदेश जारी किया गया। याची ने इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी।
याची के वकील ने दलील दी कि विभागीय गलती से कर्मचारी को जारी अधिक वेतन की वसूली सुप्रीम कोर्ट के रफीक मसीह केस के फैसले का खुला उल्लंघन है। कोर्ट ने याची को सेवानिवृत्ति परिलाभों सहित पेंशन का तत्काल भुगतान करने का निर्देश दिया है। साथ ही वसूली आदेश पर रोक लगाते हुए अधिकारियों से दो हफ्ते में हलफनामा मांगा है। कहा है कि आदेश का पालन न करने की दशा में 18 सितंबर को हाजिर होंगे। ब्यूरो

जौनपुर और सीतापुर के ध्यानार्थ…. सीतापुर में तैनात डिप्टी जेलर के भाई की हार्टअटैक से मौत
– कैंट के अशोक नगर में किराये का कमरा लेकर रहते थे, मूलत : जौनपुर के मुंगराबाद के थे निवासी

प्रयागराज। कैंट थाना क्षेत्र के अशोक नगर में किराये के मकान में रहने वाले डिप्टी जेलर के भाई की बृहस्पतिवार रात को हार्टअटैक से मौत हो गई। डीएम के आदेश पर रात में ही पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों को सौंप दिया गया।
सूरज गुप्ता (28) मूलरूप से जौनपुर के मुंगराबाद थाने के साहबगंज गल्लामंडी गांव के रहने वाले थे। उनके पिता राशन का व्यवसायी हैं और बहन विजय लक्ष्मी गुप्ता सीतापुर जेल में डिप्टी जेलर के पद पर तैनात हैं। झूंसी निवासी बहनोई डॉ. सतीश गुप्ता ने बताया कि उनके साले आर्किटेक्ट इंजीनियर थे। बृहस्पतिवार करीब तीन बजे अचानक उन्हेें दिल का दौरा पड़ा। साथियों ने परिजनों को सूचना देने के बाद उन्हें एसआरएन अस्पताल भर्ती कराया। जहां देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। रात में ही डीएम के आदेश पर डॉक्टरों ने शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया। संवाद

:::कानपुर समेत सभी केंद्रों के ध्यानार्थ…जीपीएफ की कटौती न होने के आधार पर कर्मचारी को पेंशन से वंचित नहीं कर सकते: हाईकोर्ट
-कोर्ट ने यह टिप्पणी कर कानपुर नगर के कर्मचारी का तीन माह के अंदर पेंशन व बकाया भुगतान करने का दिया आदेश

अमर उजाला ब्यूरो
प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि जीपीएफ (सामान्य भविष्य निधि) की कटौती न होने के आधार पर कर्मचारी को पेंशन से वंचित नहीं कर सकते। पेंशन के लिए जीपीएफ कटौती शर्त नहीं है। इसकी कटौती नहीं किए जाने के लिए कर्मचारी जिम्मेदार नहीं है। यह टिप्पणी कर न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी की अदालत ने कानपुर नगर के सेवानिवृत्त कर्मचारी का तीन माह के अंदर पेंशन व बकाया भुगतान करने का आदेश दिया है।

एमएम अली मेमोरियल हायर सेकेंडरी स्कूल में उदय नारायण साहू सहायक अध्यापक एलटी ग्रेड पर नियुक्त हुए थे। आठ नवंबर 2004 को कार्यभार ग्रहण कर लिया। जिला विद्यालय निरीक्षक ने 17 मार्च 2005 को आदेश पारित कर वेतन भुगतान की मंजूरी देने से इन्कार कर दिया। उदय नारायण ने 2005 में याचिका दाखिल की। इस पर कोर्ट ने 23 जुलाई 2009 को डीआईओएस को याची के मामले पर पुनर्विचार का निर्देश दिया।
कोर्ट के आदेश पर डीआईओएस ने 23 जुलाई 2009 से याची को वेतन भुगतान की मंजूरी दे दी। याची ने 2011 में एक और याचिका दाखिल की। ज्वाइनिंग की तिथि आठ नवंबर 2004 से वेतन का भुगतान करने की मांग की। कोर्ट के आदेश पर डीआईओएस ने ज्वाइनिंग तिथि से वेतन जारी करने का आदेश जारी कर दिया। हालांकि, इस दौरान वेतन का भुगतान करते समय जीपीएफ में उनके योगदान के लिए कोई कटौती नहीं की गई थी।

याची 31 मार्च 2023 को सेवानिवृत्त हो गया, लेकिन उसे पेंशन का भुगतान नहीं किया गया है। याची ने इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी। डीआईओएस ने अपना व्यक्तिगत हलफनामा दायर कर कहा कि याची के वेतन से जीपीएफ की कोई कटौती नहीं की गई। ऐसे में पेंशन देय नहीं है। कोर्ट ने याचिका स्वीकार करते हुए कहा कि नियमानुसार पेंशन के लिए जीपीएफ कटौती शर्त नहीं है। ऐसे में वेतन से जीपीएफ कटौती नहीं किए जाने के आधार पर सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन नहीं रोकी जा सकती।

:::लखनऊ समेत सभी केंद्रों के ध्यानार्थ…

फॉलोअप – बरामद 1300 जाली नोटों में ज्यादातर पर एक ही नंबर
फॉलोअप

अतरसुइया स्थित मदरसे में तीन दिन पहले पकड़ा गया था खेल
1.30 लाख मूल्य के नकली नोट संग चार लोग हुए थे गिरफ्तार
अमर उजाला ब्यूरो
प्रयागराज। मदरसे में नकली नोट की छापने के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि गिरोह के बदमाशों के कब्जे से बरामद 1300 नोटों में ज्यादातर पर एक ही नंबर थे।

सूत्रों के मुताबिक, एक सूचना पर पुलिस ने सिविल लाइंस में पहलवान जूस वाली गली में खड़े संदिग्ध करेली निवासी अफजल और शाहिद की तलाशी ली। इस दौरान अफजल के पास नोटों की तीन और शाहिद के पास दो गड्डियां मिलीं। पुलिस गड्डियों को खोलकर देखा तो इन सभी नोटों पर एक ही नंबर 979331 पड़ा था। दोनों आरोपियों को थाने लाकर पूछताछ की गई तो पता चला कि सरगना व मौलवी इस खेल के कर्ताधर्ता है।

मौलवी करता था खाने-पीने व रहने का इंतजाम
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सरगना जाहिर ने भले ही बताया है कि उसने मदरसे में कमरा किराये पर लिया था, हालांकि सच यह है कि उसके खाने-पीने और रहने का इंतजाम मौलवी तफसीरुल करता था। उधर, मौलवी से पूछताछ में यह बात सामने आई कि उसने कई बार अफजल और शाहिद को नकली नोट देकर बाजार से खाने-पीने का सामान मंगवाया था।


कमरे में बाहर से लगा देता था ताला

मदरसे में प्रथम तल के जिस कमरे में नकली नोट तैयार किए जाते थे, उस पर अक्सर बाहर से ताला लगा रहता था। सुबह बच्चों की पढ़ाई के वक्त मौलवी खुद ही कमरे में ताला लगा देता था जबकि सरगना जाहिर मौजूद नकली नोट तैयार करता था। बच्चों के जाने के बाद मौलवी भी इसी काम में लग जाता था।

:::सभी केंद्रों के ध्यानार्थ…शाइस्ता का करीबी बम लेकर घूमता मिला, गिरफ्तार
प्रयागराज। 50 हजार की इनामी व माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन का करीबी मो.शमशाद पूरामुफ्ती में शुक्रवार को बम लेकर घूमते हुए पकड़ा गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। उसके कब्जे से चार बम बरामद किए गए हैं। आरोपी मूलरूप से हवदेश्वरनाथ साहपुर थाना हथिगवां प्रतापगढ़ का रहने वाला है। वह वर्तमान में शहर के बेली गांव में रहता है। उसका नाम तब चर्चा में आया था, जब उमेश पाल हत्याकांड के बाद उसकी तस्वीर शाइस्ता के साथ वायरल हुई थी। यह तस्वीर तब की थी जब शाइस्ता मेयर चुनाव के लिए प्रचार करने के दौरान ही शूटर बल्ली पंडित के घर गई थी। वहां से निकलते वक्त उनकी तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। पुलिस ने बताया कि वह शाइस्ता का रिश्तेदार भी है और उस पर पूर्व में लूट का एक मुकदमा भी दर्ज है। ब्यूरो

सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली और लखनऊ के ध्यानार्थ – दिवाली बाद होगा सहारनपुर-प्रयागराज वंदे भारत का रूट ट्रायल
पिछले वर्ष रेलमंत्री ने की थी सहारनपुर वंदे भारत ट्रेन चलाने की घोषणा

अमर उजाला ब्यूरो

प्रयागराज। मेरठ से लखनऊ के बीच शुरू होने वाली वंदे भारत के बाद ही सहारनपुर-प्रयागराज वंदे भारत ट्रेन का नंबर आएगा। इसका रूट पर दिवाली के बाद ट्रायल की तैयारी की जा रही है। चर्चा है कि सहारनपुर वंदे भारत का संचालन मुरादाबाद, बरेली और लखनऊ के रास्ते ही होगा। प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित कुमार सिंह का कहना है कि सहारनपुर वंदे भारत को लेकर मंथन चल रहा है। रेलवे बोर्ड ही इस संबंध में अंतिम निर्णय लेगा।

पिछले वर्ष रेलमंत्री ने सहारनपुर में आयोजित कार्यक्रम में सहारनपुर से प्रयागराज के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का एलान किया था। हालांकि इसका संचालन शुरू होने के पूर्व रेलवे द्वारा अगले माह मेरठ से लखनऊ के लिए एक दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू की जा रही है। सहारनपुर वंदे भारत को लेकर कहा जा रहा है कि इसका ट्रायल दिवाली बाद प्रस्तावित है। अगर इस रूट से ट्रेन चली तो यह देश में सबसे ज्यादा दूरी तय करने वाली वंदे भारत हो जाएगी। ब्यूरो

सभी केंद्र: गैंगस्टर की कार्रवाई के लिए बने प्रावधानों पर अमल नहीं, हाईकोर्ट खफा
अपर गृह सचिव से जवाबी हलफनामा तलब

अमरोहा के आसिफ की गिरफ्तारी पर रोक
संवाद न्यूज एजेंसी

प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई करते समय प्रावधानों का सही भावना से पालन नहीं करने पर नाराजगी जताई है। कोर्ट ने कहा कि शनि मिश्रा केस में गैंगस्टर एक्ट के प्रावधानों के पालन के लिए विस्तृत गाइडलाइन जारी की गई है। इसके अलावा कई अन्य मामलों में भी कोर्ट ने निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद अधिकारी इसका पालन नहीं कर रहे हैं। कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई पर अपर मुख्य सचिव गृह से आदेश के अनुपालन पर हलफनामा दाखिल करने के लिए कहा है।
अमरोहा के आसिफ की याचिका पर सुनवाई कर रही न्यायमूर्ति बीके बिरला और न्यायमूर्ति अरुण कुमार सिंह देशवाल की खंडपीठ ने याची के विरुद्ध केस की विवेचना और उसकी गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए जिलाधिकारी और एसपी अमरोहा के अलावा मंडलायुक्त मुरादाबाद से इस बाबत हलफनामा मांगा था। कहा गया था कि शनि मिश्रा केस में दी गई गाइड लाइन और इसे लेकर 21 जनवरी 2024 को अपर मुख्य सचिव गृह की ओर से जारी सर्कुलर की उनको जानकारी थी अथवा नहीं। कोर्ट ने कहा कि किन परिस्थितियों में एसपी और जिला अधिकारी ने याची के विरुद्ध गैंग चार्ट अनुमोदित करते समय उसमें अपनी संतुष्टि रिकॉर्ड नहीं की। जबकि, एक्ट के प्रावधानों के अनुसार ऐसा करना अनिवार्य था।

तीनों अधिकारियों ने हलफनामा दाखिल कर बताया कि उन्हें गाइडलाइन और सर्कुलर की जानकारी तो थी, लेकिन चुनावी व्यस्तता के कारण प्रावधानों का सही तरीके से पालन नहीं हो सका। कोर्ट ने इस हलफनामे पर असंतोष जताते हुए बेहतर हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया था।
शासकीय अधिवक्ता एके संड ने कोर्ट को बताया कि हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन किया जा रहा है । उन्होंने अदालत को अवगत कराया कि कोर्ट के निर्देशानुसार और गैंगस्टर एक्ट के प्रावधानों के तहत राज्य स्तरीय सुपरवाइजरी कमेटी का गठन कर दिया गया है। सितंबर में इसकी बैठक होगी। हालांकि कोर्ट ने इस पर हैरानी जताई कि प्रमुख सचिव न्याय जो कि इस कमेटी के सदस्य हैं उनको इसकी जानकारी ही नहीं दी गई। शासकीय अधिवक्ता ने अदालत को आश्वस्त किया कि कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराया जा रहा है और उन्हें इसके लिए थोड़ा समय और दिया जाए। शासकीय अधिवक्ता के अनुरोध पर कोर्ट ने कोई विपरीत आदेश न पारित करते हुए अगली सुनवाई पर अपर मुख्य सचिव गृह को अनुपालन हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है।

वाराणसी, हाथरस, मुजफ्फरनगर, उन्नाव के ध्यानार्थ – हेल्थ रैंकिंग में प्रयागराज प्रदेश में चौथे स्थान पर
जून में मिला था सातवां स्थान, अब स्थिति में सुधार

संवाद न्यूज एजेंसी

प्रयागराज। जिले की हेल्थ रैंकिंग में बड़ा सुधार सामने आया है। प्रदेश की डिस्ट्रिक्ट हेल्थ रैंकिंग में प्रयागराज सातवें से चौथे स्थान पर पहुंच गया है। इस सुधार को जिला स्वास्थ्य विभाग की उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आशु पांडेय ने रैंकिंग में और सुधार लाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को निर्धारित 16 बिंदुओं पर पूरी एकजुटता और मेहनत के साथ काम करने को कहा।
हाल ही में जनपद स्तरीय वेलडेशन कमेटी की बैठक हुई थी। जिसमें सभी 21 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रमुख अधीक्षक और डाटा ऑपरेटर मौजूद थे। इस दौरान एड्स रोगियों का रजिस्ट्रेशन, गर्भवतियों के रजिस्ट्रेशन, बच्चों का पूर्ण टीकाकरण, मेटरनल हेल्थ, बच्चों का स्वास्थ्य, आशाओं का मानदेय, टीबी नोटिफिकेशन, डाटा की गुणवत्ता, प्रसव के स्थान सहित अन्य बिंदुओं में प्रयागराज का प्रदर्शन को बेहतर करने पर जोर दिया गया था।

नतीजा यह हुआ कि हाल में ही जारी हेल्थ रैंकिंग में बड़ा सुधार सामने आया है। जून में रैंकिंग सातवें स्थान पर थी, वहीं जुलाई में चौथे स्थान पर आ गई। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आशु पांडेय ने सातवें स्थान से . आने की संभावना व्यक्त की थी। उन्होंने कौंधियारा, कौड़िहार, करछना, मेजा व भगवतपुर के कार्य पर नाराजगी जताई थी।
पांडेय ने निर्धारित सभी 16 मानकों की रिपोर्टिंग और स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं पर बेहतर कार्य करने को कहा था। मुख्य चिकित्साधिकारी ने कार्य प्रणाली में सुधार लाने की हिदायत देते हुए कहा है कि जिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में काम के प्रति उदासीनता मिलेगी, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।

—-
हेल्थ रैकिंग

1. वाराणसी
2. हाथरस

3. मुजफ्फरनगर
4. प्रयागराज

5. उन्नाव

उत्तर प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग में प्रयागराज की स्थिति में सुधार हुआ है। इसके लिए सभी सहयोगी बधाई के पात्र हैं। अभी और भी बेहतर करने की कोशिश जारी रखना है। – डॉ. आशु पांडेय, सीएमओ

5 सितंबर से शुरू होगी मां वैष्णो देवी धाम कटरा के लिए सीधी ट्रेन। 
सूबेदारगंज से सुबह 10:35 बजे होगी रवाना, अगले दिन सुबह 9:15 बजे मां वैष्णो देवी कटरा पहुंच जाएगी ट्रेन। 
सांसद प्रवीण पटेल दिखाएंगे हरी झंडी

 

 


Credit By Amar Ujala

Back to top button